अगर आप भारत में ट्रेन से यात्रा की योजना बना रहे हैं और भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के कारण चिंतित हैं कि कहीं आपका शेड्यूल गड़बड़ा न जाए, तो एक और जरूरी बात ध्यान में रखनी होगी। कई बार ग्रुप बुकिंग में कुछ टिकट कन्फर्म होते हैं, लेकिन कुछ वेटिंग लिस्ट में रह जाते हैं। ऐसे में क्या करें? क्या आप ट्रेन में चढ़ सकते हैं? आइए, इस बारे में आसान भाषा में समझते हैं।
सिंहानिया एंड कंपनी की पार्टनर मोनिका भटेलिया बताती हैं, “अगर एक ग्रुप PNR में कुछ टिकट वेटलिस्ट पर हैं और चार्ट बनने तक कन्फर्म नहीं होते, तो उन यात्रियों को ट्रेन में चढ़ने की इजाजत नहीं होती। उनकी टिकट अपने आप कैंसिल हो जाती हैं।”
भारतीय रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) के नियमों के मुताबिक, ट्रेन के रवाना होने से करीब चार घंटे पहले फाइनल चार्ट तैयार होता है। अगर उस वक्त आपका टिकट अभी भी वेटलिस्ट पर है, तो आप ट्रेन में नहीं चढ़ सकते। सिस्टम खुद-बखुद वेटलिस्ट टिकट कैंसिल कर देता है और रिफंड की प्रक्रिया शुरू हो जाती है।
Also Read: शेयर बाजार से कमाया मुनाफा? ₹1.25 लाख तक के LTCG पर ITR फाइल करना अब आसान, जानें क्या हुए बदलाव
मोनिका भटेलिया बताती हैं कि टिकट के नियम इस तरह हैं:
यह फर्क ज्यादातर यात्रियों को समझ नहीं आता, खासकर तब जब वे परिवार या सहकर्मियों के लिए टिकट बुक करते हैं।
कई बार लोग सोचते हैं कि वे ग्रुप बुकिंग में कन्फर्म और वेटलिस्ट टिकटों को अलग-अलग PNR में बांट लेंगे या बुकिंग में बदलाव कर लेंगे। लेकिन ऐसा मुमकिन नहीं है। मोनिका कहती हैं, “एक बार ग्रुप बुकिंग एक PNR के तहत हो जाए, तो उसे बाद में बदला या बांटा नहीं जा सकता। एकमात्र रास्ता है कि वेटलिस्ट टिकट कैंसिल करें और दोबारा बुकिंग करें।”
यात्रियों को सलाह है कि वे छोटे ग्रुप में टिकट बुक करें या फिर फाइनल चार्ट बनने तक अपनी टिकट की स्थिति पर नजर रखें।
अगर आपके ग्रुप में कुछ टिकट कन्फर्म हैं और कुछ वेटलिस्ट पर, तो सिर्फ कन्फर्म टिकट वालों को ही यात्रा की इजाजत होती है। बाकियों के लिए समय पर जानकारी रखना और पहले से योजना बनाना सबसे अच्छा तरीका है ताकि आपकी यात्रा सुगम हो।