महंगाई की ताजा मार अब आम आदमी की सवारी यानि साइकिल पर पड़ने जा रही है। पिछले कई महीनों से स्टील की कीमतों में इजाफे के चलते पहले ही साइकिल के दामों में बढ़ोतरी हो चुकी है। स्टील की कीमतों में ताजा बढ़ोतरी के चलते साइकिल के दाम और ऊपर चढ़ सकते है।
स्टील की कीमतों में तेजी से पंजाब के साइकिल निर्माता काफी परेशान हैं। पिछले चार महीनों से साइकिल की कीमतों में 200 से 250 रुपये का इजाफा हुआ है। पंजाब के लुधियाना में ही केवल साइकिल बनाने की 2,000 इकाइयां लगी है। इनमें से 280 इकाइयां ऐसी हैं जिनसे साइकिलों का निर्यात भी किया जाता है। यूनाईटेड साइकिल पार्ट्स मैन्युफै क्चिरिंग के प्रवक्ता के के सेठ ने बताया कि ‘वित्त मंत्री ने बजट में उत्पाद शुल्क को 16 फीसदी से घटाकर 14 फीसदी कर दिया है लेकिन इसके बावजूद स्टील की बढ़ती कीमतों ने स्टील निर्माताओं की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।’
पहले राउंड स्टील 35,000 रुपये प्रति मेट्रिक टन की दर से मिल रहा था। बजट के एक हफ्ते बाद ही स्टील की कीमतों में भारी उछाल आ गया है। अब राउंड स्टील 42,000 रुपये प्रति मेट्रिक टन की दर से मिल रहा है। इसी तरह हॉट रॉड कॉयल्स (एचआरसी) के दाम भी 2000 रुपये प्रति मीट्रिक टन से बढ़कर 3000 रुपये प्रति मेट्रिक टन तक पहुंच गए हैं।
स्टील की कीमतों के आसमान छूने से साइकिल निर्माताओं के सामने मुश्किल स्थिति आ गई है। जनवरी और फरवरी के महीनों में साइकिल की कीमतों में पहले ही बढ़ोतरी की जा चुकी है। साइकिल निर्माता अगले कुछ दिनों में फिर से दाम बढ़ाने की सोच रहे हैं।
हीरो साइकिल्स के प्रबंध निदेशक एस के राय कहते हैं कि पिछले कुछ महीनों से स्टील के दाम लगातार ऊपर चढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में साइकिलों के दाम में 150 से 250 रुपये की बढ़ोतरी करना साइकिल निर्माताओं की मजबूरी रही है।
एवन साइकिल के प्रवक्ता राहुल पसरीचा भी इसी अंदाज में कहते हैं कि स्टील की बढ़ती कीमतों के चलते कंपनियों के पास दाम बढ़ाने के अलावा और कोई विकल्प नहीं था।
इस क्षेत्र की बड़ी कंपनी हीरो ने तो साइकिल के पुर्जे बनाने वाली अपनी दो इकाइयों रॉकमैन और हाईवे को बंद कर दिया है। साइकिल उद्योग में कम मुनाफे के चलते कंपनी अपना ज्यादा ध्यान अब ऑटोमोटिव व्यापार को बढ़ाने पर दे रही है।
दूसरी तरफ निर्यात करने वाली कंपनियां एक तरफ तो रुपये की बढ़ती कीमत और सस्ती चीनी साइकिलों से प्रतिस्पर्धा से परेशान है तो स्टील की बढ़ती कीमतें उनकी परेशानियों में और इजाफा कर रही हैं।