देश में 15 जुलाई को 75 दिनों के लिए शुरू किए गए मुफ्त बूस्टर टीका कार्यक्रम का एक मकसद देश में कोविड-19 टीके की तीसरी खुराक की रफ्तार बढ़ानी थी। हालांकि सरकार ने पिछले 45 दिनों में लगभग 10 करोड़ टीके की खुराक दी हैं, लेकिन बिज़नेस स्टैंडर्ड ने अपने विश्लेषण में पाया गया कि बूस्टर खुराक देने की रफ्तार धीमी हो गई है। समझा जाता है कि बूस्टर टीका देने की घटती रफ्तार को देखते हुए केंद्र बूस्टर इसके कवरेज को बढ़ाने के लिए राज्यों पर दबाव डाल रहा है। सरकार ने 28 सितंबर तक सभी पात्र वयस्कों को बूस्टर खुराक देने का लक्ष्य रखा था।
विश्लेषण से पता चलता है कि 30 अगस्त तक, 36 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में से केवल पांच ने कम से कम एक- तिहाई वयस्क आबादी को बूस्टर खुराक दी थी। बूस्टर खुराक के लिए पात्र 76.8 करोड़ वयस्कों में से 15.9 करोड़ या पांच में से एक को बूस्टर खुराक मिली थी। बड़े राज्यों में, आंध्र प्रदेश में 34.5 प्रतिशत पात्र लोगों को और छत्तीसगढ़ में 34.4 प्रतिशत लोगों बूस्टर खुराक दी गई थी। दिल्ली की बूस्टर खुराक टीकाकरण दर 20.9 प्रतिशत और झारखंड की 8.7 प्रतिशत थी। चार राज्यों में 10 प्रतिशत से कम बूस्टर खुराक दी गई थी साथ ही 18 राज्यों में टीका लगाने की दर 20.6 प्रतिशत के राष्ट्रीय औसत से कम थी।
विश्लेषण से पता चलता है कि 36 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में से 19 में 18-59 आयु वर्ग में औसत दैनिक बूस्टर टीकाकरण 23 अगस्त की तुलना में 30 अगस्त को खत्म हुए सप्ताह में कम हो गया था और यह एक महीने पहले (2 अगस्त) के स्तर से कम था।
उदाहरण के तौर पर, मध्य प्रदेश के मामले में, 30 अगस्त को खत्म हुए सप्ताह के दौरान औसतन रोज दिए जाने वाले टीकाकरण की दर 73.3 प्रतिशत घटकर 47,489 खुराक हो गई थी जबकि 23 अगस्त को खत्म हुए सप्ताह के दौरान 177,175 खुराक दी गई थी। मध्य प्रदेश ने 2 अगस्त वाले सप्ताह में 200,000 से अधिक रोजाना खुराक दी थी।
तमिलनाडु में बूस्टर खुराक 23 अगस्त को 89,980 से घटकर 30 अगस्त को 22,177 हो गया था। दिल्ली, गुजरात, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और राजस्थान उन 17 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में शामिल हैं, जहां वृद्धि दर्ज की गई है। भले ही गुजरात में बूस्टर खुराक देने की दर रोजाना 221,196 खुराक तक बढ़ गई थी, लेकिन यह 2 अगस्त के 324,783 खुराक के शीर्ष स्तर से कम ही था। भारत में रोजाना बूस्टर खुराक देने की दर 30 अगस्त को औसतन 19 लाख थी जबकि पिछले सप्ताह यह 22 लाख के स्तर पर पहुंच गई थी। मौजूदा रफ्तार से भारत में 75 दिनों के आखिर में 28 सितंबर तक 21.2 करोड़ लोगों को बूस्टर खुराक दे दी जाएगी और पात्र आबादी तक कवरेज 26.7 प्रतिशत तक बढ़ जाएगा।