इंदौर, 01 दिसंबर :भाषा: मध्यप्रदेश में आठ दिसंबर को होने वाली मतगणना के दौरान जब इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों :ईवीएम: से विधानसभा चुनावों के नतीजे बाहर आयेंगे, तो उम्मीदवारों की महत्वाकांक्षी जमात में शामिल पति..पत्नी, दो सगे भाइयों और चाचा..भतीजे का सियासी भविष्य भी तय होगा।
सूबे में 25 नवंबर को हुए चुनावों में महिला और बाल विकास मंत्री रंजना बघेल धार जिले की अपनी परंपरागत सीट मनावर से भाजपा उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में उतरीं।
वह इस सीट से वर्ष 2008 का पिछला विधानसभा च़ुनाव जीत चुकी हैं। लेकिन इस बार टिकट चयन को लेकर भाजपा के भीतर फूटी बगावत और कडे़ चुनावी संघर्ष के कारण उनकी सियासी प्रतिष्ठा दांव पर मानी जा रही है।
रंजना के पति और धार जिले की कुक्षी सीट के निवर्तमान भाजपा विधायक मुकाम सिंह किराड़े के लिये भी इस बार चुनावी जीत की राह की आसान नहीं मानी जा रही है।
किराडे़ को इस दफा कुक्षी क्षेत्र में कांग्रेस उम्मीदवार सुरेंद्र सिंह बघेल उर्फ हनी से तगड़ी चुनौती मिली है। हनी, प्रदेश के पूर्व मंत्री प्रताप सिंह बघेल के पुत्र हैं।
जारी भाषा हर्ष