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अमीर लोग धीरे-धीरे गरीब क्यों हो रहे हैं? Rich Dad Poor Dad के लेखक ने बताया राज, कहा- आज के समय ज्ञान ही पैसा है

रॉबर्ट कियोसाकी ने बताया कि कुछ बहुत अमीर लोग, जो मैकडॉनल्ड्स और बर्गर किंग जैसे बड़े फ्रेंचाइजी स्टोर्स के मालिक हैं, अब दिवालिया होने की कगार पर हैं।

Last Updated- April 28, 2025 | 2:56 PM IST
Robert Kiyosaki
मशहूर किताब रिच डैड पुअर डैड के लेखक रॉबर्ट कियोसाकी | फोटो क्रेडिट: Robert Kiyosaki

दुनिया के कुछ सबसे अमीर लोग आजकल आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं। मशहूर किताब रिच डैड पुअर डैड के लेखक रॉबर्ट कियोसाकी ने इस मुद्दे पर हाल ही में अपनी राय साझा की है। उन्होंने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर बताया कि कुछ बहुत अमीर लोग, जो मैकडॉनल्ड्स और बर्गर किंग जैसे बड़े फ्रेंचाइजी स्टोर्स के मालिक हैं, अब दिवालिया होने की कगार पर हैं। इसका कारण है कि उनके स्टोर्स घाटे में चल रहे हैं। कियोसाकी ने इस आर्थिक बदलाव के पीछे कई कारण गिनाए, जिसमें गरीबों की कम होती क्रय शक्ति और बढ़ती महंगाई शामिल हैं।

कियोसाकी का कहना है कि आज के समय में गरीब लोग मैकडॉनल्ड्स या बर्गर किंग जैसे रेस्तरां में खाना खरीदने में सक्षम नहीं हैं। इस वजह से इन फ्रेंचाइजी स्टोर्स की बिक्री में भारी कमी आई है। उन्होंने यह भी बताया कि मैकडॉनल्ड्स के लिए आलू सप्लाई करने वाली एक कंपनी भी दिवालिया हो गई, क्योंकि लोग कम फ्रेंच फ्राई खा रहे हैं। यह स्थिति न केवल फ्रेंचाइजी मालिकों के लिए, बल्कि पूरे कारोबारी ढांचे के लिए चिंताजनक है।

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महंगाई और बदलते खान-पान की आदतें

कियोसाकी ने आगे कहा कि गरीब लोग अब सस्ते और सेहतमंद खाने, जैसे सेब और पत्तागोभी, की ओर रुख कर रहे हैं। यह बदलाव सेहत के लिए अच्छा हो सकता है, लेकिन बड़े फ्रेंचाइजी कारोबारियों के लिए यह नुकसानदायक साबित हो रहा है। बढ़ती महंगाई ने न केवल गरीबों, बल्कि अमीरों की जेब पर भी असर डाला है। कियोसाकी का मानना है कि यह आर्थिक संकट समाज के लिए ठीक नहीं है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे इस संकट को अवसर के रूप में लें और वित्तीय ज्ञान बढ़ाकर खुद को मजबूत करें।

उन्होंने यह भी जोड़ा कि सही वित्तीय शिक्षा की कमी के कारण लोग आर्थिक परेशानियों का सामना कर रहे हैं। कियोसाकी ने सोना, चांदी और बिटकॉइन जैसी संपत्तियों में निवेश करने की सलाह दी। साथ ही, उन्होंने अमेरिका में शिक्षा विभाग को लेकर चल रही बहस का जिक्र करते हुए कहा कि वित्तीय शिक्षा को स्कूलों में शामिल करना बहुत जरूरी है। कियोसाकी ने कहा कि आज के समय “ज्ञान ही नया पैसा है।” 

इसके अलावा कियोसाकी ने अपने प्रशंसकों को उनकी किताबें पढ़ने, यूट्यूब पर सही शिक्षकों से सीखने और वित्तीय खेलों के जरिए समझ बढ़ाने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने इस आर्थिक संकट को एक मौके के रूप में देखने की सलाह दी, ताकि लोग समझदारी के साथ अमीर और स्वस्थ बन सकें।

First Published - April 27, 2025 | 8:54 PM IST

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