कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को जम्मू में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर के लोगों के अधिकार छीनने और संसाधनों पर कब्जा करने के लिए राज्य का दर्जा छीना है, ताकि बाहरी लोगों को लाभ पहुंचाया जा सके। खासकर देश के शीर्ष दो अरबपतियों को यहां ठेके दिए जा सकें।
उन्होंने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश में अगली सरकार कांग्रेस और नैशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन की बनेगी, जो जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करेगी और खाली पदों को भरेगी।
रामबन जिले की बनिहाल विधान सभा क्षेत्र के संगलदान में लोक सभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने अपनी पहली रैली को संबोधित किया। यहां पहले चरण में 18 सितंबर को चुनाव होगा। राहुल ने कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन ने प्रधानमंत्री मोदी के आत्मविश्वास को हिलाकर रख दिया है। अब वह पहले की तरह सीना तान कर नहीं चलते। पहले प्रधानमंत्री मोदी ने इंडिया गठबंधन द्वारा उठाई गई राष्ट्रीय स्तर पर जनगणना का विरोध किया। अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने जाति जनगणना का समर्थन किया है।
विपक्षी गठबंधन के दबाव में ही केंद्र सरकार लैटरल ऐंट्री से भर्ती की योजना को वापस लेने पर मजबूर हुई है। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि दिल्ली में केंद्र सरकार को केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और उनके कॉरपोरेट दोस्त चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि जीएसटी और नोटबंदी जैसे सरकार के फैसले दो अरबपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए लागू किए गए, जिन्होंने छोटे कारोबार चौपट कर दिए।
गांधी ने कहा, ‘संसद में मुझे मोदी के कॉरपोरेट दोस्तों का नाम लेने से रोका गया। इसलिए मैंने उन्हें ए1 और ए2 नामों से संबोधित करना शुरू कर दिया। यह ‘हम दो, हमारे दो’ यानी मोदी-शाह और अंबानी-अदाणी की सरकार है।’ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी डरे हुए हैं। अब वह संसद भवन में सिर पर संविधान की पुस्तक रखकर प्रवेश करते हैं। वह अपने आप को नॉन बायोलॉजिकल कहते थे, लेकिन मतदाताओं ने उन्हें याद दिला दिया कि भगवान आम आदमी की बात सुनते हैं, उन्हें भी सुननी पड़ेगी।
राहुल ने दावा किया कि कांग्रेस और नैशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाएगा और केंद्र पर दबाव बनाएगा कि केंद्र शासित प्रदेश का राज्य का दर्जा वापस दिया जाए और यह भी सुनिश्चित किया जाए कि यहां के संसाधनों पर स्थानीय लोगों का कही हक हो। वे ही उन्हें इस्तेमाल करें। उन्होंने वादा कि यहां बनने वाली अगली सरकार खाली पदों पर भर्तियां करेगी और वेतन में भी वृद्धि की जाएगी।