भारतीय उद्योग जगत के दिग्गज और देश के प्रमुख कानून विशेषज्ञों वाला प्रतिष्ठित निर्णायक मंडल गुरुवार को बिज़नेस स्टैंडर्ड के सालाना कॉर्पोरेट एक्सीलेंस अवॉड्र्स 2021 के विजेताओं का चयन करेगी। यह दूसरा मौका होगा जब निर्णायक मंडल के सदस्यों की बैठक वर्चुअल तरीके से होगी।
भारत के अग्रणी कारोबारी घरानों में शुमार आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला आठ सदस्यीय निर्णायक मंडल की अध्यक्षता करेंगे। जेएसडब्ल्यू समूह के चेयरमैन सज्जन जिंदल, केकेआर इंडिया के वरिष्ठ सलाहकार संजय नायर, ईवाई इंडिया के चेयरमैन राजीव मेमानी, मैकिंजी ऐंड कंपनी के सीनियर पार्टनर नोशिर काका, सिरिल अमरचंद मंगलदास के मैनेजिंग पार्टनर सिरिल श्रॉफ, बेन कैपिटल प्राइवेट इक्विटी के चेयरमैन अमित चंद्रा और एजेडबी ऐंड पाटर्नर्स की संस्थापक तथा मैनेजिंग पार्टनर जिया मोदी भी निर्णायक मंडल में शामिल हैं।
निर्णायक मंडल बिज़नेस स्टैंडर्ड रिसर्च ब्यूरो द्वारा संकलित कारोबारी जगत के वित्तीय आंकड़ों की सूची और गुणात्मक पहलुओं के आधार पर सीईओ ऑफ द इयर, कंपनी ऑफ द इयर, स्टार्टअप ऑफ द इयर के नाम पर मुहर लगाएगा।
इसके साथ ही अन्य श्रेणियों – बहुराष्ट्रीय फर्मों, लघु एवं मझोले उपक्रमों और सार्वजनिक उपक्रमों में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली कंपनियां भी चुनी जाएंगी। इसके लिए मार्च 2021 में समाप्त हुए वित्त वर्ष के प्रदर्शन को पैमाना बनाया जाएगा। इस दौरान कोविड महामारी के मद्देनजर लॉकडाउन के कारण भारत और दुनिया भर की कंपनियों के कारोबारी मॉडल में व्यापक बदलाव आया है। निर्णायक मंडल में भारतीय उद्योग जगत के पुरोधा शामिल हैं।
बिड़ला को कुशल उद्योगपति के रूप में जाना जाता है, जिन्होंने विलय और देश-विदेश में अधिग्रहण के साथ समूह को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है तथा समूह की कंपनियों को संबंधित क्षेत्र का अगुआ बनाया है-चाहे वह सीमेंट कारोबार हो या धातु। हिंडाल्को इंडस्ट्रीज समूह की प्रमुख धातु कंपनी है, जिसने 2007 में नोवालिस, 2020 में अलेरिस जैसी कंपनियों का अरबों डॉलर में अधिग्रहण किया था। इसके दम पर हिंडाल्को दुनिया की सबसे बड़ी एल्युमीनियम उत्पादक कंपनियों में शामिल हो गई है। इसी तरह अल्ट्राटेक सीमेंट भारत की सबसे बड़ी और दुनिया की छठी सबसे बड़ी सीमेंट उत्पादक कंपनी है। समूह भारत में उच्च कारोबारी संचालन मानदंडों का भी पालन करने के लिए जाना जाता है।
जेएसडब्ल्यू समूह के प्रमुख सज्जन जिंदल ने जेएसडब्ल्यू स्टील को भारत की शीर्ष स्टील उत्पादक कंपनी बनाने में योगदान दिया है। समूह ने बिजली कारोबार, सीमेंट, बुनियादी ढांचा क्षेत्र और पेंट कारोबार में भी अपना विस्तार किया है। केकेआर इंडिया के वरिष्ठ सलाहकार संजय नायर ने देश में कई प्रमुख निजी इक्विटी सौदे को अंजाम दिया है। केकेआर से पहले वह सिटीबैंक इंडिया में थे। फिलहाल नायर और उनका परिवार फैशन ई-कॉमर्स वेंचर्स (नायिका) का प्रवर्तक है और उनके पास कंपनी की 52.6 फीसदी हिस्सेदारी है। नायिका का मूल्यांकन 73,000 करोड़ रुपये से अधिक है। हॉर्वर्ड लॉ स्कूल और कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी से पढ़ी जिया मोदी ने 2004 में एजेडबी ऐंड पार्टनर्स नाम से लॉ फर्म बनाई थी, जो अब देश की प्रमुख कॉर्पोरेट लॉ फर्मों में से एक है। नोशिर काका 2011 से 2016 तक मैकिंजी इंडिया के प्रबंध निदेशक रहे और उन्होंने कंपनी के वैश्विक आउटसोर्सिंग एवं ऑफशोरिंग कामकाज और बिजनेस प्रौद्योगिकी का कार्यालय भारत में स्थापित किया। वह फर्म के प्रौद्योगिकी, मीडिया और दूरसंचार कारोबार के दुनिया भर में वरिष्ठ पार्टनर और सह-लीडर हैं। मेमानी 1980 के दशक के मध्य में ईवाई (पूर्व नाम अन्स्र्ट ऐंड यंग) से जुड़े थे और अब वह इसके भारतीय कारोबार के चेयरमैन बन गए हैं। वह ईवाई के वैश्विक एक्जिक्यूटिव बोर्ड के सदस्य और ईवाई की वैश्विक इमर्जिंग मार्केट्स कमिटी के चेयरमैन भी हैं। श्रॉफ देश के शीर्ष वकीलों में से एक और सिरिल अमरचंद मंगलदास के मैनेजिंग पार्टनर हैं। श्रॉफ के पास कॉर्पोरेट एवं सिक्योरिटीज लॉ, बैंकिंग, दिवालिया, विवाद आदि का चार दशक का लंबा अनुभव है। चंद्रा बेन कैपिटल के भारत कार्यालय के संस्थापक हैं और वह कंपनी के वित्तीय सेवा कारोबार के सदस्य तथा एशिया प्रशांत लीडरशिप टीम के भी सदस्य हैं। बेन कैपिटल से पहले वह डीएसपी मेरिल लिंच में प्रबंध निदेशक रह चुके हैं।