सिर्फ़ एक छोटा सा पार्ट… जो ना हो तो ना बनेगा इलेक्ट्रिक स्कूटर… ना कार… और ना ही आपका एयरपॉड। लेकिन अब चीन ने उसकी सप्लाई रोक दी है। और भारत की कंपनियों के सामने खड़ा हो गया है एक ऐसा संकट… जो करोड़ों का नुकसान कर सकता है।”
“ये पार्ट EV की मोटर में लगता है, एयरपॉड्स में, ड्रोन में… इसे कहते हैं ‘रेयर अर्थ मैगनेट’। कीमत? बस गाड़ी की कुल लागत का 1 से 3 फीसदी। लेकिन इसके बिना कुछ नहीं बनता।”