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World Cup 2023, Final: घातक गेंदबाजी से खलबली मचाने के बाद शमी की लहराती गेंदों पर नाचेंगे ब्रांड!

पिछले महीने ही प्यूमा ने शमी को अपना ब्रांड ऐंबेसडर बना लिया। इसके साथ ही वह धाकड़ बल्लेबाज विराट कोहली और रिकॉर्डतोड़ फर्राटा भरने वाले यूसैन बोल्ट की जमात में शामिल हो गए।

Last Updated- November 17, 2023 | 8:05 AM IST
Mohammed Shami's journey from bowling over batters to bowling over brands

चार महीने पहले जब मुहम्मद शमी गुड़गांव में एक हेयर रेस्टरेशन यानी नए बाल उगाने वाले क्लिनिक से बाहर निकल रहे थे तो चौड़ी सी मुस्कराहट उनके चेहरे पर तैर रही थी। और क्यों न तैरती.. अपनी गेंदों से दुनिया भर के बल्लेबाजों में खौफ भरने वाले शमी अपने सबसे बड़े डर ‘गंजेपन’ को क्लीन बोल्ड कर चुके थे।

माथे तक पहुंचते घने बालों के साथ अब शमी ब्रांड की दुनिया को अपनी धुन पर नचाने के लिए तैयार थे। कम से कम उनके हाव-भाव तो यही बता रहे थे। उस समय प्रायोजकों ने बेशक उन पर ध्यान नहीं दिया हो मगर अब उनके आगे विज्ञापन प्रस्तावों की भरमार लगने वाली है।

जिन टैलेंट मैनेजमेंट कंपनियों से बात हुई, उनमें से कई का कहना था कि शमी में उनकी दिलचस्पी काफी बढ़ गई है। इसकी वजह भी किसी से छिपी नहीं है। इस क्रिकेट विश्व कप में शमी ऐसा तूफान बनकर निकले हैं, जिससे बचना किसी के लिए मुमकिन नहीं दिख रहा।

रेशमी कदमों के साथ सधी चाल में क्रीज पर पहुंचते और सीम की नपी-तुली पोजिशन के साथ गेंदबाजी करते शमी ने हुनर, अनुभव और जीतोड़ मेहनत का ऐसा संगम कराया है कि क्रिकेट के इस महाकुंभ में कई धाकड़ बल्लेबाज उनके आगे एकदम नौसिखिये लगे हैं। लखनऊ में बेन स्टोक्स हों या मुंबई में ऐंजलो मैथ्यूज… शमी की गेंदों से कोई नहीं बच पाया है।

बुधवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में तो शमी ने कहर ही बरपा दिया। 33 साल के इस गेंदबाज ने एक के बाद एक सात विकेट लेकर न्यूजीलैंड की बल्लेबाजी की कमर ही तोड़ दी और वापसी की हल्की-फुल्की उम्मीद को भी कुचल दिया। इसके साथ ही वह एकदिवसीय मैच में सात विकेट लेने वाले पहले भारतीय भी बन गए। इस विश्व कप में 23 विकेट लेकर सबसे आगे दौड़ रहे शमी ने छह में से तीन मैचों में पांच या ज्यादा विकेट चटकाए हैं।

शमी का यह कारनामा इसलिए भी काबिल-ए-तारीफ है कि टूर्नामेंट के पहले चार मैचों में उन्हें टीम से बाहर रखा गया था। हरफनमौला हार्दिक पांड्या चोटिल नहीं हुए होते तो शायद उन्हें खेलने का मौका मुश्किल से ही मिलता।

मगर एक बार मैदान पर उतरने के बाद शमी ने हर किसी को हैरत में डाल दिया। उत्तर प्रदेश के छोटे से शहर अमरोहा की गलियों में क्रिकेट का ककहरा सीखने वाले शमी के बचपन के कोच मुहम्मद बदरुद्दीन को विश्व कप में शमी के धांसू प्रदर्शन का राज मालूम है।

बिज़नेस स्टैंडर्ड से बातचीत में वह कहते हैं, ‘यह उनकी कलाइयों का जादू है। उनकी कामयाबी की वजह गेंद देर से छोड़ना है। गेंद ठहरकर उनके हाथों से निकलती है और उनके एक्शन में कोई हड़बड़ी नहीं है। इसकी वजह से वह पिच से स्विंग हासिल कर लेते हैं। अपनी लचीली कलाइयों को वह मामूली सा घुमाते हैं और गेंद इनस्विंग होने के बजाय आउटस्विंगर बन जाती है और बल्लेबाज चकमा खा जाते हैं।’

बदरुद्दीन कहते हैं कि अपने हुनर में शमी इतने माहिर हैं और गेंद उनके इशारों पर इस तरह नाचती है कि घंटों तक उनकी गेंद की सीम एक ही जगह ठप्पा खा सकती है। वह बताते हैं, ‘शमी ने एक दिन मुझे फोन किया और कहा कि विश्व कप तो जीतना ही है।’

क्या विश्व कप का खिताब, विकेटों से भरी झोली और नया अवतार शमी को विज्ञापनों की दुनिया में बतौर ब्रांड चमका देंगे? विज्ञापन और ब्रांड की दुनिया से जुड़े लोग मानते हैं कि विश्व कप खत्म होने के बाद शमी का रुतबा तेजी से बढ़ सकता है और विज्ञापन के मामले में उनका भी कद तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह जैसा हो सकता है। बल्लेबाजों के मुरीद रहे इस देश में बुमराह का ब्रांड के तौर पर मुकाम हासिल करना मामूली बात नहीं है।

अल्केमिस्ट ब्रांड कंसल्टिंग में मैनेजिंग पार्टनर समित सिन्हा कहते हैं, ‘शमी ने विश्व कप में जिस तरह का प्रदर्शन किया है, उसके बाद ब्रांड के तौर पर उनकी जगह पुख्ता होगी और विज्ञापनों के नए करार उनकी झोली में जरूर गिरेंगे। मगर विराट कोहली या रोहित शर्मा से उनकी बराबरी की उम्मीद बिल्कुल मत कीजिए।’

सिन्हा स्वीकार करते हैं कि भारत में विज्ञापनदाताओं का झुकाव बल्लेबाजों की ओर रहता आया है। वह कहते हैं, ‘बल्लेबाजों को गेंदबाजों के मुकाबले ज्यादा जांबाज लड़ाका और ग्लैमरस माना जाता है। यही वजह है कि अनिल कुंबले को पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच की एक पारी में दस के दस विकेट लेने के बाद भी बतौर ब्रांड सचिन तेंडुलकर जैसा रुतबा और ओहदा नहीं मिल पाया।’

क्रेयॉन्स एडवरटाइजिंग के प्रबंध निदेशक कुणाल ललानी कहते हैं कि इस विश्व कप में शमी ही सही मायने में भारत के सबसे दमदार खिलाड़ी रहे हैं। वह कहते हैं, ‘इसमें कोई शक नहीं कि ऐसे धांसू प्रदर्शन के बाद उनकी लोकप्रियता बहुत बढ़ेगी। मुझे लगता है कि वह शीर्ष भारतीय गेंदबाज बुमराह को टक्कर देने लगेंगे।’

शमी की जिंदगी में मुश्किलों के दौर भी आए। 2021 में ट्वेंटी-20 विश्व कप के दौरान पाकिस्तान के खिलाफ भारत की हार पर लोगों ने सोशल मीडिया पर उन्हें जमकर खरी-खोटी सुनाई। उनकी पूर्व पत्नी हसीं जहां के साथ विवाद भी सार्वजनिक हो गए, जिससे उनकी निजी जिंदगी तमाशा बन गई। मगर क्रिकेट के मैदान पर उनके कारनामे उन्हें एक बार फिर लोगों की आंखों का तारा बना रहे हैं।

पिछले महीने ही प्यूमा ने शमी को अपना ब्रांड ऐंबेसडर बना लिया। इसके साथ ही वह धाकड़ बल्लेबाज विराट कोहली और रिकॉर्डतोड़ फर्राटा भरने वाले यूसैन बोल्ट की जमात में शामिल हो गए। लगता तो यही है कि 19 नवंबर को विश्व कप खत्म होने के बाद ऐसे कई विज्ञापन करार शमी की झोली में गिरने को तैयार बैठे होंगे।

First Published - November 16, 2023 | 11:23 PM IST

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