भारत सरकार ने युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर प्रदान करने और उनके कौशल को निखारने के लिए प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना (PM Internship Scheme) चला रही है। यह योजना देश के लाखों युवाओं को शीर्ष कंपनियों में काम करने का अनुभव देने का वादा करती है। 2025 में इस योजना का दूसरा चरण शुरू हो चुका है, और इसके तहत युवाओं को 12 महीने की इंटर्नशिप, मासिक वजीफा और अन्य सुविधाएं मिलेंगी। सरकार का लक्ष्य अगले पांच सालों में एक करोड़ युवाओं को इस योजना का लाभ देना है। इसके लिए आवेदन चल रहा है और आवेदन की आखिरी तारीख 15 अप्रैल है।
प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी पहल है, जिसे कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय द्वारा संचालित किया जा रहा है। इसका उद्देश्य युवाओं को शिक्षा और रोजगार के बीच की खाई को पाटना है। इस योजना के तहत 21 से 24 वर्ष की आयु के युवाओं को देश की शीर्ष 500 कंपनियों में इंटर्नशिप करने का मौका मिलेगा। इन कंपनियों में मारुति सुजुकी, एलएंडटी, एचडीएफसी बैंक, महिंद्रा और टाटा ग्रुप जैसी बड़ी कंपनियां शामिल हैं। यह इंटर्नशिप 12 महीने की होगी, जिसमें कम से कम छह महीने का व्यावहारिक प्रशिक्षण शामिल होगा।
योजना का मकसद न केवल युवाओं को व्यावसायिक अनुभव देना है, बल्कि उनकी रोजगार क्षमता को बढ़ाना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना भी है। सरकार ने इसके लिए 800 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है, और 2024-25 के पायलट प्रोजेक्ट में 1.25 लाख इंटर्नशिप के अवसर प्रदान किए गए हैं। पहले चरण में 6.2 लाख से अधिक आवेदन प्राप्त हुए, जो इस योजना की लोकप्रियता को दर्शाता है।
इस योजना का लाभ लेने के लिए कुछ खास पात्रता मानदंड तय किए गए हैं, ताकि सही उम्मीदवारों को मौका मिले। सबसे पहले, आवेदक को भारत का नागरिक होना चाहिए और उसकी उम्र 21 से 24 वर्ष के बीच होनी चाहिए। शिक्षा के मामले में, आवेदक को कम से कम 10वीं कक्षा पास होना चाहिए। इसके अलावा, 12वीं, आईटीआई सर्टिफिकेट, पॉलिटेक्निक डिप्लोमा, या बीए, बीएससी, बीकॉम, बीबीए, बीसीए, बी.फार्मा जैसे स्नातक डिग्री धारक भी आवेदन कर सकते हैं।
हालांकि, कुछ शर्तें भी हैं। जो युवा पूर्णकालिक नौकरी या पूर्णकालिक शिक्षा में हैं, वे इस योजना के लिए पात्र नहीं होंगे। लेकिन ऑनलाइन या दूरस्थ शिक्षा में पढ़ने वाले छात्र आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा, आवेदक के परिवार की वार्षिक आय 8 लाख रुपये से कम होनी चाहिए, और परिवार का कोई सदस्य स्थायी सरकारी कर्मचारी नहीं होना चाहिए। विशेष संस्थानों जैसे आईआईटी, आईआईएम, या सीए, एमबीए, एमबीबीएस जैसी डिग्री वाले उम्मीदवार इस योजना के लिए पात्र नहीं हैं।
इस योजना में पारदर्शिता और समावेशिता पर जोर दिया गया है। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवारों को आयु में कुछ छूट दी गई है। यह योजना खास तौर पर उन युवाओं के लिए बनाई गई है जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और जिन्हें बड़े अवसरों की तलाश है।
पीएम इंटर्नशिप योजना का एक आकर्षक पहलू इसका वित्तीय समर्थन है। चयनित इंटर्न को हर महीने 5,000 रुपये का वजीफा मिलेगा। इस राशि में से 4,500 रुपये सरकार द्वारा डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के जरिए आधार से जुड़े बैंक खाते में दिए जाएंगे, जबकि 500 रुपये संबंधित कंपनी द्वारा दिए जाएंगे। इसके अलावा, इंटर्नशिप शुरू होने पर एक बार 6,000 रुपये की अतिरिक्त राशि भी दी जाएगी, जो शुरुआती खर्चों में मदद करेगी।
वजीफे के साथ-साथ, इंटर्न को सरकार की दो बीमा योजनाओं प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के तहत कवरेज भी मिलेगा। इन योजनाओं का प्रीमियम सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। कुछ कंपनियां अतिरिक्त दुर्घटना बीमा भी प्रदान कर सकती हैं। यह वित्तीय और सामाजिक सुरक्षा इंटर्न्स को बिना किसी चिंता के अपने काम पर ध्यान देने में मदद करती है।
इंटर्नशिप का सबसे बड़ा लाभ यह है कि यह युवाओं को वास्तविक व्यावसायिक माहौल में काम करने का अनुभव देता है। वे न केवल तकनीकी कौशल सीखते हैं, बल्कि संवाद, टीमवर्क और समस्या-समाधान जैसे नरम कौशल भी विकसित करते हैं। यह अनुभव उनके रिज्यूमे को मजबूत करता है और भविष्य में बेहतर नौकरी पाने की संभावनाओं को बढ़ाता है।
इस योजना के लिए आवेदन करना बेहद आसान है और इसमें कोई फीस नहीं देना पड़ता। इच्छुक उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट pminternship.mca.gov.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। आवेदन की प्रक्रिया इस प्रकार है: सबसे पहले, वेबसाइट पर जाकर “रजिस्टर” विकल्प चुनें। इसके बाद, अपना मोबाइल नंबर दर्ज करें और ओटीपी के जरिए वेरिफिकेशन करें। फिर, अपनी व्यक्तिगत जानकारी, शैक्षिक योग्यता और अन्य जरूरी विवरण भरें। जरूरी दस्तावेज, जैसे आधार कार्ड, शैक्षिक प्रमाण पत्र और फोटो, अपलोड करें।
आवेदन के दौरान उम्मीदवार अपनी पसंद के आधार पर अधिकतम पांच इंटर्नशिप के लिए आवेदन कर सकते हैं। वे अपनी रुचि, स्थान और योग्यता के अनुसार अवसर चुन सकते हैं। आवेदन जमा करने के बाद, एक स्वचालित रिज्यूमे बनता है, जो कंपनियों को भेजा जाता है। शॉर्टलिस्ट होने पर उम्मीदवारों को इंटरव्यू या अन्य चयन प्रक्रिया के लिए बुलाया जाता है।
2025 के लिए आवेदन की अंतिम तारीख 15 अप्रैल है। पहले चरण की तरह ही इस बार भी भारी संख्या में आवेदन आने की उम्मीद है। इसलिए, इच्छुक युवाओं को सलाह दी जाती है कि वे समय रहते आवेदन कर लें। अगर कोई समस्या आती है, तो हेल्पलाइन नंबर 1800-116090 पर संपर्क किया जा सकता है।
प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना केवल एक इंटर्नशिप प्रोग्राम नहीं है, बल्कि यह भारत के युवाओं को सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह योजना न केवल आर्थिक सहायता देती है, बल्कि युवाओं को आत्मविश्वास और कौशल के साथ करियर की नई ऊंचाइयों को छूने का मौका भी देती है। सरकार की यह पहल निश्चित रूप से बेरोजगारी को कम करने और कुशल कार्यबल तैयार करने में मददगार साबित होगी।
जो युवा अपने करियर की शुरुआत करना चाहते हैं, उनके लिए यह योजना एक सुनहरा अवसर है। अगर आप भी इस आयु वर्ग में हैं और शीर्ष कंपनियों में अनुभव हासिल करना चाहते हैं, तो आप इसमें आवेदन कर सकते हैं।