प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोमवार को रांची में कई स्थानों पर छापेमारी की और झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम (Alamgir Alam) के सचिव के एक नौकर के घर से 25 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी बरामद की है।
ईडी (ED) ने धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत छापेमारी शुरू की। ईडी ने यह बरामदगी कथित तौर पर झारखंड के मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव लाल के घरेलू नौकर के कमरे से की है।
झारखंड के मंत्री आलमगीर आलम के बारे में 5 तथ्य:
1. 1954 में जन्मे आलमगीर आलम (Alamgir Alam) ने 1974 में भागलपुर विश्वविद्यालय से ग्रेड्यूएशन की थी। झारखंड में वरिष्ठ कांग्रेस नेता आलम ‘पाकुड़’ विधानसभा क्षेत्र से चार बार विधायक हैं।
2. साहिबगंज जिले के निवासी आलम पहली बार 2000 में और फिर 2004 में झारखंड विधानसभा के लिए चुने गए। उन्होंने 2006 में झारखंड विधानसभा के स्पीकर के रूप में भी कार्य किया। हालांकि, आलम 2009 में चुनाव हार गए थे लेकिन 2014 और 2019 में झारखंड विधानसभा चुनाव में वह लगातार जीत गए थे।
3. 70 वर्षीय कांग्रेस नेता वर्तमान में झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन की सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री हैं।
4. ग्रामीण विकास विभाग के पूर्व मुख्य अभियंता वीरेंद्र कुमार राम के खिलाफ दर्ज मनी लॉन्ड्रिंग मामले से संबंधित ईडी द्वारा की गई तलाशी के बाद आलम इस समय विवादों में हैं। ईडी ने अपने 2023 के बयान में कहा कि अभियंता वीरेंद्र कुमार राम ने ठेकेदारों को टेंडर अलॉट करने के बदले में उनसे “कमीशन के नाम पर पैसे जुटाए है।
5. हालांकि, झारखंड के मंत्री ने दावा किया कि उनके पास छापे के बारे में “कोई आधिकारिक जानकारी नहीं” है। उन्होंने कहा, “मैं टीवी देख रहा हूं और उसमे कहा जा रहा है कि यह परिसर सरकार द्वारा मुझे प्रदान किए गए आधिकारिक पीएस (निजी सचिव) से जुड़ा हुआ है।”