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दिल्ली CM अरविंद केजरीवाल के इस्तीफा देने की ऐलान को भाजपा ने बताया ‘पीआर हथकंडा’, विपक्षी दलों ने की सराहना

Arvind Kejriwal resignation: दिल्ली विधान सभा का कार्यकाल 23 फरवरी को खत्म होने जा रहा है और अब राष्ट्रीय राजधानी में विधान सभा चुनाव होने में पांच महीने से भी कम समय बचा है।

Last Updated- September 15, 2024 | 9:57 PM IST
BJP called Delhi CM Arvind Kejriwal's resignation announcement a 'PR stunt', opposition parties praised it दिल्ली CM अरविंद केजरीवाल के इस्तीफा देने की ऐलान को भाजपा ने बताया ‘पीआर हथकंडा’, विपक्षी दलों ने की सराहना

Arvind Kejriwal resignation: आम आदमी पार्टी (आप) के नेता अरविंद केजरीवाल ने भ्रष्टाचार के आरोपों के मामले में इस वर्ष जेल में करीब 154 दिन बिताए लेकिन वह दिल्ली के मुख्यमंत्री का पद छोड़ने के इच्छुक नहीं दिखे। लेकिन तिहाड़ जेल से बाहर आने के बाद रविवार को उन्होंने कहा कि वह दो दिनों में अपने पद से इस्तीफा दे देंगे। उन्होंने दिल्ली में समय पूर्व चुनाव कराने की मांग करेंगे। केजरीवाल ने कहा कि जब तक लोग उन्हें ‘ईमानदारी का प्रमाणपत्र’ नहीं दे देते, तब तक वह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे।

दिल्ली विधान सभा का कार्यकाल 23 फरवरी को खत्म होने जा रहा है और अब राष्ट्रीय राजधानी में विधान सभा चुनाव होने में पांच महीने से भी कम समय बचा है। केजरीवाल ने केंद्र से कहा कि महाराष्ट्र के साथ-साथ दिल्ली के भी चुनाव करा दिए जाएं जहां नवंबर में चुनाव होने वाले हैं।

उन्होंने कहा कि वह मुख्यमंत्री और मनीष सिसोदिया उपमुख्यमंत्री तभी बनेंगे जब नए सिरे से चुनाव होंगे। मनीष सिसोदिया 17 महीने तक कारावास में रहने के बाद अगस्त में जेल से रिहा हुए हैं। सिसोदिया को आबकारी नीति मामले में पिछले महीने जमानत मिली थी। आप ने कहा कि इस हफ्ते नए नेता का चयन किया जाएगा।

केजरीवाल सरकार ने वर्ष 2024-25 के बजट में 18-60 वर्ष की पात्र महिलाओं को 1,000 रुपये का भत्ता देने की घोषणा की है जिसे लागू करने की दरकार होगी। सूत्रों का कहना है कि दिल्ली की वित्त मंत्री आतिशी के केजरीवाल की उत्तराधिकारी बनने की प्रबल संभावना है जिन्होंने इस योजना की घोषणा मार्च में की थी।

आबकारी नीति से जुड़े कथित भ्रष्टाचार मामले में शुक्रवार को तिहाड़ जेल से जमानत पर रिहा हुए केजरीवाल ने कहा कि अगले कुछ दिन में आम आदमी पार्टी (आप) के विधायकों की बैठक होगी और पार्टी के एक नेता को मुख्यमंत्री चुना जाएगा।

केजरीवाल ने कहा, ‘मैं दो दिन बाद इस्तीफा दे दूंगा और लोगों से पूछूंगा कि क्या मैं ईमानदार हूं? जब तक वे जवाब नहीं देते, मैं मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा।’

उन्होंने कहा, ‘दिल्ली में फरवरी में चुनाव होने हैं, लेकिन मेरी मांग है कि राष्ट्रीय राजधानी में चुनाव महाराष्ट्र के साथ नवंबर में कराए जाएं, मैं मुख्यमंत्री की कुर्सी पर तभी बैठूंगा, जब लोग मुझे ईमानदारी का प्रमाणपत्र देंगे। मैं जेल से बाहर आने के बाद अग्निपरीक्षा देना चाहता हूं।’

केजरीवाल ने आरोप लगाया कि भाजपा ने उन्हें भ्रष्ट साबित करने की कोशिश की है। उन्होंने दावा किया कि भगवा पार्टी लोगों को अच्छे स्कूल और मुफ्त बिजली मुहैया नहीं करा सकी क्योंकि वे भ्रष्ट हैं। उन्होंने कहा, ‘हम ईमानदार हैं।’

दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘वे गैर-भाजपा मुख्यमंत्रियों के खिलाफ झूठे मामले दर्ज करते हैं। अगर मुख्यमंत्रियों को गिरफ्तार किया जाता है, तो मैं उनसे आग्रह करता हूं कि वे इस्तीफा न दें, बल्कि जेल से ही अपनी सरकार चलाएं।’ केजरीवाल ने कहा, ‘मैंने (आबकारी नीति मामले में गिरफ्तारी के बाद) इस्तीफा नहीं दिया क्योंकि मैं लोकतंत्र का सम्मान करता हूं और मेरे लिए संविधान सर्वोपरि है।’

केजरीवाल के इस्तीफे की घोषणा को लेकर उनकी आलोचना करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, ‘आप के राष्ट्रीय संयोजक की घोषणा उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल को मुख्यमंत्री बनाने की योजना का एक हिस्सा है, अरविंद केजरीवाल ने आपदा में अवसर तलाशने में पीएचडी की है।’ पूनावाला ने केजरीवाल के इस कदम को ‘पीआर एक्सरसाइज (चर्चा में रहने का हथकंडा) और ड्रामा (नाटक)’ करार दिया।

उन्होंने कहा, ‘वह इस्तीफे का नाटक इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि अदालत ने उन्हें (आबकारी नीति ‘घोटाला’) मामले में बरी नहीं किया, बल्कि उन्हें सशर्त जमानत दी है, जिससे वह मुख्यमंत्री से नाममात्र के मंत्री बन गए हैं।’

आप कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने 2014 में सत्ता संभालने के महज 49 दिन बाद जन लोकपाल विधेयक को लेकर मुख्यमंत्री पद छोड़ने का जिक्र किया और कहा, ‘मैंने तब अपने आदर्शों के लिए इस्तीफा दे दिया था। मुझे सत्ता की लालसा नहीं है।’

मुख्यमंत्री ने दावा किया कि आबकारी नीति का मामला लंबे समय तक चलेगा और वह दिल्ली की जनता से पूछना चाहते हैं कि वह ईमानदार हैं या दोषी। उन्होंने लोगों से कहा कि अगर वे उन्हें ईमानदार मानते हैं तो ही उनके पक्ष में वोट करें। उन्होंने कहा, ‘मेरे लिए भाजपा नहीं बल्कि लोग महत्त्वपूर्ण हैं।’

मुख्यमंत्री ने ‘आप’ कार्यकर्ताओं से कहा, ‘हमारे नेता सत्येंद्र जैन और अमानतुल्ला खान अब भी जेल में हैं। मुझे उम्मीद है कि वे जल्द ही बाहर आ जाएंगे।’

उन्होंने कहा कि वह भगवान का शुक्रिया अदा करते हैं, जिसने मुश्किलों के दौरान उनका साथ दिया। जेल में बिताए गए समय के बारे में केजरीवाल ने स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह द्वारा अंग्रेजी शासन की कैद में रहते हुए लिखे गए पत्रों का उल्लेख किया और कहा, ‘मैंने तिहाड़ से उपराज्यपाल को केवल एक पत्र लिखा और मुझे चेतावनी जारी कर दी गई।’

उन्होंने कहा, ‘हमारे स्वतंत्रता सेनानियों को अपने सहकर्मियों से मिलने की अनुमति थी, लेकिन मेरे पार्टी सहयोगी संदीप पाठक को जेल में मुझसे मिलने की अनुमति नहीं थी।’

‘आप’ के एक पदाधिकारी ने कहा कि जब 21 मार्च को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुख्यमंत्री को गिरफ्तार किया था, तब उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल ने दिल्ली, गुजरात और हरियाणा में लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी के प्रचार में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

उन्होंने कहा, ‘चूंकि वह एक पूर्व भारतीय राजस्व अधिकारी भी हैं, इसलिए वह सरकार और नौकरशाही के कामकाज को समझती हैं। अगर उन्हें दिल्ली का मुख्यमंत्री नियुक्त किया जाता है तो पार्टी नेताओं में कोई विरोध नहीं होगा।’

(साथ में एजेंसियां)

First Published - September 15, 2024 | 9:57 PM IST

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