दिल्ली सरकार ने श्रमिकों का महंगाई भत्ता बढ़ा दिया है। इससे लॉकडाउन की मार झेल रहे दिल्ली के श्रमिकों को राहत मिलेगी। वहीं इससे उद्यमियों की मुश्किलें बढऩे की संभावना जताई जा रही है। न्यूनतम वेतन में महंगाई भत्ते के रूप में की गई यह वृद्धि 1 अप्रैल से प्रभावी होगी।
दिल्ली सरकार के श्रम विभाग द्वारा जारी आदेश के मुताबिक अब अकुशल श्रमिकों को 15,908 रुपये न्यूनतम वेतन देना होगा, जबकि पहले 15,492 रुपये देने पड़ते थे। अर्धकुशल श्रमिकों का न्यूनतम वेतन 17,069 रुपये से बढ़कर 17,537 रुपये और कुशल श्रमिकों का न्यूनतम वेतन 18,797 रुपये से बढ़कर 19,291 रुपये हो गया है। लिपिक और पर्यवेक्षी कर्मचारी वर्ग में भी न्यूनतम वेतन में बढोतरी हुई है। इस वर्ग के कर्मचारियों को पहले विभिन्न श्रेणियों में 17,069 से 20,430 रुपये न्यूनतम वेतन के रूप में मिलते थे। अब ताजा वेतन वृद्धि के बाद विभिन्न श्रेणियों में 17,537 रुपये से 20,976 रुपये मिलेंगे।
बवाना चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज के चेयरमैन प्रकाश चंद जैन ने कहा कि पिछले साल लगे लॉकडाउन के बाद से अब तक उद्यमियों की कमाई घटी है। ऐसे हालात में उद्यमियों पर श्रमिकों का वेतन बढ़ाकर आर्थिक बोझ डालना ठीक नहीं है। कच्चा माल काफी महंगा होने से उंची उत्पादन लागत की मार झेल रहे उद्यमियों की इस वृद्धि से हालत और पतली होगी।