उदारीकृत धनप्रेषण योजना (एलआरएस) के तहत भारतीयों ने वित्त वर्ष 2025 में 29.56 अरब डॉलर भेजे, जो वित्त वर्ष 2024 के 31.73 अरब डॉलर से 6.85 प्रतिशत कम हैं। वैश्विक अनिश्चितता, घरेलू आय में वृद्धि सुस्त होने व ज्यादा आधार के कारण यह कमी आई है।
रिजर्व बैंक के ताजा आंकड़ों के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय यात्राओं में वृद्धि के कारण मार्च 2025 में विदेश में धनप्रेषण पिछले साल मार्च की तुलना में 10.65 प्रतिशत बढ़कर 2.55 अरब डॉलर हो गया। मार्च में अंतरराष्ट्रीय यात्रा पर खर्च 12.3 प्रतिशत बढ़कर 1.12 अरब डॉलर हो गया है। विदेश में पढ़ाई पर खर्च में 18.77 प्रतिशत और इलाज पर हुए खर्च में 56.30 प्रतिशत कमी आई है।