भोपाल स्थित गैर सरकारी संस्थान (एनजीओ) महिला चेतना मंच ने शहरी स्लम (झुग्गी-झोपड़ी) क्षेत्रों के सूचना-प्रौद्योगिक आधारित वित्तीय समावेश में अपनी सेवाएं देने की पहल की है।
स्लम क्षेत्रों में रहने वाले लोगों में बचत और बैंकिंग आदत को विकसित करने के लिए महिला चेतना मंच ने आईसीआईसीआई से हाथ मिलाया है। उल्लेखनीय है कि पिछले साल भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बैंकों से ग्रामीण क्षेत्रों में सूचना प्रौद्योगिक आधारित वित्तीय समावेश को लॉन्च करने के लिए कहा था।
बैंक प्रत्येक गांवों में एक सामान्य सेवा केंद्र की स्थापना करेगी। उन केंद्रों पर आसानी से उपलब्ध होने वाले कर्मचारी को नियुक्त किया जाएगा। वह कर्मचारी सूचना प्रौद्योगिकी के जरिए नजदीक किसी शाखा से मोबाइल बैंकिंग का इस्तेमाल कर लोगों को पैसा मुहैया कराएगा।
ग्रामीण क्षेत्रों में सामान्य सेवा केंद्रों पर आईसीआईसीआई बैंक के दो कर्मचारी को रखा जाएगा, जो किसी भी उपभोक्ता के लिए बेहद आसानी से उपलब्ध होंगे। ये कर्मचारी ‘नो-फ्रील’ खाते का परिचालन और रख-रखाव का भी जिम्मा उठाएंगे। हालांकि जहां तक सामान्य सेवा केंद्र की बात है तो इसकी व्यवस्था प्राइवेट स्कूलों में की जाएगी। इन केंद्रों पर आसानी से उपलब्ध होने वाले व्यक्ति का चयन आईसीआईसीआई और महिला चेतना मंच की टीम करेगी।
महिला चेतना मंच का संचालन निर्मला बुच करती हैं, जो एक वरिष्ठ सेवा निवृत आईएएस अधिकारी हैं। बुच ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘हमलोगों ने पांच स्लम क्षेत्रों का चयन किया है-मीरा नगर, ईश्वर नगर, इंद्रा नगर, पीसी नगर और जनता कॉलोनी। संयोग से इस क्षेत्रों में रहने वाले करीब 1200 खाताधारक महिलाएं हैं।’
ग्रामीण स्लम क्षेत्रों में सूचना प्रौद्योगिक आधारित वित्तीय समावेश कार्यक्रम में प्रवेश करने वालों में आईसीआईसीआई बैंक पहला प्राइवेट बैंक है। उप महाप्रबंध (ग्रामीण बैंकिंग) कृष्णा प्रसाद ने बताया, ‘हमलोगों को सबसे ज्यादा ध्यान ज्यादा से ज्यादा लोगों के खाते खोलने और माइक्रो फाइनैंस गतिविधियों में लोगों को भागीदार बनाना है।’
हालांकि राज्य में वित्तीय समावेश कार्यक्रम को गति मिलना अभी बाकी है। नौ वाणिज्यिक और प्राइवेट बैंकों -राज्य ग्रामीण बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक, सेंचुरियन बैंक ऑफ पंजाब और एपेक्स बैंक- ने ग्रामीण क्षेत्रों में सेवाएं मुहैया करवाने के लिए विभिन्न क्षेत्रों का आवंटन किया है।