डिजिटल टोल पेमेंट का सबसे पॉपुलर तरीका बन चुका है FASTag, जिसे दिसंबर 2019 में लॉन्च किया गया था। अब हाईवे पर टोल प्लाजा से गुजरते समय कैश में पेमेंट करने पर डबल चार्ज देना पड़ता है, इसलिए ज़्यादातर लोग FASTag यूज़ कर रहे हैं।
इस सिस्टम को नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ऑपरेट करता है। इसमें रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) टेक्नोलॉजी का यूज़ होता है, जिससे आपकी गाड़ी जैसे ही टोल प्लाजा से गुजरती है, आपके बैंक अकाउंट से अपने आप टोल चार्ज कट जाता है।
लेकिन अगर आप अपने बैंक की FASTag सर्विस से खुश नहीं हैं—जैसे कस्टमर सपोर्ट सही नहीं मिल रहा, शिकायत का जल्दी समाधान नहीं होता या कोई कैशबैक स्कीम नहीं मिल रही—तो ऐसे में कई लोग बेहतर सर्विस देने वाले दूसरे FASTag इश्यूअर में स्विच करना चाहते हैं।
यहां बताया गया है कि अगर आप अपने पुराने FASTag को बंद कर किसी नए बैंक से नया FASTag लेना चाहते हैं, तो क्या प्रक्रिया अपनानी होगी। यह सीधा ट्रांसफर नहीं होता, बल्कि एक नया प्रोसेस होता है जिसमें पहले पुराना FASTag बंद करना होता है और फिर नया अप्लाई करना पड़ता है।
स्टेप 1: पुराने FASTag को बंद करें
नया FASTag किसी और बैंक से लेते समय ये डॉक्युमेंट्स साथ रखें:
हर बैंक के नियम थोड़े अलग हो सकते हैं, इसलिए अपने चुने हुए बैंक से डिटेल में जानकारी जरूर लें।
आमतौर पर नया FASTag 3–7 वर्किंग डेज़ में मिल जाता है। कुछ बैंक डॉक्युमेंट वेरिफिकेशन के कुछ ही घंटों में इसे एक्टिवेट कर देते हैं।
NPCI के अनुसार, “अगर आपके पास पहले से FASTag है और आप किसी और बैंक से नया FASTag लेना चाहते हैं, तो पहले वाला FASTag बंद करना ज़रूरी है।”
नया FASTag जब NPCI के NETC सिस्टम में रजिस्टर्ड हो जाता है, तो पुराना FASTag करीब 15 दिनों में अपने आप डिएक्टिवेट हो जाता है।