New rules from 1 July: हर महीने की पहली तारीख कुछ नए नियमों के साथ आती है और इस बार जुलाई की शुरुआत आम लोगों के लिए कई बदलाव लेकर आ रही है। रेलवे टिकट बुकिंग, क्रेडिट कार्ड पेमेंट, ऑनलाइन वॉलेट ट्रांजैक्शन और पैन कार्ड जैसे ज़रूरी कामों के नियम अब बदल रहे हैं। ये छोटे-छोटे बदलाव आपके बजट पर बड़ा असर डाल सकते हैं। आइए जानते हैं कि 1 जुलाई 2025 से क्या-क्या बदलाव होने वाले हैं।
सबसे पहले बात रेलवे टिकट बुकिंग की करें तो 1 जुलाई से तत्काल टिकट बुक करने का तरीका बदल जाएगा। अब IRCTC की वेबसाइट या मोबाइल ऐप से तत्काल टिकट बुक करते समय यात्रियों को मोबाइल पर एक OTP भेजा जाएगा। जब तक यात्री वह OTP सिस्टम में दर्ज नहीं करेगा, तब तक टिकट कंफर्म नहीं मानी जाएगी। इस नए प्रोसेस से टिकटों की सुरक्षा और पारदर्शिता बढ़ेगी।
बैंकिंग सेक्टर में भी बदलाव हो रहे हैं, खासकर क्रेडिट कार्ड से जुड़े नियमों में। HDFC बैंक ने अपने क्रेडिट कार्ड धारकों के लिए कई नए चार्ज लागू किए हैं। अगर आप HDFC कार्ड से Dream11, MPL, Rummy Culture जैसे गेमिंग ऐप्स पर महीने में ₹10,000 से अधिक खर्च करते हैं, तो आपको 1% अतिरिक्त शुल्क देना होगा। यही चार्ज पेटीएम, मोबिक्विक, फ्रीचार्ज जैसे वॉलेट्स में ₹10,000 से अधिक लोड करने पर भी लगेगा। इसके अलावा, यूटिलिटी बिल जैसे बिजली, पानी, गैस आदि पर ₹50,000 से अधिक भुगतान होने पर भी 1% का अतिरिक्त चार्ज लगेगा। अगर किसी महीने में फ्यूल पर ₹15,000 से अधिक का खर्च होता है, तो वहां भी यही शुल्क लागू होगा।
ICICI बैंक ने भी अपने ग्राहकों के लिए एटीएम ट्रांजैक्शन से जुड़े नियमों में बदलाव किया है। अब ICICI बैंक ग्राहक अगर किसी अन्य बैंक के एटीएम से महीने में तीन बार से अधिक पैसे निकालते हैं, तो प्रत्येक अतिरिक्त फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन पर ₹23 और नॉन-फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन पर ₹8.50 चार्ज देना होगा। इससे बैंकिंग से जुड़े खर्चों में बढ़ोतरी होगी।
क्रेडिट कार्ड बिल पेमेंट को लेकर भी एक अहम बदलाव किया गया है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के नए नियमों के अनुसार, 1 जुलाई से सभी क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान अब भारत बिल पेमेंट सिस्टम (BBPS) के जरिए ही किया जा सकेगा। इससे PhonePe, CRED, BillDesk जैसे प्लेटफॉर्म पर असर पड़ेगा, क्योंकि अब तक केवल आठ बैंकों ने BBPS पर यह सुविधा शुरू की है।
इसके अलावा, पैन कार्ड बनवाने के नियम भी बदल दिए गए हैं। अब नया पैन कार्ड बनवाने के लिए आधार कार्ड देना अनिवार्य होगा। अगर आपके पास पहले से पैन और आधार दोनों हैं, तो इन्हें आपस में लिंक कराना भी जरूरी है। इसके लिए 31 दिसंबर 2025 तक का समय दिया गया है। इसके बाद लिंक न करने पर जुर्माना लग सकता है या आपका पैन कार्ड अमान्य माना जा सकता है।
इन सभी बदलावों का मकसद सिस्टम को अधिक पारदर्शी और डिजिटल फ्रेंडली बनाना है, लेकिन इनका असर आम जनता की जेब और आदतों पर जरूर पड़ेगा। ऐसे में बेहतर होगा कि आप पहले से इन बदलावों को समझ लें और अपनी योजना उसी अनुसार बनाएं।