Champions Trophy: खूब साल रोमांच, ऐतिहासिक मैच और ICC चैंपियंस ट्रॉफी भारत के नाम। 2025 के ICC चैंपियंस ट्रॉफी में रोमांचक मुकाबले में भारत ने न्यूजीलैंड को एक बेहद रोमांचक मैच में 4 विकेट से हराकर प्रतिष्ठित ट्रॉफी फिर से हासिल की और 2023 वर्ल्ड कप की हार के दर्द को पीछे छोड़ दिया।
जैसे ही दुबई के आसमान में आतिशबाजी छाई, रवींद्र जडेजा गर्व से खड़े थे, दो हाथ ऊपर किए हुए और भारतीय प्रशंसक के चेहरे पर गर्व। इस पल के बाद खिलाड़ी मैदान पर दौड़ पड़े और जडेजा व राहुल को कंधों पर उठा लिया, जो उस यादगार रात के आखिरी हीरो थे।
चेज़ की शुरुआत रोहित शर्मा ने धमाकेदार अंदाज में की। दूसरी ही गेंद पर एक जोरदार पुल शॉट से छक्का जड़ा। भारतीय कप्तान पूरी फॉर्म में थे और उन्होंने तेज शुरुआत से उम्मीदें जगा दीं। लेकिन जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ा, दोनों टीमों के बीच मोमेंटम बार-बार बदला, जिसने दर्शकों को रोमांच से बांधे रखा।
जब दबाव बढ़ रहा था और कुछ ही रन चाहिए थे, जडेजा ने मौके को भुनाया। एक शॉर्ट-लेंथ गेंद का सामना करते हुए, जो अंदर की ओर आई थी, उन्होंने पीछे हटकर एक शानदार पुल शॉट स्क्वायर लेग के पीछे मारा और जीत को पक्का कर दिया। जैसे ही गेंद तेजी से दौड़ी, जडेजा ने अपनी जर्सी के पीछे लिखे नाम की ओर इशारा किया—यह भारत की सामूहिक जीत में उनकी व्यक्तिगत सफलता का पल था।
जश्न भावुक और जोशीला था। रोहित शर्मा और उनकी टीम मैदान पर उमड़ पड़ी, एक-दूसरे को गले लगाया, खुशी से चीखे और जीत को महसूस किया। यह सिर्फ एक और खिताब नहीं था, यह बदला था, 2023 वर्ल्ड कप फाइनल की हार के बाद लंबे समय से इंतजार किया गया सुकून का पल।
एक ऐसी पिच पर, जहां गेंद खूब टर्न (Turn) कर रही थी, भारत के स्पिन गेंदबाजों ने—खासकर कुलदीप यादव (2/40) के नेतृत्व में—ICC चैंपियंस ट्रॉफी 2025 फाइनल का रुख मोड़ दिया। हालांकि, डैरिल मिचेल (63 रन, 101 गेंद) और माइकल ब्रेसवेल (53 रन, 40 गेंद) की शानदार लड़ाई ने न्यूजीलैंड को रविवार को 251/7 के सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया।
न्यूजीलैंड ने शानदार शुरुआत की, 10 ओवर में 69/1 का स्कोर बनाया, हालांकि छठे ओवर में वरुण चक्रवर्ती (2/45) ने विल यंग को आउट कर दिया था। लेकिन 11वें ओवर में कुलदीप यादव के आने से उनकी शुरुआती लय टूट गई।
अपनी पहली ही गेंद पर कुलदीप ने रचिन रवींद्रा को एक शानदार गुगली (Googly) से चकमा दिया और उनके स्टंप उड़ा दिए, जिससे 57 रनों की ओपनिंग साझेदारी टूट गई। रवींद्रा ने इससे पहले हार्दिक पंड्या को निशाना बनाया था, एक छक्का और लगातार दो चौके जड़े थे, लेकिन 28 रन पर मोहम्मद शमी की गेंद पर उनकी अपनी ही गेंदबाजी में ड्रॉप होने से वो भाग्यशाली रहे थे।
अगले ही ओवर में केन विलियमसन, जो पारी को संभालना चाहते थे, कुलदीप की तेज गेंद को डिफेंड (Defend) करते हुए एक आसान कैच दे बैठे। कुछ ही मिनटों में न्यूजीलैंड 12.2 ओवर में 75/3 पर सिमट गया और खेल पूरी तरह पलट गया।
इसके बाद भारत के चार स्पिनरों ने न्यूजीलैंड की पारी को जकड़ लिया। लगातार 81 गेंदों तक ब्लैककैप्स एक भी चौका नहीं लगा सके।
यह सूखा तब टूटा जब ग्लेन फिलिप्स ने कुलदीप को लॉन्ग-ऑफ के ऊपर एक ऊंचा छक्का जड़ा, लेकिन यह राहत ज्यादा देर नहीं टिकी। लगातार दबाव का फायदा उठाते हुए चक्रवर्ती ने फिर वार किया, 93 किमी/घंटा की गुगली से फिलिप्स की डिफेंस को भेदा और 57 रनों की पांचवें विकेट की साझेदारी खत्म की।
जहां कुलदीप और चक्रवर्ती ने तेज टर्न से बल्लेबाजों को परेशान किया, वहीं अक्षर पटेल और रवींद्र जडेजा ने तेजी और सटीकता से कीवियों को जगह नहीं दी। उनके अलग-अलग अंदाज ने कमाल दिखाया, क्योंकि भारत के स्पिनरों ने 38 ओवर में सिर्फ 144 रन दिए।
260 से ज्यादा स्कोर की न्यूजीलैंड की उम्मीदें मिचेल की स्ट्राइक रोटेट करने की क्षमता और ब्रेसवेल के आक्रामक खेल पर टिकी थीं। मिचेल ने 91 गेंदों में अपनी फिफ्टी पूरी की, सिंगल्स और डबल्स से फील्ड को चकमा दिया।
46वें ओवर में मिचेल ने शमी की गेंद पर दो चौके जड़कर अंतिम धक्के की झलक दिखाई। उन्होंने ब्रेसवेल के साथ 46 रनों की साझेदारी की, लेकिन शमी ने उन्हें रोहित शर्मा के हाथों कवर में कैच कराकर आउट किया।
मिचेल के जाने के बाद ब्रेसवेल की ताबड़तोड़ बल्लेबाजी ने न्यूजीलैंड को 250 के पार पहुंचाया। उनके पावर हिटिंग ने आखिरी पांच ओवरों में 50 रन जोड़े, जिससे उनके गेंदबाजों को इस हाई-स्टेक्स फाइनल में लड़ने लायक स्कोर मिला।