भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (इरडाई) के चेयरमैन देवाशीष पांडा ने मंगलवार को कहा कि नियामक चुनिंदा बीमा कंपनियों से स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध होने के लिए बातचीत कर रहा है।
नियामक को लगता है कि खास आकार और परिपक्वता की इन कंपनियों को सार्वजनिक सूचीबद्धता के लिए जाना चाहिए। इसके अलावा नियामक ऐसी अन्य कंपनियों को भी शेयर बाजारों में सूचीबद्ध होने के लिए प्रेरित कर रहा है जो एक विशेष आकार और अनुभव प्राप्त कर चुकी हैं, क्योंकि इससे पॉलिसीधारकों और निवेशकों के लिए अधिक पारदर्शिता और अधिक मूल्य आएगा।
पांडा ने सीआईआई के एक कार्यक्रम के इतर कहा, ‘हम सूचीबद्धता के लिए तैयार चुनिंदा कंपनियों से बातचीत करने जा रहे हैं जो हमें लगता है कि सूचीबद्धता के लिए तैयार हैं। फिलहाल यह कार्य जारी है।’ उन्होंने बताया, ‘कुछ कंपनियां सूचीबद्धता के लिए बाजार नियामक के समक्ष जा रही हैं। हमने प्रक्रिया को बेहद सहज बना दिया है। हमने बाजार नियामक तक जाने वाली कंपनियों के लिए अनापत्ति प्रमाणपत्र प्राप्त करने को आसान बना दिया है।’
फिलहाल 5 जीवन बीमा कंपनियां सूचीबद्ध हैं। इनमें भारतीय जीवन बीमा निगम, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस, मैक्स लाइफ इंश्योरेंस (मैक्स फाइनैंशियल सर्विसिज के जरिये) शामिल हैं।