राष्ट्रमंडल खेलों के चलते अगले दो सालों में दिल्ली और भी हरी-भरी हो जाएगी। इस बार दिल्ली को हरा-भरा बनाने का जिम्मा देहरादून के फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीटयूट (एफआरआई)ने लिया है।
राजधानी में 2010 के दौरान आयोजित होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों के चलते भारी संख्या में पर्यटकों के आने की संभावना के कारण दिल्ली विकास प्राधिकरण ने एफआरआई से दिल्ली को हरा-भरा बनाने के लिए विभिन्न तरह के पेड़-पौधे और फूल लगाने के लिए संपर्क किया है।
इस योजना की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसमें यमुना को बायोलॉजीकल ट्रीटमेंट विधि से साफ करने का प्रयास किया जाएगा। एफआरआई के निदेशक डॉ एस एस नेगी ने बताया कि यह नदियों को साफ करने की नई विधि है। इसमें यमुना नदी के किनारे बैक्टीरिया की उपस्थिति वाली इपोमिया झाड़ियों को लगाया जाएगा।
इसके अलावा विभिन्न स्टेडियमों, पार्को और खेल गांव के पास एफआरआई ने अपने वैज्ञानिकों को केन्द्रित कर इस तरह के पेड़-पौधों को लगवाने की योजना बनाई है, जो गर्मी और सर्दी को समान रुप से सह सकें। इस पूरी योजना की लागत लगभग 1 करोड़ रुपये अनुमानित की गई है।
इसके अलावा एफआरआई ने इंडिया गेट, राष्ट्रपति भवन और राजपथ में जामुन के पेड़ों से सजाने की योजना बनाई है। नेगी ने बताया कि इन इलाकों में लगे जामुन के पेड़ सूख रहें है। हम वैज्ञानिक तरीकों से इन पेड़ो को फिर हरा-भरा कर देंगे।