facebookmetapixel
कृषि को लाभदायक बिजनेस बनाने के लिए ज्यादा ऑटोमेशन की आवश्यकताQ2 Results: टाटा स्टील के मुनाफे में 272% की उछाल, जानें स्पाइसजेट और अशोक लीलैंड समेत अन्य कंपनियों का कैसा रहा रिजल्टसेबी में बड़े बदलाव की तैयारी: हितों के टकराव और खुलासे के नियम होंगे कड़े, अधिकारियों को बतानी होगी संप​त्ति!Editorial: आरबीआई बॉन्ड यील्ड को लेकर सतर्कनिर्यातकों को मिली बड़ी राहत, कैबिनेट ने ₹45,060 करोड़ की दो योजनाओं को दी मंजूरीसीतारमण का आठवां बजट राजकोषीय अनुशासन से समझौता नहीं कर सकताटाटा मोटर्स की कमर्शियल व्हीकल कंपनी की बीएसई पर हुई लिस्टिंग, न्यू एनर्जी और इलेक्ट्रिफिकेशन पर फोकसग्लोबल एआई और सेमीकंडक्टर शेयरों में बुलबुले का खतरा, निवेशकों की नजर अब भारत परसेबी की चेतावनी का असर: डिजिटल गोल्ड बेचने वाले प्लेटफॉर्मों से निवेशकों की बड़ी निकासी, 3 गुना बढ़ी रिडेम्पशन रेटप्रदूषण से बचाव के लिए नए दिशानिर्देश, राज्यों में चेस्ट क्लीनिक स्थापित करने के निर्देश

रेलवे को भी भाया जटरोफा

Last Updated- December 07, 2022 | 4:01 PM IST

जम कर बरस रहें मानसून के बीच उत्तर रेलवे ने जटरोफा की खेती के विस्तार की योजना बनाई है।


उत्तर रेलवे के प्रवक्ता ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि इस समय उत्तर रेलवे के सभी मंडलों लखनऊ, फिरोजपुर, मुरादाबाद, अंबाला और दिल्ली में जटरोफा की खेती की जा रही है। अब जटरोफा का उत्तर रेलवे के उन क्षेत्रों में भी विस्तार किया जाएगा जहां इसकी खेती की संभावनाएं है।

प्रवक्ता ने बताया कि जटरोफा की खेती वर्तमान समय में डीजल की बढती मांग को देखते हुए बहुत जरुरी है। जटरोफा की खेती के लिए मानसून के समय वर्षा के तौर पर मिली पानी की मात्रा पर्याप्त होती है। इसलिए हमें इसके लिए अलग से सिंचाई की व्यवस्था भी करने की जरुरत नहीं पड़ेगी।

प्रवक्ता ने बताया कि उत्तर रेलवे जटरोफा की खेती के विस्तार के लिए अपने संसाधनों का प्रयोग करेगी। वर्तमान में रेलवे इसके लिए अपनी खाली पड़ी जमीन का प्रयोग कर रही है। रेलवे प्रवक्ता ने कहा कि जटरोफा की खेती के लिए उत्तर रेलवे की किसी निजी कंपनी के साथ करार करने की संभावना नहीं है।

उत्तर रेलवे जटरोफा की खेती अपने संसाधनों के आधार पर करेगी। इसके लिए रेलवे की अपनी प्लांटेशन नर्सरी है। जिसमे रेलवे का हॉर्टीकल्चर विभाग जटरोफा की खेती करेगा। एक अनुमान के हिसाब से इस समय देश में जटरोफा की खेती की अपार संभावनाए है। कुछ वर्षो के भीतर ही जटरोफा की खेती के 20 फीसदी हिस्से पर खेती रेलवे द्वारा की जायेगी। ऐसे में रेलवे को लगभग 225 लाख हेक्टेयर जमीन की आवश्यकता होगी।

First Published - August 8, 2008 | 10:03 PM IST

संबंधित पोस्ट