छत्तीसगढ़ सरकार नेशनल थर्मल पावर कॉर्पोरेशन (एनटीपीसी) की सीपत पावर प्लांट से प्रभावित परिवार के युवाओं को मुफ्त तकनीकी शिक्षा देने के फैसले पर विचार कर रही है।
सरकार ने संयंत्र से प्रभावित परिवारों को भरोसा दिलाया है कि उन्हें उसी संयंत्र में नौकरी दी जाएगी। तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री कृष्णमूर्ति बांधी ने बताया, ‘इस विशेष मामले को ध्यान में रख कर सरकार संयंत्र से प्रभावित परिवार के बच्चों को मुफ्त शिक्षा देने पर विचार-विमर्श कर रही है।
उसी के आधार पर बाद में इन युवाओं को एनटीपीसी के सीपत बिजली संयंत्र में नौकरी भी दी जाएगी।’ बहरहाल, विभाग ने सीपत बिजली संयंत्र से प्रभावित परिवार के बच्चों के लिए दाखिला संबंधी प्रावधानों में छूट दे दी है। बांधी ने बताया, ‘न्यूनतम शिक्षा योग्यता और उम्र को छोड़कर सरकार द्वारा अन्य दाखिला संबंधी प्रावधानों में छूट दे दी गई है, ताकि बच्चों को आसानी से दाखिला मिल सके ।’
योग्य छात्रों को तखातपुर और बिलहा स्थित दो इंडस्ट्रीयल ट्रेनिंग इंस्टीटयूट्स (आईटीआई) में दाखिला मिलेगा। यह दोनों संस्थान बिलासपुर के पास ही स्थित हैं। बांधी ने बताया कि करीब 50 युवाओं को संस्थान की पहली बैच में ट्रेनिंग दी जाएगी। वे सभी छात्र अगले दो साल में पास होंगे।
इससे पहले एनटीपीसी और छत्तीसगढ़ सरकार के बीच विस्थापितों को रोजगार देने के मसले पर गतिरोध कायम हो गया था। इसके चलते राज्य सरकार ने संयंत्र को पानी की आपूर्ति रोक दी और उत्पादन ठप हो गया। हालांकि बाद में केन्द्र सरकार के हस्तक्षेप के बाद विवाद को सुलझा लिया गया और मंगलवार से संयंत्र में दोबारा उत्पादन शुरू हो गया है।