महामारी की तीन लहरों के बाद अब होटल क्षेत्र में फिर से सुधार दिखने के पश्चात बुधवार को शुरू हो रहे होटल उद्योग के दो दिवसीय सालाना सम्मेलन में भारत और विदेश के करीब 400 से अधिक नुमाइंदे शिरकत कर सकते हैं। बड़ी कॉन्फ्रेंस और मीटिंग की शुरुआत हो रही है और बड़े पैमाने पर इन गतिविधियों में सुधार देखा जा रहा है। होटल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एचएआई) के उपाध्यक्ष के बी काचरू का कहना है कि देश के महानगरों में पिछले एक महीने में होटल की बुकिंग दर 75-80 फीसदी के दायरे तक पहुंच चुकी है। इस बीच छुट्टियां बिताने के इच्छुक लोग गर्मी बढऩे के साथ ही ठंडी जगहों का रुख कर रहे हैं। ऐसे में लोकप्रिय हिल स्टेशनों पर होटलों में पहले से ही बुकिंग हो चुकी है या फिर काफी महंगी दर पर कमरे मिल रहे हैं। काचरू कहते हैं, ‘ऐसा लगता है कि देश में विकास के क्षेत्र में फिर से दिलचस्पी बढ़ रही है और इससे पर्यटन और निवेश में वृद्धि होगी। अब दूसरे, तीसरे और चौथी श्रेणी के शहरों में फिर से दिलचस्पी दिख रही है और इसमें ही वास्तविक वृद्धि देखी जा रही है।’
तीन साल के अंतराल के बाद पहली बार होटल इंडस्ट्री कॉन्फ्रेंस साउथ एशिया (एचआईसीएसए) की सालाना कॉन्फ्रेंस में पहली बार अंतरराष्ट्रीय होटल चेन के वैश्विक सीईओ की व्यक्तिगत स्तर पर भागीदारी देखी जाएगी। यह कॉन्फ्रेंस, कम मशहूर जगहों पर निवेश की संभावनाएं तलाशने वाला एक मंच साबित हो सकता है। एचआईसीएसए का सालाना आयोजन करने वाली कंपनी होटलीवेट के संस्थापक मानव थडाणी का कहना है, ‘निश्चित तौर पर उत्साह की भावना बनी हुई है।’
होटल क्षेत्र का कैलेंडर वर्ष 2021 देश भर में 42-45 फीसदी बुकिंग के साथ बंद हुआ और एचवीएस-एनारॉक के मुताबिक इसमें 10-13 फीसदी अंक की सालाना बढ़ोतरी हुई जिससे प्रत्येक उपलब्ध कमरे के हिसाब से राजस्व में 24-27 फीसदी तक की वृद्धि हुई और यह 1800-2100 तक हो गया। सलाहकार कंपनी को उम्मीद है कि इसमें 2022 में 66 फीसदी तक का सुधार आ सकता है जिसके साथ औसत कमरे की दर में 28 फीसदी तक की बढ़ोतरी होगी और प्रत्येक उपलब्ध कमरे से होने वाली कमाई इस साल बढ़कर 3,731 हो जाएगी। साथ ही सरकार की तरफ से भी बड़े पैमाने पर बुनियादी ढांचा विकास पर जोर दिया जा सकता है जिनमें सड़क, रेलवे और बंदरगाह शामिल है। एचवीएस एनारॉक इंडस्ट्री ओवरव्यू में एचसीएस एनारॉक के उपाध्यक्ष (दक्षिण एशिया) मनदीप सिंह लांबा का कहना है, ‘हमारा यह मानना है कि यात्रा में फिर से तेजी देखी जाएगी और यह क्षेत्र महामारी के नुकसान वाले दौर को जल्द ही पीछे छोड़ देगा।’ हाल ही में अगोडा सर्वे में इस बात का खुलासा हुआ है कि पर्यटन क्षेत्र में उम्मीदें बढ़ी हैं और भारतीय फिर से अपना बैग पैक करके तैयार हैं। हालांकि अंतरराष्ट्रीय यात्रा फिलहाल कुछ दिनों तक के लिए टलेगी और करीब 39 फीसदी भारतीय पर्यटक 2022 में अंतरराष्ट्रीय स्थलों पर यात्रा करने की उम्मीद कर रहे हैं।
