वित्त वर्ष 2024-25 के 12 महीनों के दौरान भारतीयों ने प्रवासी भारतीय (एनआरआई) खातों में 16.16 अरब डॉलर जमा किए। आंकड़ा 2023-24 की तुलना में 9.9 प्रतिशत अधिक है। उस वर्ष इन खातों में 14.70 अरब डॉलर जमा किए गए थे।
मार्च 2025 के अंत में कुल एनआरआई जमा 164.7 अरब डॉलर हो गया, जो मार्च 2024 के अंत में 151.9 अरब डॉलर था। फरवरी 2025 में जमा रकम 160.33 अरब डॉलर थी। एनआरआई जमा योजनाओं में फॉरेन करेंसी नॉन रेजिडेंट (एफसीएनआर) जमा, नॉन रेजिडेंट एक्सटर्नल (एनआरई) जमा और नॉन रेजिडेंट ऑर्डिनरी (एनआरओ) जमा शामिल होता है।
अप्रैल 2024 से मार्च 2025 के दौरान एफसीएनआर (बैंक) या एफसीएनआर (बी) खातों में सबसे ज्यादा धन जमा किया गया है। रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक एफसीएनआर (बैंक) खातों में 7.1 अरब डॉलर आए हैं, जबकि एक साल पहले की समान अवधि में 6.3 अरब डॉलर जमा हुए थे। एफसीएनआर (बी) खातों में मार्च 2025 के अंत तक 32.8 अरब डॉलर जमा था।