कार बाजार में खरीद में गिरावट और नकदी की कमी के कारण सितंबर में भी बिक्री में 3 प्रतिशत की गिरावट देखी गई, लेकिन पिछले तीन महीनों में पहली बार सितंबर में त्योहारों के कारण भारत में यात्री कारों की बिक्री में इजाफा हुआ है।
हुंडई मोटर कॉर्पोरेशन और मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड ने बिक्री के लिहाज से बाजी मारी है। त्योहारों में जबरदस्त मांग के मद्देनजर डीलरों ने पहले ही कारों के लिए 2.8 प्रतिशत अधिक मांग की गई है।
भारतीय ऑटोमोबाइल निर्माताओं के संघ सियाम की ओर से जारी सितंबर माह के आंकड़ों के मुताबिक इस माह में डीलरों ने 1,08,823 कारें खरीदी, जबकि पिछले साल सितंबर महीने में कारों की बिक्री 1,05,822 वाहन थी।
जुलाई और अगस्त में कारों की बिक्री में ढाई साल में पहली बार इतनी गिरावट हुई थी, जिसकी अहम वजह कर्ज के लिए अधिक ब्याज दरें महंगाई के कारण मांग में कमी थीं। भारतीय ऑटो निर्माताओं ने दीपावली के आस-पास त्योहारों के दौरान अधिक मांग को देखते हुए 18 प्रतिशत उत्पादन में वृध्दि की थी।
एमएफ ग्लोबल सिफी सिक्योरिटीज इंडिया प्राइवेट के विशेषज्ञ अंबरीश मिश्रा का कहना है, ‘यह इजाफा कुछ ही समय के लिए है क्योंकि शेयर बाजार में गिरावट का दौर जारी है और अर्थव्यवस्था में मंदी ग्राहकों को शोरूमों से दूर रख सकती है।’
कारों के साथ ही सितंबर में दोपहिया वाहनों की बिक्री में भी जबरदस्त इजाफा देखा गया है। सितंबर, 2008 में मोटरसाइकिलों की बिक्री 15.22 प्रतिशत बढ़कर 6,32,369 हो गई, जबकि पिछले साल सितंबर में उद्योग ने 5,48,816 मोटरसाइकिलें ही बेची थीं।
दुनिया की सबसे बड़ी दोपहिया वाहन निर्माता कंपनी हीरो होंडा की मोटरसाइकिल क्षेत्र की बिक्री में पिछले वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 22 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। दोपहिया वाहनों के क्षेत्र में बिक्री 14.51 प्रतिशत बढ़ी। पिछले साल सितंबर में कुल 6,79,766 वाहन बेचे गए थे, जबकि इस साल सितंबर में 7,78,424 वहान बेचे गए हैं।
बजाज ऑटो की बिक्री में 6 प्रतिशत का इजाफा हुआ है, जिसमें निर्यात भी शामिल है। टीवीएस मोटर्स ने भी सितंबर महीने में बिक्री में दहाई आंकड़े में वृध्दि दर्ज की है। दोपहिया वाहनों के क्षेत्र में जबरदस्त इजाफे के लिए विशेषज्ञ पिछले कुछ महीनों में कर्ज के नियामों में नरमी मानते हैं।
उपयोगिता वाहनों और बहु-उपयोगी वाहनों जैसे महिन्द्रा स्कॉर्पियो, टाटा सफारी, मारुति ओमनी आदि में बिक्री में 15 प्रतिशत का इजाफा हुआ है और सितंबर में 31,643 वाहनों की बिक्री हुई है।
सितंबर महीने में बिक्री के नतीजों पर सियाम के महानिदेशक दिलीप चेनॉय का कहना है, ‘श्राध्द के दौरान ऐसे आंकड़े अच्छे हैं और हैरत में डाल देते हैं। हमने पहले 6 महीनों के लिए दहाई आंकड़ें में वृध्दि की उम्मीद की थी, लेकिन दुर्भाग्य से यह इकाई आंकड़े में रही। नकदी बढ़ने से हमें उम्मीद है कि ग्राहक इस तरफ आकर्षित होंगे।’
मिश्रा का कहना है, ‘ब्याज दरें तो कम होने वाली नहीं हैं, यहां आर्थिक मंदी और नकदी की कमी बनी हुई है।’ उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि दिसंबर तक बिक्री में अहम इजाफा होगा।