facebookmetapixel
भारत में मरीज चाहते हैं स्वास्थ्य को लेकर भरोसेमंद जानकारी और अच्छी गुणवत्ता वाली सेवाएं, रिपोर्ट में खुलासामारुति और टाटा ने कार बाजार में बढ़ाया दबदबा, ह्युंडई-टोयोटा हुई पीछे; जानें किसका क्या रहा हाल?ऑपरेशन ब्लू स्टार पर पी चिदंबरम का बड़ा बयान, बोले- इंदिरा गांधी को अपनी जान से चुकानी पड़ीETFs या FoFs: सोने-चांदी में निवेश के लिए बेस्ट विकल्प कौन?पाकिस्तान-अफगानिस्तान तनाव: तालिबान का दावा — हमारे हमले में 58 पाकिस्तानी सैनिकों की मौतUpcoming IPOs: इस हफ्ते दलाल स्ट्रीट में बड़े और छोटे IPOs से निवेशकों को मिलेंगे जबरदस्त कमाई के मौकेक्या गाजा ‘शांति शिखर सम्मेलन’ में शामिल होंगे पीएम मोदी? डॉनल्ड ट्रंप ने भेजा न्योताशी जिनपिंग का सख्त रुख: दुर्लभ खनिजों पर नियंत्रण से अमेरिका को झटका, भड़क सकता है व्यापार युद्धBuying Gold on Diwali: 14, 18, 22 और 24 कैरेट गोल्ड में क्या हैं मुख्य अंतर; कौन सा खरीदना रहेगा फायदेमंदसितंबर में बढ़ी कारों की बिक्री, Maruti और Tata को मिला सबसे ज्यादा फायदा

Sovereign Gold Bond 2019-20 Series VIII: 35वें SGB को आज मैच्योरिटी से पहले बेचने का मौका! रिडेम्प्शन प्राइस 7,926 रुपये, सालाना रिटर्न 14.89%

देश के 35वें सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को मैच्योरिटी से पहले बेचने का मौका बॉन्ड धारकों को 21 जनवरी 2025 यानी आज मंगलवार को मिल रहा है।

Last Updated- January 21, 2025 | 7:17 PM IST
Gold bonds will not come now! Preparation to reduce financial burden अब नहीं आएंगे गोल्ड बॉन्ड! वित्तीय बोझ कम करने की तैयारी

Sovereign Gold Bond 2019-20 Series VIII premature redemption: देश के 35वें (SGB 2019-20 Series VIII) सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) को मैच्योरिटी से पहले बेचने का मौका बॉन्ड धारकों को आज मंगलवार (21 जनवरी 2025) को मिल रहा है। यह बॉन्ड 21 जनवरी 2028 को मैच्योर होगा। वैसे बॉन्ड धारक ही इस बॉन्ड को मैच्योरिटी से पहले 21 जनवरी को भुना सकते हैं जिन्होंने इसके लिए अप्लाई किया है। प्रीमैच्योर रिडेम्पशन को लेकर इच्छुक बॉन्ड धारकों के लिए अप्लाई करने की तारीख 21 दिसंबर से लेकर 13 जनवरी तक थी।

आज इस बॉन्ड का पहला प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन है। आरबीआई के आंकड़े बताते हैं कि इस बॉन्ड के लिए कुल 522,119 यूनिट की खरीद की गई थी।

क्या  है प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन प्राइस?

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के लिए इश्यू और रिडेम्प्शन प्राइस आईबीजेए (IBJA) से 24 कैरेट गोल्ड (999) के लिए मिले रेट के आधार पर तय होते हैं। नियमों के अनुसार सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के लिए प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन प्राइस प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन की तारीख से ठीक पहले के 3 कारोबारी दिन के लिए आईबीजेए से प्राप्त 24 कैरेट गोल्ड (999) के क्लोजिंग प्राइस का एवरेज होता है। 18 जनवरी और 19 जनवरी को क्रमश: शनिवार और रविवार होने की वजह से आरबीआई (RBI) ने इस सीरीज का प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन प्राइस 16 जनवरी, 17 जनवरी और 20 जनवरी के क्लोजिंग प्राइस के आधार पर तय किया है। 16 जनवरी, 17 जनवरी और 20 जनवरी के क्लोजिंग प्राइस का एवरेज 7,926 रुपये है, इसलिए 35वें सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड का प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन प्राइस 7,926 रुपये प्रति यूनिट है।

तारीख क्लोजिंग प्राइस (gold 999)
16 जनवरी 7,919 रुपये प्रति यूनिट
17 जनवरी 7,924  रुपये प्रति यूनिट
18 जनवरी शनिवार (Holiday)
19 जनवरी रविवार (Holiday)
20 जनवरी 7,934 रुपये प्रति यूनिट
एवरेज क्लोजिंग प्राइस/ प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन प्राइस  7,926 रुपये प्रति यूनिट

Source: IBJA

अब जानते हैं कि आखिर वैसे बॉन्ड धारक जो इन बॉन्ड को मैच्योरिटी से पहले 21 जनवरी को भुनाएंगे उन्हें कितनी कमाई होगी।

बिना टैक्स चुकाए कमाई

यह सॉवरेन गोल्ड (IN0020190537) 4,016 रुपये के इश्यू प्राइस पर 21 जनवरी 2020 को जारी हुआ था। जबकि प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन प्राइस 7,926 रुपये प्रति यूनिट है। इस हिसाब से इस सीरीज को मैच्योरिटी से पहले रिडीम करने पर बॉन्ड धारकों को 97.36 फीसदी का ग्रॉस रिटर्न (कैपिटल गेन) मिलेगा। ऑनलाइन बॉन्ड धारक तो और ज्यादा फायदे में रहेंगे क्योंकि उन्हें इस बॉन्ड की खरीदारी पर इश्यू प्राइस के मुकाबले 50 रुपये प्रति यूनिट का डिस्काउंट भी मिला होगा। ऐसे बॉन्ड धारकों को इस बॉन्ड के प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन पर 99.85 फीसदी का ग्रॉस रिटर्न मिलेगा।

टैक्स चुकाने के बाद कमाई

 प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन के मामले में बॉन्ड धारक बॉन्ड इश्यू होने के 12 महीने बाद बेच रहे हैं इसलिए उन्हें कैपिटल गेन पर 12.5 फीसदी लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन (LTCG) टैक्स चुकाना पड़ेगा।

अब इस बॉन्ड को मैच्योरिटी से पहले रिडीम करने के मामले में लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन टैक्स, ग्रॉस रिटर्न और एनुअल रिटर्न की गणना करते हैं:

परचेज प्राइस/ इश्यू प्राइस: 4,016 रुपये

रिडेम्प्शन प्राइस : 7,926 रुपये

टैक्सेबल कैपिटल गेन: 7,926-4,016 = 3,910 रुपये

लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन (LTCG) टैक्स (12.5%): 489 रुपये

टैक्स चुकाने के बाद कमाई: 3,910 – 489 = 3,421 रुपये

रिडेम्प्शन प्राइस (LTCG टैक्स घटाने के बाद): 7,926 – 489 = 7,437 रुपये

ऑफलाइन बॉन्ड धारक 

ग्रॉस रिटर्न (%) : 85.18%

एनुअल रिटर्न (CAGR): 13.12%

ऑनलाइन बॉन्ड धारक 

ग्रॉस रिटर्न (%) : 87.52%

एनुअल रिटर्न (CAGR): 13.40%

इंटरेस्ट जोड़कर कमाई

निवेशकों को इस सीरीज के लिए प्रति वर्ष 2.5 फीसदी यानी 50.2 रुपये प्रति छह महीने जबकि 5 साल की होल्डिंग पीरियड के दौरान 502 रुपये इंटरेस्ट/कूपन मिला। इस तरह से देखें तो इंटरेस्ट को जोड़ने के बाद इस बॉन्ड से 14.60 फीसदी का एनुअल रिटर्न (CAGR) मिल सकता है। ऑनलाइन बॉन्ड धारकों को तो 14.89 फीसदी का एनुअल रिटर्न मिलेगा। सितंबर 2016 के बाद जारी होने वाले सीरीज के लिए इंटरेस्ट को सालाना 2.75 फीसदी से घटाकर 2.5 फीसदी कर दिया गया है।

SGB की इस सीरीज पर इंटरेस्ट जोड़कर सालाना कमाई (CAGR) की गणना:

परचेज प्राइस/ इश्यू प्राइस: 4,016 रुपये

रिडेम्प्शन प्राइस : 7,926 रुपये

टैक्सेबल कैपिटल गेन: 7,926-4,016 = 3,910 रुपये

लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन (LTCG) टैक्स (12.5%): 489 रुपये

टैक्स चुकाने के बाद कमाई: 3,910 – 489 = 3,421 रुपये

रिडेम्प्शन प्राइस (LTCG टैक्स घटाने के बाद): 7,926 – 489 = 7,437 रुपये

इंटरेस्ट: 502 रुपये

ऑफलाइन बॉन्ड धारक 

ग्रॉस रिटर्न (%) : 97.68%

एनुअल रिटर्न (CAGR): 14.60%

ऑनलाइन बॉन्ड धारक 

ग्रॉस रिटर्न: 100.18%

एनुअल रिटर्न (CAGR): 14.89%

अब जानते हैं कि प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन को लेकर नियम क्या हैं?

कब कर सकते हैं प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन ?

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को मैच्योरिटी से पहले रिडीम करने का विकल्प भी निवेशकों के पास होता है। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को आप उसके इश्यू होने के 5 साल बाद मैच्योरिटी से पहले रिडीम कर सकते हैं। आरबीआई प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन की तारीख उस दिन तय करती है जिस दिन इस बॉन्ड पर इंटरेस्ट देय होता है। इस बॉन्ड पर इंटरेस्ट प्रत्येक छह महीने यानी साल में दो दफे मिलता है।

कैसे होती है प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन प्राइस की गणना

मैच्योरिटी से पहले रिडेम्प्शन प्राइस प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन की तारीख से ठीक पहले के 3 कारोबारी दिन के लिए आईबीजेए (IBJA) की तरफ से प्राप्त 24 कैरेट गोल्ड (999) के क्लोजिंग प्राइस का एवरेज होता है।

टैक्स को लेकर क्या हैं नियम ?

अगर आपने मैच्योरिटी पीरियड से पहले रिडीम किया तो टैक्स लिस्टेड फाइनेंशियल एसेट्स की तरह लगेगा। मतलब सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड खरीदने के बाद 12 महीने से पहले बेच देते हैं तो होने वाली कमाई यानी कैपिटल गेन को शॉर्ट-टर्म कैपिटल गेन (STCG) माना जाएगा। जो आपके ग्रॉस टोटल इनकम में जोड़ दिया जाएगा और आपको अपने टैक्स स्लैब के हिसाब से टैक्स चुकाना होगा। लेकिन अगर आप 12 महीने बाद बेचते हैं तो 12.5 फीसदी लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन (LTCG) टैक्स चुकाना होगा। लेकिन यदि आप सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को उसकी मैच्योरिटी यानी 8 साल तक होल्ड करते हैं तो रिडेम्प्शन के समय आपको कोई टैक्स नहीं देना होगा।

First Published - January 21, 2025 | 3:19 PM IST

संबंधित पोस्ट