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Paris Olympics: फाइनल में पहुंचे नीरज चोपड़ा, किशोर जेना टॉप 12 खिलाड़ियों में नहीं बना पाए जगह

ग्रुप ए और बी क्वालीफिकेशन के बाद 84 मीटर या इससे अधिक का थ्रो करने वाले सभी खिलाड़ी या दोनों ग्रुप से शीर्ष 12 खिलाड़ियों ने फाइनल के लिए क्वालीफाई किया।

Last Updated- August 06, 2024 | 9:45 PM IST
Paris Olympics: Neeraj Chopra reached the finals, Kishore Jena could not make it to the top 12 players Paris Olympics: फाइनल में पहुंचे नीरज चोपड़ा, किशोर जेना टॉप 12 खिलाड़ियों में नहीं बना पाए जगह

गत चैंपियन भारत के नीरज चोपड़ा ने मंगलवार को यहां ग्रुप बी क्वालीफिकेशन में अपने पहले ही प्रयास में 89.34 मीटर के थ्रो के साथ पेरिस ओलंपिक खेलों की पुरुष भाला फेंक स्पर्धा के फाइनल में जगह बनाई लेकिन किशोर जेना बाहर हो गए। ग्रुप बी क्वालीफिकेशन में सबसे पहले थ्रो करने उतरे नीरज ने 89.34 मीटर से सत्र का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए आठ अगस्त को होने वाले फाइनल के लिए क्वालीफाई किया।

नीरज ने तोक्यो ओलंपिक में भी अपने पहले ही प्रयास में फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया था। नीरज ने ग्रुप ए और बी दोनों में शीर्ष पर रहते हुए फाइनल में प्रवेश किया और इस तरह एडक्टर की चोट से जुड़ी चिंताओं को भी पूरी तरह से खारिज कर दिया। यह नीरज के करियर का दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी है। इस गत ओलंपिक और विश्व चैंपियन ने 87.58 मीटर के प्रयास के साथ तोक्यो ओलंपिक का स्वर्ण पदक जीता था जबकि उनका निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 89.94 मीटर है जो उन्होंने 2022 में स्टॉकहोम डाइमंड लीग में रजत पदक जीतने के दौरान किया था। यह राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी है।

ग्रुप बी से ग्रेनाडा के पूर्व विश्व चैंपियन एंडरसन पीटर्स (88.63 मीटर), राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता पाकिस्तान के अरशद नदीम (86.59 मीटर), ब्राजील के लुईस मॉरीसियो डा सिल्वा (85.91 मीटर) और मालदोवा के एंड्रियन मारडेयर (84.13 मीटर) ने भी भाले को 84 मीटर से अधिक दूर फेंककर सीधे फाइनल में जगह बनाई। भारत के किशोर जेना हालांकि ग्रुप ए क्वालीफिकेशन में 80.73 मीटर के प्रयास से नौवें और कुल 18वें स्थान पर रहे और शीर्ष 12 खिलाड़ियों में जगह बनाकर फाइनल में प्रवेश करने के नाकाम रहे।

ग्रुप ए और बी क्वालीफिकेशन के बाद 84 मीटर या इससे अधिक का थ्रो करने वाले सभी खिलाड़ी या दोनों ग्रुप से शीर्ष 12 खिलाड़ियों ने फाइनल के लिए क्वालीफाई किया। जेना ने अपने पहले प्रयास में भाले को 80.73 मीटर की दूरी तक फेंका लेकिन अपने दूसरे प्रयास में फाउल कर गए।

उन्होंने अपने तीसरे और अंतिम प्रयास में भाले को 80.21 मीटर की दूरी तक फेंका। जर्मनी के जूलियन वेबर अपने पहले ही प्रयास में 87.76 मीटर के प्रयास से ग्रुप ए में शीर्ष पर और कुल तीसरे स्थान पर रहे और फाइनल के लिए क्वालीफाई कर गए। ग्रुप ए से कीनिया के पूर्व विश्व चैंपियन जूलियस येगो (85.97 मीटर), तोक्यो ओलंपिक के रजत पदक विजेता चेक गणराज्य के याकुब वालडेच (85.63 मीटर) और फिनलैंड के टोनी केरानेन (85.27 मीटर) ने भी सीधे फाइनल में जगह बनाई।

नीरज अब फाइनल में ओलंपिक के इतिहास में खिताब बरकरार रखने वाले पांचवां पुरुष भाला फेंक खिलाड़ी बनने के इरादे से उतरेंगे। अगर वह खिताब जीतते हैं तो ओलंपिक व्यक्तिगत वर्ग में दो स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय भी बनेंगे। ओलंपिक की पुरुष भाला फेंक स्पर्धा में अभी तक एरिक लेमिंग (स्वीडन, 1908 और 1912), जोन्नी माइरा (फिनलैंड, 1920 और 1924), चोपड़ा के आदर्श जान जेलेंजी (चेक गणराज्य, 1992 और 1996) और आंद्रियास टी (नॉर्वे, 2004 और 2008) की ओलंपिक में भाला फेंक स्पर्धा में अपने खिताब का बचाव कर पाए हैं।

हालांकि अगर नीरज कोई भी पदक अपने नाम करते हैं तो भी वह स्वतंत्रता के बाद दो व्यक्तिगत ओलंपिक पदक जीतने वाले सिर्फ चौथे भारतीय खिलाड़ी होंगे। स्वतंत्रता के बाद बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू (एक रजत और एक कांस्य), पहलवान सुशील कुमार (एक रजत और एक कांस्य) और निशानेबाज मनु भाकर (दो कांस्य) ही भारत के लिए दो ओलंपिक पदक जीत पाए हैं।

दूसरी तरफ महिला 400 मीटर रेपेचेज में भारत की किरण पहल हीट नंबर एक में 52.59 सेकेंड के लचर प्रदर्शन के साथ छह खिलाड़ियों में छठे स्थान पर रहते हुए सेमीफाइनल में जगह बनाने में नाकाम रहीं। वह रेपेचेज में चुनौती पेश करने वाली 26 धावकों में 23वें स्थान पर रहीं।

हीट एक में नाईजीरिया की एला ओनओजुववेमो 50.59 सेकेंड के समय के साथ शीर्ष पर रहीं। प्रत्येक हीट से शीर्ष पर रहने वाली धावक और दो अन्य सबसे तेज धावकों ने सेमीफाइनल में जगह बनाई।

First Published - August 6, 2024 | 9:45 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

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