दिल्ली सरकार ने कोरोनावायरस संक्रमण की नियंत्रणपूर्ण स्थिति देखते हुए इस हफ्ते से लॉकडाउन से कुछ छूट देने का निर्णय लिया है। अब सोमवार से सभी खुदरा और व्यापारिक प्रतिष्ठान पूर्ण क्षमता के साथ सुबह 10 बजे से रात 8 बजे तक खुले रहेंगे। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घोषणा की है कि रेस्तरां भी 50 फीसदी क्षमता के साथ खुल सकेंगे।
राजधानी दिल्ली में धीरे-धीरे आर्थिक गतिविधियों में तेजी लाने की योजना के अनुरूप ही पिछले सप्ताह सम-विषम के आधार पर दुकानें खोलने की अनुमति दी गई थी। हालांकि रेस्तरां को केवल खाने की डिलिवरी देने की ही इजाजत दी गई थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि दूसरे प्रतिष्ठान मसलन मल्टीप्लेक्स और थियेटर, स्कूल, कॉलेज, शैक्षणिक और कोचिंग संस्थान, स्विमिंग पूल, स्टेडियम, स्पोट्र्स कॉम्प्लेक्स, जिम, स्पा आदि पहले की तरह ही बंद रहेंगे।
इस कदम से राजधानी के व्यापार और खुदरा बिक्री केंद्रों पर सामान्य स्थिति बहाल होने की उम्मीद है जो लगभग दो महीने पहले मध्य अप्रैल में कोविड महामारी की दूसरी लहर के भयावह होने की वजह से बंद कर दिए गए थे। इस घोषणा से शहर के व्यापारिक वर्ग में उम्मीद वापस लौटी है। लुटियंस दिल्ली के पॉश इलाके खान मार्केट से लेकर चांदनी चौक जैसे शहर के पुराने बाजारों और बड़े शॉपिंग मॉल के कारोबार में सुधार देखने को मिलेगा।
दिल्ली के सबसे पुराने बाजार चांदनी चौक में पिछले सप्ताह के दौरान केवल चुनिंदा खरीदार ही नजर आए और सामान्य दिनों के मुकाबले यहां बिक्री 25 फीसदी से भी कम रही। स्थानीय कारोबारी संगठनों के अध्यक्ष भरत आहूजा का कहना है कि सभी व्यापारिक प्रतिष्ठानों के खुलने से उनके कारोबार में 50 फीसदी तक की तेजी आ सकती है। खान मार्केट में भी हालात कुछ ऐसे ही हैं। खान मार्केट ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष संजीव मेहरा के अनुसार, दुकानें पिछले सप्ताह के दौरान कोविड से पहले के स्तर की बिक्री के करीब 30 फीसदी तक ही पहुंच सकती हैं। अब उन्हें उम्मीद है कि अगले सप्ताह तक कारोबार 40 फीसदी से अधिक हो जाएगा। रेस्तरां को अनुमति मिलने से भी कई जगहों पर राहत मिली है।
साउथ दिल्ली के मशहूर सलेक्ट सिटी वॉक मॉल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) योगेश्वर शर्मा सोमवार से रेस्तरां का संचालन शुरू करने के लिए रेस्तरां संचालकों को मनाने में जुटे हैं। उन्होंने कहा, ‘हमने पिछले सप्ताह के दौरान एक दिन में 12,000 से अधिक लोगों को रेस्तरां में आते देखा जबकि कोविड से पहले रोजाना करीब 35,000 लोग आते थे। लेकिन इन दिनों खरीदारी के बाद ज्यादातर ग्राहक मॉल में कम ही वक्त बिताते हैं क्योंकि यहां खाने वाली जगहें बंद हैं। अगले सप्ताह से इसमें सुधार होगा और मैं उम्मीद करता हूं कि लोगों के आने की तादाद सामान्य स्तर के करीब आ जाएगी।’
खान मार्केट की तरह ही सलेक्ट सिटी मॉल के रेस्तरां में भी काम करने वालों की कमी एक बड़ी बाधा है। कई कामगारों को अभी अपने गृहनगर से वापस आना है ऐसे में सोमवार से रेस्तरां के खुलने पर भी अब सवाल उठ रहे हैं। चांदनी चौक में प्रतिबंधित मेट्रो सेवा की वजह से काफी दिक्कतें आ रही हैं। आहूजा के मुताबिक, 50 प्रतिशत की क्षमता तक मेट्रो रेल सेवा को सीमित करने और इस क्षेत्र में मेट्रो के गेट को बंद करने के फैसले के कारण भी लोगों की तादाद कम हो गई है।
मुंबई में कारोबारी संचालकों को भी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। शहर में कार्यदिवसों के दौरान शाम 4 बजे तक ही पॉश और सामान्य बाजारों को खोलने की अनुमति दी गई है। गैर जरूरी दुकानें मसलन, रिटेल, रेस्तरां, सलून, जिम और पार्लर आदि सप्ताहांत में बंद रहेंगे। रेस्तरां ने शिकायत की है कि मौजूदा प्रतिबंधों की वजह से कारोबार में सुधार की रफ्तार धीमी हो रही है। स्मोक हाउस डेली और सोशल जैसे ब्रांड को चलाने वाली कंपनी इम्प्रेसारियो एंटरटेनमेंट ऐंड हॉस्पिटैलिटी के मुख्य कार्याधिकारी और प्रबंध निदेशक रियाज अलमानी का कहना है, ‘समय और क्षमता प्रतिबंध काफी चुनौतीपूर्ण है। हालांकि, अब चीजें धीरे-धीरे खुल रही हैं और ग्राहकों का आत्मविश्वास बढऩे लगता है। हमने मुंबई में लॉकडाउन में ढील दिए जाने के पहले हफ्ते के दौरान ऐसा देखा। अब दिल्ली में भी 50 फीसदी क्षमता के साथ रेस्तरां संचालित करने की अनुमति दे दी गई है। हम इस कदम का स्वागत करते हैं।’ इनऑर्बिट मॉल्स के मुख्य कार्याधिकारी रजनीश महाजन के मुताबिक दबी हुई मांग में तेजी दिखने की उम्मीद है। फिलहाल मुंबई में मॉल मालिक आगे बढऩे के लिए कड़ी सिफारिश कर रहे हैं क्योंकि अधिकारियों ने अब तक इन्हें बंद रखने का फैसला किया है।
