यात्री वाहनों की खुदरा बिक्री में फरवरी 2021 के दौरान 10.59 फीसदी की दमदार वृद्धि दर्ज की गई। पिछले साल के कमजोर आधार से वृद्धि को रफ्तार मिली। महीने के दौरान दोपहिया वाहनों की बिक्री में करीब 16 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई जिससे कुल वाहनों की बिक्री रफ्तार पर असर पड़ा। फरवरी 2021 में वाहनों की कुल बिक्री 13.43 फीसदी की गिरावट के साथ 14,99,036 वाहन रह गई जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह आंकड़ा 17,31,628 वाहनों का रहा था।
वाहन डीलरों के संगठन फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) के आंकड़ों के अनुसार, यात्री वाहन श्रेणी में 2,54,058 वाहनों की बिक्री दर्ज हुई जबकि एक साल पहले यह आंकड़ा 2,29,734 वाहनों का रहा था। गौरतलब है कि इस वित्त वर्ष में पहली बार दिसंबर में बिक्री में वृद्धि दर्ज की गई थी जबकि जनवरी में दोबारा उसमें गिरावट आई थी।
संगठन ने कहा कि यात्री वाहन श्रेणी में कुछ ब्रांडों के लिए प्रतीक्षा अवधि अब 8 महीने तक बढ़ चुकी है। वैश्विक सेमीकंडक्टर की किल्लत के कारण कई यात्री वाहन मॉडलों का उत्पादन प्रभावित हुआ है। इससे हुंडई क्रेटा, महिंद्रा थार, निसान मैग्नाइट आदि मॉडलों के लिए प्रतीक्षा की अवधि 8 महीने तक बढ़ गई है।
फाडा ने कहा है कि यह ऐसे समय में हुआ है जब कंपनियां वैश्विक सेमीकंडक्टर एवं कंटेनर किल्लत के कारण आपूर्ति शृंखला में चुनौतियों से जूझ रही हैं।
फाडा ने सरकार से आग्रह किया है कि सेमीकंडक्टर बनाने वाले देशों (ताइवान आदि) के साथ राजनयिक स्तर पर चर्चा की जाए ताकि सेमीकंडक्टर की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित हो सके। फाडा ने कहा कि वाहनों की बिक्री रफ्तार को बरकरार रखने के लिए यह जरूरी है और इससे वाहन उद्योग सुधार प्रक्रिया को लगातार रफ्तार देने में समर्थ हो सकेगा। कुल मिलाकर, फाडा मार्च में वाहनों के पंजीकरण के लिए अपनी उम्मीदों को लेकर लगातार सतर्क है।
ट्रैक्टर श्रेणी में वृद्धि की रफ्तार काफी हद तक पिछले साल के अनुरूप है। महीने के दौरान ट्रैक्टरों की बिक्री में 19 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। जबकि वाणिज्यिक वाहन (सीवी) श्रेणी की में बिक्री 29.53 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
फाडा के अध्यक्ष विंकेश गुलाटी ने कहा कि व्यापक बाजार में ट्रैक्टरों का प्रदर्शन लगातार बेहतर रहा है जबकि उत्सर्जन मानदंडों में बदलाव के कारण पिछले साल के कमजोर आधार पर यात्री वाहन श्रेणी में दो अंकों की वृद्धि दर्ज की गई। वैश्विक बाजारों से सेमीकंडक्टर की आपूर्ति बाधित होने के कारण यात्री वाहनों की प्रतीक्षा अवधि 8 महीने तक बढ़ चुकी है।
फाडा के सर्वेक्षण से पता चला है कि वाहनों की अनुपलब्धता के कारण करीब 50 फीसदी यात्री वाहन डीलरों को 20 फीसदी से अधिक की बिक्री का नुकसान हुआ है। यात्री वाहनों के लिए औसत इन्वेंटरी 10 से 15 दिनों की होती है जबकि दोपहिया वाहनों के लिए यह 30 से 35 दिनों की होती है।
दोपहिया वाहनों की मांग में सुस्ती लगातार बरकरार है क्योंकि कुछ राज्यों में कोविड-19 की नई लहर आने से ग्राहक फिलहाल खरीदारी को टाल रहे हैं। इसके लिए पूछताछ में भी कमी दिख रही है क्योंकि कई शिक्षण संस्थान अभी भी बंद हैं। ईंधन की कीमतें ऐतिहासिक ऊंचाई पर हैं और इससे ग्राहकों की धारणा प्रभावित हुई है। ऐसे में कीमत को लेकर अधिक संवेदनशील प्रवेश स्तर की श्रेणियों में बिक्री की रफ्तार सुस्त पड़ गई है।
