IPL 2024: पिछले साल इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का फाइनल अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में 29 मई को खेला गया था। फाइनल मैच के ठीक एक सप्ताह बाद भारतीय क्रिकेट टीम के सदस्य वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से भिड़ने लंदन रवाना हो गए।
गला काट होड़ और आपाधापी के बीच क्रिकेटरों से यही उम्मीद की जाती है कि वे हर तरह के क्रिकेट – टेस्ट, एकदिवसीय, टी20- में ढल जाएं। मगर यह कहना जितना आसान है करना उतना ही मुश्किल। ऐसे मौके आए हैं जब रोहित शर्मा की अगुआई वाली टीम ताश के पत्तों की तरह बिखर गई है। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप को ही ले लीजिए, जहां भारत को ऑस्ट्रेलिया के हाथों 209 रन से करारी हार मिली। टेस्ट चैंपियनशिप में लगातार दूसरी बार फाइनल में भारत चित हुआ था।
मगर रोहित ने अपने खिलाड़ियों को दोष देने के बजाय वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल कराने के समय पर ही सवाल खड़ा कर दिया। उन्होंने पूछा था, ‘फाइनल मुकाबला आईपीएल के बाद ही क्यों कराया गया? मार्च में क्यों नहीं खेला गया? यह जरूरी नहीं कि जून में ही फाइनल कराया जाए।’
जिंदगी में कुछ ही बातें मुकम्मल मानी जा सकती है और उनमें एक है आईपीएल। कोविड महामारी में भी इसका आयोजन नहीं टला, फर्क केवल इतना था कि दर्शक मैदान में नहीं थे। पिछले कई वर्षों से यह टूर्नामेंट सभी बाधाओं को पीछे छोड़ता हुआ आगे बढ़ता रहा है। लोकसभा चुनावों के बीच भी इसकी रफ्तार पर ब्रेक नहीं लगा है।
शुक्रवार को रात आठ बजे चेन्नई के चेपक स्टेडियम में पहली गेंद फिंकने के साथ ही 17वें आईपीएल का आगाज हो जाएगा। 2008 से आईपीएल ने खेल की दुनिया में अपनी कद्दावर छवि बना ली है। ब्रांड फाइनैंस का कहना है कि बतौर ब्रांड आईपीएल की हैसियत 28 प्रतिशत उछल कर 10.7 अरब डॉलर तक पहुंच गई है।
आईपीएल का जलवा यह है कि खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय व घरेलू प्रतियोगिताओं को किनारे कर मोटी कमाई देने वाले इस टूर्नामेंट के लिए अपना दम-खम बचा कर रखते हैं। इस साल फरवरी में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को श्रेयस अय्यर और ईशान किशन को केंद्रीय अनुबंधों की सूची से बाहर करना पड़ा क्योंकि ये दोनों खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट न खेलकर आईपीएल की तैयारी कर रहे थे।
इस पूर मामले की जड़ें जमीन में गहरी उतरी हुई हैं। क्रिकेट प्रतियोगिताओं की समय सारणी इसके लिए जिम्मेदार है। आईपीएल के कुछ ही दिनों बाद जून में आईसीसी टी20 विश्व कप होना है, जिसके मैच कैरिबियन देशों और अमेरिका में खेले जाएंगे। इस साल का आईपीएल इसलिए भी खास है क्योंकि जिस खिलाड़ी का प्रदर्शन अच्छा रहेगा उसे टी20 विश्व कप के लिए टीम में जगह मिलना तय है।
कई मायनों में हम जिस दौर से गुजर रहे हैं आईपीएल उसका इशारा दे रहा है। पूर्व भारतीय कप्तान बिशन सिंह बेदी ने आईपीएल को ‘घोटाला’ करार दिया था। उन्होंने कहा था कि आईपीएल पैसे की हेराफेरी का जरिया बन चुका है। वेस्टइंडीज के पूर्व तेज गेंदबाज माइकल होल्डिंग आईपीएल से खासे नाराज लगते हैं।
होल्डिंग कहते हैं, ‘यह क्रिकेट तो है ही नहीं’। मगर जो भी हो,आईपीएल में लगने वाले पैसे और ब्रांड के रूप में इसकी मजबूती कह रहे हैं कि आने वाले वर्षों में इस टूर्नामेंट का दबदबा बढ़ता ही जाएगा।