उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार में बड़ी तादाद में पिछड़ों और दलितों की हिस्सेदारी के साथ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आगामी लोकसभा चुनावों के लिए जमीन तैयार कर दी है। प्रदेश के नए मंत्रिमंडल में जहां लोकसभा चुनावों के मद्देनजर सोशल इंजीनियरिंग साफ दिखती है, वहीं पूरब से लेकर पश्चिम तक की नुमांइदगी का ख्याल रखा गया है। मंत्रिमंडल में पिछली बार की अपेक्षा ज्यादा युवाओं को तरजीह दी गई है। पिछली सरकार के तर्ज पर दो उप मुख्यमंत्रियों की नियुक्ति तो की गई मगर कई कद्दावर मंत्रियों का पत्ता साफ कर नए लोगों को भी जगह दी गई है। पिछली सरकार के 23 मंत्रियों को इस बार मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिल सकी है।
शुक्रवार को उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित 53 नए मंत्रियों की शपथ के साथ सरकार का गठन किया गया। इनमें 18 कैबिनेट मंत्री, 14 स्वतंत्र प्रभार के राज्य मंत्री और 20 राज्यमंत्री शामिल हैं। योगी की पिछली सरकार में उप मुख्यमंत्री रहे केशव प्रसाद मौर्य को विधानसभा चुनाव हारने के बाद भी शपथ दिलाई गई है। वहीं दूसरे उप मुख्यमंत्री रहे दिनेश शर्मा की जगह पिछली सरकार में कानून मंत्री रहे ब्रजेश पाठक को उप मुख्यमंत्री बनाया गया है। इस बार के विधानसभा चुनावों में भाजपा की बंपर जीत में अहम भूमिका अदा करने वाले पिछड़ों व दलितों को योगी के नए मंत्रिमंडल में आधे से ज्यादा पद दिए गए हैं। इनमें पिछड़े वर्ग से सबसे ज्यादा 22 मंत्री और दलित वर्ग से नौ मंत्री बनाए गए हैं। मंत्रिमंडल में अल्पसंख्यक समुदाय के दो लोगों बलदेव सिंह औलख और दानिश आजाद को जगह दी गई है। सहयोगी दलों में अपना दल के आशीष पटेल और निषाद पार्टी के डॉ संजय निषाद को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है।
कैबिनेट मंत्री
बेबी रानी मौर्य, स्वतंत्रदेव सिंह, अरविंद शर्मा, राकेश सचान, आशीष पटेल, संजय निषाद, योगेंद्र उपाध्याय, जयवीर सिंह, भूपेंद्र चौधरी, धर्मपाल, केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, सुरेश खन्ना, सूर्यप्रताप शाही, जितिन प्रसाद, अनिल राजभर, नंदगोपाल नंदी और चौधरी लक्ष्मीनारायण
स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री
नितिन अग्रवाल, रवींद्र जायसवाल, कपिलदेव अग्रवाल, संदीप सिंह, गुलाब देवी, गिरीश यादव, जेपीएस राठौर, धर्मवीर प्रजापति, असीम अरुण, दयाशंकर सिंह, नरेंद्र कश्यप, दिनेश प्रताप सिंह, अरुण सक्सेना और दयाशंकर मिश्रा दयालु
राज्य मंत्री
मयंकेश्वर शरण सिंह, दिनेश खटीक, संजीव गोंड, बलदेव औलख, अजीत पाल, जसवंत सैनी, रामकेश निषाद, मुन्नू कोरी, संजय गंगवार, ब्रजेश सिंह, केपी मलिक, सुरेश राही, सोमेंदर तोमर, अनूप बाल्मीकि, प्रतिभा शुक्ला, रजनी तिवारी, राकेश राठौर गुरुजी, सतीश शर्मा, दानिश आजाद अंसारी और विजयलक्ष्मी गौतम
इस बार मंत्री नहीं बने
सतीश महाना, दिनेश शर्मा, सिद्धार्थ नाथ सिंह, श्रीकांत शर्मा, महेंद्र सिंह, मोती सिंह, नीलकंठ तिवारी, जय प्रताप सिंह, राम नरेश अग्निहोत्री, मोहसिन रजा, रमा पति शास्त्री, अतुल गर्ग, आशुतोष टंडन, अशोक कटारिया, श्रीराम चौहान, जय कुमार जैकी, अनिल शर्मा, सुरेश पासी, चौधरी उदय भान सिंह, रामशंकर सिंह पटेल, नीलिमा कटियार, महेश गुप्ता, जी एस धर्मेश
