महाराष्ट्र में बृहन्मुंबई महानगर पालिका (BMC) सहित राज्य के विभिन्न नगर निगमों के चुनाव होने हैं। इस बार राज्य की सियासत में एक नया गठबंधन तैयार होने की चर्चाएं तेज है। भाजपा, शिंदे गुट और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) मिलकर चुनाव में उतरने की तैयारी में हैं तो दूसरी ओर कांग्रेस, उद्धव गुट और एनसीपी मिलकर चुनावी मैदान में उतर सकते हैं।
किसी भी राजनीतिक गठबंधन की अभी तक किसी भी तरह का औपचारिक ऐलान नहीं हुआ है। लेकिन राजनीतिक दलों के नेताओं के बयान गठबंधन करने का दावा कर रहे हैं। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एवं भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि भाजपा और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना आगामी नगर निगम चुनावों में कुछ सीटों पर अलग-अलग और अन्य सीटों पर साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगी। इससे पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा था कि वास्तविक शिवसेना और भाजपा महाराष्ट्र नगर निगम के चुनाव साथ मिलकर लड़ेंगे। उन्होंने दावा किया था कि उनके नेतृत्व वाली शिवसेना ही वास्तविक शिवसेना है।
दीवाली उत्सव मनाने के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे एक कार्यक्रम में शिवाजी पार्क पहुंचे थे। तीनों ही नेताओं ने एक साथ मंच साझा किया था। उसी समय से महाराष्ट्र में महायुति के गठन की अटकलें तेज हो गई । इस मुद्दे पर एकनाथ शिंदे ने कहा कि हमारे साथ समान विचारधारा वाले दलों की संख्या बढ़ती जा रही है। महाराष्ट्र भाजपा के कई नेताओं का कहना है कि अगर एमएनएस उत्तर भारतीयों को लेकर अपना स्टैंड बदलती है तो गठबंधन करने में कोई दिक्कत नहीं है। राज्य या बीएमसी की सियासत में राज ठाकरे की मनसे का फिलहाल कोई बड़ा कद नहीं है लेकिन वो उद्धव ठाकरे को मिलने वाले मराठी वोटों में सेंध जरुर लगा सकते हैं। जिसका सीधा फायदा भाजपा को होगा।
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि अगर यह गठबंधन हुआ तो आगामी बीएमसी चुनाव में इसका खासा असर पड़ेगा और सबसे ज्यादा नुकसान उद्धव ठाकरे गुट को होगा। बीएमसी चुनाव में उद्धव गुट, कांग्रेस और एनसीपी के साथ उतरने की चर्चाएं हैं। हालांकि महाविकास अघाड़ी गठबंधन के घटक दल कांग्रेस ने इस चुनाव को अकेले खुद के दम पर लड़ने का कई बार ऐलान कर चुकी है। जबकि एनसीपी ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं।
शिंदे ने शिवसेना से बगावत कर शिवसेना (शिंदे) गुट बना लिया और भाजपा के साथ गठबंधन कर 30 जून को राज्य में सरकार बनाई थी। शिवसेना उस वक्त राज्य की महाविकास आघाड़ी सरकार का नेतृत्व कर रही थी और उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री थे। इस गठबंधन में कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी भी शामिल थे। गौरतलब है कि अभी तक राज्य निर्वाचन आयोग ने चुनाव की तारीखों की घोषणा नहीं की है। क्योंकि मामला अदालत में हैं।