facebookmetapixel
कैसे ₹1.8 करोड़ के निवेश पर भारी पड़ी ₹42 लाख की SIP? हर निवेशक के लिए जरूरी सबकCloudflare में आई तकनीकी खामी, ChatGPT, X समेत कई जरूरी सेवाएं प्रभावित; लाखों यूजर्स परेशान10k की SIP ने 1 लाख की SIP से ज्यादा पैसा बनाया- कैसे? पूरी कहानीElon Musk का X ठप्प! Cloudflare और ChatGPT में भी आई तकनीकी खराबी, यूजर्स परेशान‘AI पर कभी आंख मूंदकर भरोसा न करें’, गूगल के CEO सुंदर पिचाई की चेतावनी, कहा: फूट सकता है AI ‘बबल’Baroda BNP Paribas की पैसा डबल करने वाली स्कीम, 5 साल में दिया 22% रिटर्न; AUM ₹1,500 करोड़ के पारक्या इंश्योरेंस लेने के बाद होने वाली बीमारी क्लेम या रिन्यूअल को प्रभावित करती है? आसान भाषा में समझेंक्या टेक कंपनियां गलत दांव लगा रही हैं? Meta AI के अगुआ यान लेकन ने ‘LLM’ की रेस को बताया गलत41% अपसाइड के लिए Construction Stock पर खरीदारी की सलाह, ₹45 से नीचे कर रहा ट्रेडPM Kisan 21st installment: कब आएगा किसानों के खातें में पैसा? चेक करें नया अपडेट

ऑनलाइन गणेशोत्सव की धूम

Last Updated- December 15, 2022 | 3:13 AM IST

कोरोना संक्रमण के कारण गणेशोत्सव पर्व पर लगी तमाम पाबंदियों ने ऑनलाइन कारोबार को निखरने का मौका प्रदान किया है। गणेश पूजा में लगने वाली सामाग्री, मूर्ति, मोदक, सजावट का सामान के साथ अब ऑनलाइन पंडित जी की भी बुकिंग की जा रही है। कोरोना के चलते ऑनलाइन पंडित जी के साथ वर्चुअल पूजा की भी मांग हो रही है।
महाराष्ट्र के सबसे बड़े पर्व गणेशोत्सव की शुरुआत होने में महज दो दिन बचे हैं। लेकिन लोगों की तैयारी पूरी नहीं हो पा रही है, इसकी सबसे बड़ी वजह कोरोना संक्रमण के कारण बाजार और दुकानों से दूरी है। गणेशोत्सव के दौरान लोगों की जरूरतों को कई मोबाइल ऐप पूरा कर रहे हैं जहां जरूरत की सभी चीजें महज कुछ घंटों में घर पर पहुंचाई जा रही हैं। पूजा सामग्री के साथ पंडित जी यहां मिल रहे हैं। ये पंडित ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से पूजा करा रहे हैं।
कई मोबाइल ऐप अपने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर ऑनलाइन / ऑफलाइन पूजा पैकेज, पंडित बुकिंग सेवा, मंदिर में दर्शन की बुकिंग,गणेश मूर्ति, मोदक, पूजा सामग्री और अंतिम मिनट में गणेश प्रतिमा की बुकिंग कर रहे हैं। इस साल गणेशोत्सव पैकेज में होम डिलिवरी देने पर अधिक ध्यान दिया है। पैकेज में ईको-फ्रेंडली गणेश मूर्तियां, ताजे फूल और गणेश की स्थापना के लिए आवश्यक सभी पूजा सामग्री, ऑनलाइन / ऑफलाइन पुजारी सेवाएं और स्वास्थ्य देखभाल के साथ बनाई गई स्टीम मोदक डीप फ्राई मोदक, मंगोमोदक, काजू मोदक, हेल्दी ड्राई फ्रूट मोदक और विशेष रूप से बनाए गए रागी के मोदक भी उपलब्ध हैं।
मोबाइल ऐप माई ओमनमो के संस्थापक मकरंद पाटिल कहते हैं कि इस ऐप में संपूर्ण गणेश पूजा किट में गणपति बप्पा के 68 प्रकार की मूर्तियां हैं। कागज मखर (सजावट के लिए) के 35 अलग-अलग डिजाइन हैं। पूजा करने वाले ब्राह्मणों के साथ एक पूजा सामग्री किट है। थर्मोकोल पर प्रतिबंध के कारण, हम रिसाइकल्ड सामग्री और प्राकृतिक रंगों से बने पर्यावरण के अनुकूल मखर और अन्य सजावटी सामग्री प्रदान कर रहे हैं। पूजा सामग्री किट में 48 वस्तुओ का समावेश हैं। हमारी मूर्तियों में 90 फीसदी कागज और 10 फीसदी  शादु मिट्टी का उपयोग होता हैं।  हम पिछले दो सालों में गणेश पूजा सामाग्री यूएसए, यूएई और ऑस्ट्रेलिया में 1,000 से अधिक घरों तक पहुंच चुके हैं। इस साल हमने अब तक मूर्तियों, पूजा सामग्री और मखर सहित 650 किटों का निर्यात किया है और अब आगामी गणेशोत्सव में हम ब्रिटेन, कनाडा और मलेशिया में भी गणेश स्थापना पूजा के लिए बुकिंग ले रहे हैं।
छोटे दुकानदार भी अपने इलाके में ऑनलाइन सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। इसके लिए वे व्हाट्सऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं। महेश किराना स्टोर्स के प्रोपाइटर राजू भाई कहते है लोगों की सुविधा और वक्त की नजाकात को देखते हुए हम व्हाट्सऐप पर ऑर्डर लेकर सामान घरों तक पहुंचाने की कोशिश करते हैं। गणेश पूजा सामग्री स्टोर्स के किरन लाल कहते हैं कि इस बार अभी तक करीब आधी बिक्री व्हाट्सऐप के जरिये हुई है। कई महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा मासिक पूजा किट और मोदक विशेष रूप से तैयार किये जा रहे हैं। घर में मोदक का काम शुरू करने वाली शीतल देसाई कहती हैं कि हमने व्हाट्सऐप पर अपने परिचितों को मोदक की जानकारी दी देखते देखते इतने ऑर्डर आ गए कि उन्हें पूरा दिन काम करना पड़ रहा है।
गणेश विसर्जन की भी बुकिंग ऑनलाइन शुरू की गई है। इसके लिए महानगर पालिका ने ऐप और वेबसाइट की शुरुआत की है। गणेशोत्सव का आरंभ ‘गणेश चतुर्थी’ पर्व से होता है जो इस साल 22 अगस्त को मनाया जाएगा। कोविड-19 महामारी के प्रकोप के कारण पिछले महीने राज्य सरकार ने गणपति मंडलों द्वारा स्थापित की जाने वाली मूर्तियों की ऊंचाई चार फुट तक ही रखने का आदेश दिया था। घर पर स्थापित मूर्तियों की ऊंचाई दो फुट से अधिक नहीं होनी चाहिए।

First Published - August 19, 2020 | 11:27 PM IST

संबंधित पोस्ट