facebookmetapixel
DPDP नियमों से IT कंपनियों के सामने कंप्लायंस चुनौतियां, लेकिन तैयारी पहले से होने के कारण बड़ा झटका नहींDividend Stocks: टायर बनाने वाली मशहूर कंपनी निवेशकों को देगी 30% डिविडेंड, रिकॉर्ड डेट इसी हफ्तेकहीं निवेश करने की सोच रहे हैं? RBI के ‘सचेत’ पोर्टल पर पहले करें वेरिफाई, नहीं तो हो सकता है बड़ा नुकसान35% का तगड़ा डिविडेंड! सरकारी तेल कंपनी का निवेशकों को बड़ा तोहफा, रिकॉर्ड डेट इसी हफ्तेAI क्रांति के बीच पहला बड़ा झटका! कौन है फेल होने वाला स्टारटअप?Upcoming IPOs This Week: इस हफ्ते दो IPO खुलने से बाजार में बढ़ेगी हलचल, वहीं सात कंपनियों की होगी लिस्टिंगMarket Outlook: इस हफ्ते बाजार की चाल तय करेंगे PMI डेटा और US-India की ट्रेड बातचीतक्या घरेलू मैदान पर अब फायदा नहीं मिल रहा है? भारत को पिछले छह टेस्ट मैचों में से चार में मिली हारNTPC का बड़ा दांव, देशभर में लगेंगी 700 से 1,600 MW की न्यूक्लियर इकाइयांDelhi Blast: रेड फोर्ट धमाके के बाद लाल किला मेट्रो स्टेशन हुआ फिर से चालू

सूरत में मंदी बदल सकती है चुनाव की सूरत

Last Updated- December 10, 2022 | 8:50 PM IST

हीरे के कारोबार से जुड़े गुजरात के सात जिलों में आगामी लोकसभा चुनावों में विभिन्न पार्टियों के बीच जबरदस्त टक्कर देखने को मिलेगी।
कांग्रेस और कुछ छोटी विपक्षी पार्टियां इस दफा इन जिलों में छंटनी के मसले को जोर शोर से उठाएंगी। कांग्रेस इस बार सौराष्ट्र और उत्तरी गुजरात में अच्छी बढ़त मिलने की उम्मीद कर रही है।
कांग्रेस के पास इस राज्य से 12 लोकसभा सीटें हैं जिसे सुधारकर वह 14 से 17 सीटों तक ले जाने की उम्मीद कर रही है। पार्टी को उम्मीद है कि  इस बार उसे उन लोगों के वोट मिलेंगे जिन्होंने राज्य में अपनी नौकरियां खोई हैं।
इनमें हीरे के कारोबार से जुड़े ऐसे लोग भी शामिल हैं जिन्हें अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा था। हीरे के कारोबार से जुड़े सात जिलों में कांग्रेस छंटनी के मसले को जोर शोर से उठा रही है।

First Published - March 23, 2009 | 1:54 PM IST

संबंधित पोस्ट