टाटा मोटर्स की ब्रिटेन इकाई जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) ने वित्त वर्ष 2021-22 की तीसरी तिमाही में कमजोर परिचालन प्रदर्शन दर्ज किया है। तिमाही के दौरान लक्जरी कार विनिर्माता की थोक बिक्री सालाना आधार पर 33 फीसदी घटकर 70,000 वाहनों के दायरे में रही। जबकि इसे 16 फीसदी अधिक रहने का अनुमान जाहिर किया गया था।
थोक बिक्री में गिरावट की मुख्य वजह सेमीकंडक्टर की कमी रही। तीसरी तिमाही के दौरान खुदरा बिक्री की स्थिति कहीं अधिक खराब रही। इस दौरान खुदरा बिक्री एक साल पहले की समान अवधि में हुई बिक्री के मुकाबले 38 फीसदी घटकर करीब 80,000 वाहन रही। प्रमुख बाजारों में ब्रिटेन का प्रदर्शन सबसे खराब रहा जहां कोविड-19 के प्रभाव के कारण बिक्री में तिमाही और सालाना दोनों आधार पर भारी गिरावट दर्ज की गई। जगुआर की बिक्री में 48.7 फीसदी गिरावट से खुदरा बिक्री को झटका लगा। रेंज रोवर की बिक्री में 34.5 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
जगुआर की खुदरा बिक्री कैलेंडर वर्ष 2021 में सालाना आधार पर भी कमजोर रही। इस श्रेणी की बिक्री में कैलेंडर वर्ष 2020 के मुकाबले 15.8 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। हालांकि रेंज रोवर की बिक्री में 3.4 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई लेकिन कुल बिक्री में पिछले साल 1.2 फीसदी की गिरावट आई। वैश्विक स्तर पर सेमीकंडक्टर की कमी के कारण उत्पादन प्रभावित हुआ लेकिन कंपनी ने संकेत दिया था कि चिप की आपूर्ति और थोक बिक्री में भी एक तिमाही पहले के मुकाबले सुधार हुआ है। कंपनी के लिए राहत की बात यह है कि तीसरी तिमाही के दौरान कुल ऑर्डर बुक 1,54,000 वाहनों का रहा जबकि दूसरी तिमाही में यह आंकड़ा 1,27,000 वाहनों का रहा था। नए रेंज रोवर के लिए ऑर्डर में पिछली तिमाही के मुकाबले करीब 30,000 ऑर्डरों का इजाफा हुआ जबकि लैंड रोवर डिफेंडर की मांग करीब 36,000 ऑर्डरों के साथ दमदार बरकरार रही।
उत्पाद मेल में सुधार भी कंपनी के लिए सकारात्मक रहा जहां रेंज रोवर, रेंज रोवर स्पोट्ïर्स और आई-पेस की अध्धिक बिक्री हुई। इसमें क्रमिक आधार पर 34 से 92 फीसदी तक की वृद्धि दर्ज की गई। कंपनी का कहना है कि जेएलआर उत्पादों के लिए मांग में मजबूती बरकरार है और सेमीकंडक्टर की आपूर्ति को काफी सक्रियता के साथ सुचारु करने की कोशिश की जा रही है ताकि अधिक मार्जिन वाले उत्पादों का उत्पादन बढ़ाया जा सके। हालांकि थोक बिक्री विश्लेषकों के अनुमान के मुकाबले कम रही लेकिन बैंक ऑफ अमेरिका के विश्लेषकों का कहना है कि मुक्त नकद प्रवाह (एफसीएफ) के मोर्चे पर सकारात्मक उत्पाद मेल से सहारा मिला। मोतीलाल ओसवाल रिसर्च का भी कहना है कि उत्पाद मेल में सुधार होने से परिचालन संबंधी दबाव से निपटने मदद मिली।
जेएलआर तीसरी तिमाही में 15 करोड़ पाउंड के सकारात्मक एफसीएफ की उम्मीद कर रही है जबकि दूसरी तिमाही में यह आंकड़ा 66.4 करोड़ रुपये रहा था। उत्पाद मेल में सुधार की झलक आगामी तिमाहियों में भी दिख सकती है क्योंकि हाल में कंपनी ने अपने सभी नए रेंज रोवर और रेंज रोवर स्पोट्ïर्स मॉडलों के लिए बुकिंग खोली है। आईआईएफएल रिसर्च के विश्लेषकों के अनुसार, सबसे अधिक औसत बिक्री एवं मार्जिन के साथ लाभप्रदता और वृद्धि में सुधार होना चाहिए। घरेलू कारोबार में कंपनी ने विभिन्न श्रेणियों पर निशाना साधा है।