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प्रतिबंधों से खत्म नहीं होगी जुए की ​रवायत, डार्क वेब को मिल सकता है बढ़ावा

यह नए नियम जुए को पूरी तरह से खत्म नहीं करेगा बल्कि यह इसके बजाय वैकल्पिक विदेशी मंचों और भुगतान तंत्र के इस्तेमाल को सक्रियता से बढ़ावा देगा। बता रहे हैं देवांशु दत्ता

Last Updated- September 03, 2025 | 9:43 PM IST
Online Gaming

बात 1930 के दशक की है जब मशहूर कॉन्ट्रैक्ट ब्रिज खिलाड़ी और ताश बनाने वाली कंपनी के मालिक, एली कल्बर्टसन ने सोवियत संघ का दौरा किया। उन्हें बताया गया कि सोवियत संघ में ताश की बिक्री में सालाना 40 फीसदी की गिरावट आई है और अधिकारियों को उम्मीद थी कि यह बिक्री हर साल कम से कम 20 फीसदी और घटेगी, जब तक कि वह शून्य न हो जाए।

जब कल्बर्टसन ने इसका कारण पूछा तब उन्हें समझाया गया कि कॉमरेड स्टालिन जुए को खत्म करना चाहते थे और इसलिए उन्होंने ताश के सभी खेलों पर प्रतिबंध लगा दिया था। हालांकि, बाद में पता चला कि जब स्थानीय स्तर पर ताश उपलब्ध नहीं होते थे तो रूसी लोग स्वीडन से तस्करी करके लाए गए ताश से खेलते थे। यही वजह है कि सोवियत संघ ने ताश का उत्पादन जारी रखा लेकिन साथ ही जुए के आदी लोगों को ‘जागरूक’ बनाने की कोशिश की जाती थी और जरूरत पड़ने पर उन्हें गुलाग (श्रम शिविर) भेजा जाता था ताकि वे इस खतरनाक आदत से छुटकारा पा सकें।

स्टालिन का निधन 1953 में हुआ था और सोवियत संघ 1991 में खत्म हो गया। लेकिन आज भी इसके बाद बने स्वतंत्र देशों के राष्ट्रकुल (सीआईएस) में कई बेहतरीन ब्रिज और पोकर खिलाड़ी हैं। इसी तरह, ईरान की इस्लामी सरकार ने भी जुए से जुड़े होने के कारण ताश पर प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन यह प्रतिबंध लागू नहीं हो पाया है। ईरानी लोग आज भी भले ही छिपकर, तस्करी करके लाए गए ताश का इस्तेमाल करके कार्ड गेम खेलते हैं।

जुए की प्रवृत्ति मानव प्रजाति के विकासवादी इतिहास में, गहराई से बसी हुई है। पुराने समय में, में तो खाने, पीने, या वंश बढ़ाने के लिए भी जोखिम उठाना पड़ता था। ऐसा भी हो सकता था कि आप खुद ही किसी का आहार बन जाते या किसी गलत संभावित साथी से बात करने पर वंश बढ़ाने के बजाय आप पर हमले का ही खतरा बढ़ जाता।

आज अगर आप कोई व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं, तो आपको जोखिम उठाना ही पड़ता है। बिल गेट्स, स्टीव जॉब्स, स्टीव वोज्नियाक और लैरी एलिसन ने कॉलेज छोड़ दिया था, जबकि ईलॉन मस्क अपने वीजा की समय-सीमा समाप्त होने के बाद भी अवैध रूप से दूसरे देश में रहे थे। शेयर बाजार, बॉन्ड और विदेशी मुद्रा बाजारों में हर व्यापार एक तरह के जुए पर आधारित होता है। वेंचर कैपिटलिस्ट इसके लिए तैयार रहते हैं कि उनके आधे से ज्यादा निवेश डूब सकते हैं और वे दिवालिया भी हो सकते हैं। जब आप जीवन बीमा का प्रीमियम भरते हैं, तब आप एक ऐसा दांव लगाते हैं जिसे आप हार जाना चाहते हैं। यहां तक कि एक अच्छा वैज्ञानिक शोध भी एक तरह का जुआ है जैसे कि क्वांटम मेकैनिक्स, नई दवाओं की खोज या पीएचडी के लिए किसी सार्थक विषय का चुनाव।

सफल लोग जोखिम लेना सीखते हैं। सफलता से मिलने वाला लाभ, असफलताओं से होने वाले नुकसान से कहीं ज्यादा होता है। बिल गेट्स, जॉब्स और मस्क द्वारा लिए गए जोखिमों से लाखों-करोड़ों लोगों को फायदा हुआ है और यह उन सभी बीच में पढ़ाई छोड़ने वाले लोगों और अवैध प्रवासियों की तुलना में बहुत ज्यादा है जो सफल नहीं हो पाए।

नए ऑनलाइन गेमिंग नियम उसी जगह सफल होने की कोशिश कर रहे हैं जहां कॉमरेड स्टालिन और अयातुल्ला खुमैनी असफल रहे। ये नियम जुए के लिए सख्त दंड तय करते हैं, जो सोवियत संघ और ईरान में लगाए गए दंडों की तुलना में हास्यास्पद हैं।

इस नए नियम से तुरंत होने वाला नुकसान ऑनलाइन गेमिंग मंच के मूल्यांकन में कई अरब अमेरिकी डॉलर का नुकसान और भारतीय ऑनलाइन गेमिंग उद्योग में 20,000 से ज्यादा नौकरियों का खत्म होना है। लंबे समय में, यह कदम प्रोग्रामर और डिजिटल कलाकारों के लिए डिजिटल नवाचार के माध्यम से जीविका कमाने के कई वैध रास्ते बंद कर देगा क्योंकि यह खेलों की पूरी श्रृंखला को गैरकानूनी घोषित करता है।

ज्यादा नुकसानदेह बात यह है कि यह ऑनलाइन गेमिंग मंच के रूप में उन ‘परीक्षण स्थलों’ को खत्म कर देता है जहां लोग कम जोखिम के साथ दांव लगाना सीख सकते हैं और किसी कक्षा में संयोजन सूत्र, मार्कोव चेन, मांटी कार्लो सिमुलेशन और प्रायिकता सिद्धांत को सीखने की तुलना में बहुत ज्यादा आनंद ले सकते हैं।

एक प्रतिभाशाली गेमर के बारे में सोचें जो एक नए गेम की कल्पना करता है और उसे दुनिया के सामने पेश करना चाहता है। सबसे पहले, उसके विचार की एक समिति द्वारा जांच की जाएगी, जो उसे ‘ई-स्पोर्ट्स’, ‘सोशल गेमिंग’, या ‘मनी गेम’ के रूप में वर्गीकृत करेगी। भले ही यह बाधा बिना ज्यादा समय और परेशानी के पार हो जाए, फिर भी प्रोग्रामर के पास इन नियमों के अनुसार पैसा कमाने के लिए इसे भुनाने का कोई आसान रास्ता नहीं है।

ज्यादा संभावना यह है कि ऐसा प्रोग्रामर (कई युवाओं के पास गेमिंग से जुड़े अनूठे विचार हैं) बस एक वैकल्पिक रास्ता ढूंढेगा। यह आसान है और इसके लिए बस डार्क वेब पर एक प्लेटफॉर्म बनाने की जरूरत होगी जहां सभी खिलाड़ी गुमनाम हों और भुगतान क्रिप्टोकरेंसी में हो।

नए नियमों के इस खतरनाक पहलू पर भी गौर करना जरूरी है। यह नए नियम जुए को पूरी तरह से खत्म नहीं करेगा बल्कि यह इसके बजाय वैकल्पिक विदेशी मंचों और भुगतान तंत्र के इस्तेमाल को सक्रियता से बढ़ावा देगा। डिजिटल रूप से जागरुक भारतीयों की एक बड़ी तादाद पहले से ही डार्क वेब का इस्तेमाल करती है और इसका अर्थ यह है कि वे क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल करते हैं क्योंकि सभी डार्क वेब भुगतान क्रिप्टो में होते हैं। सोवियत संघ में तस्करी किए गए ताश के पत्तों के इस्तेमाल की तरह, ये नए नियम भी इस तरह के तंत्र को और तेजी से अपनाने की वजह बन सकते हैं।

First Published - September 3, 2025 | 9:35 PM IST

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