ज्यादातर घर खरीदारों के लिए सबसे बड़ा आर्थिक बोझ होता है होम लोन की EMI। शुरूआती सालों में ज्यादातर लोग यही सोचते हैं कि उनकी किश्तें चुकाने के बाद भी Home Loan कम क्यों नहीं होता। वजह यह है कि लोन की शुरुआत में करीब 90% EMI ब्याज में चला जाता है और सिर्फ 10% मूलधन (Principal) घटता है।
मान लीजिए किसी ने ₹50 लाख का होम लोन 8.5% ब्याज दर पर 25 साल के लिए लिया है। EMI बनेगी लगभग ₹40,000। पहले साल में उसने करीब ₹4.8 लाख EMI भरी, लेकिन उसमें से केवल ₹60,000 ही मूलधन घटा, बाकी ₹4.2 लाख बैंक को ब्याज में चला गया। यही वजह है कि कई साल तक लोगों को लगता है कि उनका कर्ज कम ही नहीं हो रहा।
सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर विजय महेश्वरी बताते हैं कि थोड़ी-सी समझदारी से आप 25 साल का लोन सिर्फ 10 साल में खत्म कर सकते हैं और लाखों रुपये ब्याज बचा सकते हैं। अगर आप हर साल ₹40,000 की एक अतिरिक्त EMI भर दें, तो यह सीधा आपके मूलधन से घटता है। इस कदम से ही लोन की अवधि 25 साल से घटकर 20 साल रह जाती है। तो आइए उनके इस तरीके से विस्तार से समझते हैं।
मान लीजिए आपने पहले साल ₹40,000 EMI से शुरुआत की। दूसरे साल इसे ₹43,000 कर दिया और तीसरे साल ₹46,200। इस तरह साल-दर-साल EMI बढ़ाने से यह आपके वेतन वृद्धि के साथ तालमेल बिठा लेता है। इस रणनीति से लोन की अवधि घटकर 12 साल रह जाती है।
अगर आप हर साल एक अतिरिक्त EMI भी भरें और EMI में 7.5% की बढ़ोतरी भी करें, तो लोन सिर्फ 10 साल में खत्म हो सकता है। ऐसा करने से आप लगभग ₹35–40 लाख का ब्याज बचा सकते हैं।
पुणे के आईटी प्रोफेशनल रोहित और नेहा शर्मा ने 2024 में ₹50 लाख का होम लोन लिया।
ब्याज दर: 8.5%
अवधि: 25 साल
EMI: ₹40,000
अगर वे कुछ नहीं करते, तो 2049 तक उन्हें ₹1.2 करोड़ चुकाना पड़ता, जिसमें ₹70 लाख सिर्फ ब्याज होता।
हर साल एक अतिरिक्त EMI दी (₹40,000)
हर साल EMI में 7.5% की बढ़ोतरी की
नतीजा यह हुआ कि उनका लोन 2049 की जगह 2034 में खत्म हो गया। अब उन्हें कुल ₹85 लाख ही चुकाने पड़े, यानी ₹35 लाख से ज्यादा ब्याज की बचत। साथ ही, वे 15 साल पहले घर के मालिक बन गए।
अगर आप भी होम लोन ले रहे हैं, तो कभी भी 20–25 साल तक एक जैसी EMI मत चुकाइए। वेतन बढ़ने के साथ EMI बढ़ाएं और साल में एक अतिरिक्त EMI जरूर भरें। इन दोनों उपायों को मिलाकर अपनाएंगे तो आप भी सिर्फ 10 साल में लोन-फ्री हो सकते हैं।