facebookmetapixel
Q2 Results: Tata Motors, LG, Voltas से लेकर Elkem Labs तक; Q2 में किसका क्या रहा हाल?पानी की भारी खपत वाले डाटा सेंटर तटीय पारिस्थितिकी तंत्र पर डाल सकते हैं दबावबैंकों के लिए नई चुनौती: म्युचुअल फंड्स और डिजिटल पेमेंट्स से घटती जमा, कासा पर बढ़ता दबावEditorial: निर्यातकों को राहत, निर्यात संवर्धन मिशन से मिलेगा सहारासरकार ने 14 वस्तुओं पर गुणवत्ता नियंत्रण आदेश वापस लिए, उद्योग को मिलेगा सस्ता कच्चा माल!DHL भारत में करेगी 1 अरब यूरो का निवेश, लॉजिस्टिक्स और वेयरहाउसिंग में होगा बड़ा विस्तारमोंडलीज इंडिया ने उतारा लोटस बिस्कॉफ, 10 रुपये में प्रीमियम कुकी अब भारत मेंसुप्रीम कोर्ट का बड़ा आदेश: राष्ट्रीय उद्यानों और अभयारण्यों के 1 किलोमीटर के दायरे में खनन पर रोकदिल्ली और बेंगलूरु के बाद अब मुंबई में ड्रोन से होगी पैकेज डिलिवरी, स्काई एयर ने किया बड़ा करारदम घोंटती हवा में सांस लेती दिल्ली, प्रदूषण के आंकड़े WHO सीमा से 30 गुना ज्यादा; लोगों ने उठाए सवाल

मां की पूजा पर दिखा महंगाई का असर

Last Updated- December 07, 2022 | 10:43 PM IST


बढ़ती महंगाई ने कोलकाता के पूजा आयोजनों पर भी अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। महंगाई के बोझ से दबी पूजा समितियों को पूजा आयोजनों के लिए अपने बजट में फेरबदल करना पड़ रहा है। खाद्य पदार्थों, बिजली और पंडाल निर्माण के लिए जरूरी वस्तुओं के दाम बढ़े हैं और इस वजह से शहर में तमाम पूजा आयोजनों का बजट भी 1-3 लाख रुपये तक बढ़ गया है।


नवरात्र में पूजा पंडालों में पांच दिनों तक देवी को भोग चढ़ाया जाता है और ऐसे में खाद्य पदार्थों और पूजा की अन्य सामग्री महंगी होने की वजह से दुर्गा पूजा समितियां अपने बजट में फेरबदल करने के लिए मजबूर हैं। साथ ही कुछ पूजा समितियां अब प्रसाद की सूची में से खाद्य पदार्थों को कम करने की योजना भी बना रही हैं। शहर की एक प्रमुख दुर्गा पूजा आयोजन समिति जोधपुर पार्क साराडिया उत्सव कमेटी (जेपीएसयूसी) ने पिछले साल 2.8 लाख रुपये का बजट बनाया था, पर इस साल इस बजट को बढ़ाकर 3.5 लाख रुपये करना पड़ा है। इसी के साथ इस बार भोग को तैयार करना भी समिति के लिए बड़ी समस्या बन गई है। पिछले साल खाद्य तेल की कीमत 58 रुपये प्रति किलो थी पर इस बार यह बढ़कर 75 रुपये हो गई है।


कोलकाता की पूजा आयोजक समिति बड़मतला अशार संघ के शुभजीत सरकार ने बताया कि इस साल बजट 2.5 लाख रुपये तक बढ़ा कर 12 लाख रुपये करना होगा। सरकार ने बताया कि आमतौर पर हर साल बजट को एक लाख रुपये तक बढ़ाना पड़ता है, पर इस साल चीजों के दाम खूब बढ़े हैं।


इस साल देवी की मूर्तियों की कीमतों में औसतन 1,000 से 2,000 रुपये की बढ़ोतरी हुई है। पिछले साल 12 फुट की 40 हजार रुपये वाली मूर्ति आज 42,000 रुपये की है।

First Published - October 2, 2008 | 8:07 PM IST

संबंधित पोस्ट