उत्तराखंड सरकार ने नई दिल्ली से देहरादून तक एक्सप्रेसवे बनाने के उत्तर प्रदेश सरकार के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है।
इस एक्सप्रेसवे के बन जाने के बाद दिल्ली से देहरादून की यात्रा साढ़े तीन घंटे से भी कम समय में तय की जा सकती है। यह एक्सप्रेसवे आठ लेन का होगा जो हिंडन नदी के किनारे से गुजरते हुए नई दिल्ली को गाजियाबाद और सहारनपुर जैसे उत्तर प्रदेश के शहरों से जोड़ेगा। इसके बाद उत्तराखंड सरकार एक्सप्रेसवे को देहरादून तक जोडेग़ी।
एक्सप्रेसवे की संभावित लंबाई 200 किलोमीटर होगी। इस बाबत उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों की दो मुलाकातें पहले ही हो चुकी है। उत्तराखंड के अतिरिक्त मुख्य सचिव इंदुकांत पांडे ने कहा कि वह उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रस्तावित एक्सप्रेसवे के लिए तैयार हैं। इस योजना के तहत सहारनपुर से देहरादून तक एक्सप्रेसवे के निर्माण का खर्च उत्तराखंड सरकार उठाएगी।
इस पर आने वाले खर्च के लिए सरकार काम भी कर रही है। इस प्रस्ताव को दिल्ली और देहरादून के बीच बन रहे एक बड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर के तौर पर देखा जा रहा है और माना जा रहा है कि इससे इस पहाड़ी प्रदेश में कारोबार को बढ़ावा मिलेगा। उत्तराखंड उद्योग संगठन (आईएयू) के अध्यक्ष पंकज गुप्ता ने कहा कि इस एक्सप्रेसवे के बनने से राज्य में औद्योगीकरण बढ़ेगा।
इस समय दिल्ली-देहरादून हाईवे पर ट्रैफिक जाम की गंभीर समस्या है और इसलिए इसे भी राजमार्ग को चौड़ा करने की योजना है। हाईवे पर काम की गति काफी धीमी है। इस वजह से उत्तराखंड ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रस्तावित एक्सप्रेसवे योजना को हरी झंडी दे दी है। इसके अलावा दोनों राज्यों की सहारनपुर से हरिद्वार तक भी एक्सप्रेसवे बनाने की योजना है। हरिद्वार में महिंद्रा एंड महिंद्रा, हिंदुस्तान यूनीलीवर, आईटीसी और हीरो होंडा जैसी बड़ी कंपनियों की फैक्टरियां हैं।