कार बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी मारुति सुजूकी ने आज अपने शीर्ष नेतृत्व में बदलाव की घोषणा की। कंपनी ने कहा है कि हिसाशी ताकेउची अगले महीने से उसके नए प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी होंगे।
कंपनी के मौजूदा प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी केनिचि आयुकावा का भारत की सबसे बड़ी कार कंपनी में नौ साल का कार्यकाल पूरा हो जाएगा। वह सितंबर के अंत तक कार्यकारी वाइस चेयरमैन के तौर पर पूर्णकालिक निदेशक बरकरार रहेंगे।
ताकेउची जुलाई 2019 से ही मारुति सुजूकी के बोर्ड में मौजूद हैं और उन्हें अंतरराष्ट्रीय कारोबार का व्यापक अनुभव प्राप्त है। वह अप्रैल 2021 से मारुति सुजूकी के संयुक्त प्रबंध निदेशक (वाणिज्यि) पर कार्यरत हैं। इससे पहले वह मूल कंपनी सुजूकी मोटर कॉरपोरेशन में कार्यरत थे।
ताकेउची ऐसे समय में देश की सबसे बड़ी कार कंपनी की कमान संभाल रहे हैं जब वह ढांचागत बदलाव के दौर से गुजर रही है। फिलहाल कंपनी भारतीय वाहन उद्योग में सबसे तेजी से उभरती श्रेणी एसयूवी में अधिक से अधिक हिस्सेदारी हासिल करने की कोशिश कर रही है।
इसके अलावा इलेक्ट्रिक मोबिलिटी से वर्षों तक दूर रहने के बाद मारुति अपनी मूल कंपनी सुजूकी मोटर्स के साथ बैटरी एवं इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए क्षमता विकास पर 10,440 करोड़ रुपये के निवेश के लिए प्रतिबद्धता जताई है। कंपनी ने 2025 में अपने पहले इलेक्ट्रिक वाहन को बाजार में उतारने की योजना बनाई है।
सुजूकी और टोयोटा द्वारा वैश्विक गठबंधन किए जाने के साथ ही ताकेउची को टोयोटा के साथ गठबंधन को ध्यान में रखते हुए भविष्य की रणनीति तैयार करनी होगी। आयुकावा ने 2013 में मारुति सुजूकी के श्रमिकों के विरोध-प्रदर्शन से निपटने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने कंपनी को 50 फीसदी से अधिक बाजार हिस्सेदारी हासिल करने में मदद की।
