आधिकारिक सूत्रांे ने बताया कि दिल्ली और मुंबई हवाई अड्डांे पर ग्राउंड हैंडलिंग सेवाएं देने वाली तुर्की की कंपनी सेलेबी, फै्रंकफर्ट हवाई अड्डे की परिचालक, जीवीके तथा सहारा जैसी कंपनियांे के प्रतिनिधि भी शुक्रवार को हुई इस बैठक मंे शामिल हुए। यह बैठक औपचारिक तौर पर दो प्रमुख हवाई अड्डांेे के परिचालन तथा प्रबंधन के लिए बोलियां आमंत्रित करने से पहले बुलाई गई थी।
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण :एएआई: ने इच्छुक कंपनियांे से कोलकाता, गुवाहाटी तथा जयपुर हवाई अड्डांे के परिचालन तथा प्रबंधन के लिए पात्रता के लिए आग्रह :आरएफक्यू: की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
इन 5 हवाई अड्डांे के साथ सरकार अहमदाबाद के हवाई अड्डे का परिचालन तथा प्रबंधन निजी कंपनियांे को देने जा रही है। इन सभी हवाई अड्डांे का एएआई द्वारा पहले ही आधुनिकीकरण किया जा चुका है। ये हवाई अड्डे चुनी गई निजी कंपनियांे को हस्तांतरित किए जाएंगे, जिन्हंे 30 साल की दीर्घावधि के लिए इनके प्रबंधन तथा विकास को विशेष कंपनी :एसपीवी: मंे 100 प्रतिशत इक्विटी लेने का अधिकार होगा।
सूत्रांे ने कहा कि बैठक में एएआई ने संभावित बोली लगाने वाली कंपनियांे को 28 सितंबर को लखनउ हवाई अड्डे तथा 8 अक्तूबर को चेन्नई हवाई अड्डे का दौरा कराने की सहमति दी। हालांकि, अभी यह तय नहीं है कि बैठक मंे शामिल सभी कंपनियां वास्तव मंे इन हवाई अड्डांे के लिए बोली प्रक्रिया में शामिल होंगी या नहीं।