facebookmetapixel
अमेरिका का आउटसोर्सिंग पर 25% टैक्स का प्रस्ताव, भारतीय IT कंपनियां और GCC इंडस्ट्री पर बड़ा खतरासिटी बैंक के साउथ एशिया हेड अमोल गुप्ते का दावा, 10 से 12 अरब डॉलर के आएंगे आईपीओNepal GenZ protests: नेपाल में राजनीतिक संकट गहराया, बड़े प्रदर्शन के बीच पीएम ओली ने दिया इस्तीफाGST Reforms: बिना बिके सामान का बदलेगा MRP, सरकार ने 31 दिसंबर 2025 तक की दी मोहलतग्रामीण क्षेत्रों में खरा सोना साबित हो रहा फसलों का अवशेष, बायोमास को-फायरिंग के लिए पॉलिसी जरूरीबाजार के संकेतक: बॉन्ड यील्ड में तेजी, RBI और सरकार के पास उपाय सीमितभारतीय स्टार्टअप के सपने साकार करने के लिए वेंचर कैपिटल ईकोसिस्टम को बढ़ावा देना आवश्यककरिश्मा कपूर के बच्चे दिल्ली हाई कोर्ट पहुंचे, पिता संजय कपूर की करोड़ों की संपत्ति में मांगा हिस्साSEBI vs Jane Street: सेबी का जेन स्ट्रीट को और डेटा देने से इनकार, अगली सुनवाई 18 नवंबर कोNifty 50 कंपनियों की आय में गिरावट, EPS ग्रोथ रेट 4 साल में सबसे कम

ATM New Rules From May: 1 मई से कैश निकालना और बैलेंस चेक करना पड़ेगा महंगा, ₹19 तक लगेगा चार्ज; जानें क्या होंगे बदलाव

ATM Rules: नए चार्ज उन ट्रांजैक्शन पर लागू होंगे जो ग्राहकों के मासिक फ्री लिमिट से ज्यादा होंगे। मेट्रो शहरों में 5 और नॉन-मेट्रो क्षेत्रों में 3 फ्री ट्रांजैक्शन की सीमा है।

Last Updated- April 21, 2025 | 11:53 AM IST
ATM New Rules From May
Representative Image

ATM New Rules From May: अगर आप ATM से अक्सर कैश निकालते हैं या बैलेंस चेक करते हैं, तो ये खबर आपके लिए जरूरी है। 1 मई 2025 से ATM ट्रांजैक्शन पर लगने वाले चार्ज बढ़ने जा रहे हैं। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के प्रस्ताव को मंजूरी के बाद अब दूसरे बैंक के ATM से ट्रांजैक्शन करना और भी महंगा पड़ेगा।

क्या बदलेगा?

  • कैश निकालने का चार्ज: ₹17 से बढ़ाकर ₹19 प्रति ट्रांजैक्शन
  • बैलेंस चेक करने का चार्ज: ₹6 से बढ़ाकर ₹7 प्रति ट्रांजैक्शन
  • लागू होने की तारीख: 1 मई 2025

ये नए चार्ज उन ट्रांजैक्शन पर लागू होंगे जो ग्राहकों के मासिक फ्री लिमिट से ज्यादा होंगे। मेट्रो शहरों में 5 और नॉन-मेट्रो क्षेत्रों में 3 फ्री ट्रांजैक्शन की सीमा है।

क्यों बढ़ाए गए चार्ज?

ATM नेटवर्क ऑपरेटर और व्हाइट लेबल ATM कंपनियों ने इंटरचेंज फीस बढ़ाने की मांग की थी, क्योंकि उनके लिए मेंटेनेंस और ऑपरेशनल खर्च बढ़ गए हैं। NPCI ने इस मांग को RBI के सामने रखा, जिसे मंजूरी दे दी गई।

ग्राहकों और बैंकों पर असर

  • ग्राहकों को अब गैर-होम बैंक (non-home bank) ATM से कैश निकालने या बैलेंस चेक करने पर ज्यादा शुल्क देना होगा।
  • छोटे बैंक, जो दूसरों के ATM नेटवर्क पर ज्यादा निर्भर रहते हैं, उनके लिए यह बोझ बढ़ा सकता है।
  • बैंक अपने अकाउंट मेंटेनेंस चार्ज भी बढ़ा सकते हैं।
  • जो लोग बार-बार ATM का इस्तेमाल करते हैं, उन्हें अतिरिक्त खर्च से बचने के लिए अपने होम बैंक के ATM या डिजिटल पेमेंट विकल्पों का ज्यादा इस्तेमाल करना होगा।

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, FY14 में भारत में डिजिटल पेमेंट्स का कुल मूल्य ₹952 लाख करोड़ था, जो FY23 में बढ़कर ₹3,658 लाख करोड़ हो गया। इससे पता चलता है कि देश तेजी से कैशलेस इकॉनमी की ओर बढ़ रहा है।

SBI ने अपनी ATM ट्रांजैक्शन लिमिट में किया बदलाव

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने अपने ग्राहकों के लिए ATM ट्रांजैक्शन लिमिट और चार्ज में बदलाव किए हैं। ये नए नियम 1 फरवरी 2025 से लागू हो चुके हैं। वहीं, 1 मई 2025 से RBI के निर्देशानुसार कैश निकालने पर ज्यादा चार्ज देना होगा।

SBI के नए ATM नियम क्या हैं?

  • सभी ग्राहकों को हर महीने मिलेंगे
    5 फ्री ट्रांजैक्शन SBI ATM पर
    10 फ्री ट्रांजैक्शन अन्य बैंक के ATM पर
    (लोकेशन या अकाउंट बैलेंस की सीमा के बिना)
  • जिनका AMB ₹1 लाख से ज्यादा है, उन्हें अनलिमिटेड फ्री ट्रांजैक्शन की सुविधा मिलेगी।

फ्री लिमिट के बाद चार्ज:

  • SBI ATM पर ट्रांजैक्शन: ₹15 + GST
  • दूसरे बैंक के ATM पर: ₹21 + GST
  • बैलेंस पूछने या मिनी स्टेटमेंट (दूसरे बैंक ATM पर): ₹10 + GST
  • SBI ATM पर बैलेंस पूछना: फ्री

अन्य सेवाएं:

  • नॉन-कैश फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन (जैसे दान आदि): SBI ATM पर फ्री
  • दूसरे बैंकों के ATM पर ये सेवा उपलब्ध नहीं है।

ATM चार्ज के अलावा, अप्रैल 2025 से क्रेडिट कार्ड यूजर्स को भी कुछ बदलावों का सामना करना पड़ेगा। Axis Bank ने Vistara के Air India में मर्जर के बाद अपने Vistara Credit Card के बेनिफिट्स में बदलाव करने का ऐलान किया। ये नए नियम 18 अप्रैल 2025 से रिन्युअल पर लागू हो गए हैं।

ATM ट्रेंड्स पर बैंकिंग एक्सपर्ट सुनील पंत की राय

बैंकिंग एक्सपर्ट सुनील पंत के मुताबिक, “डिजिटल पेमेंट्स के चलते ATM से होने वाले ट्रांजैक्शन की संख्या घट रही है, लेकिन एक बार में निकाली जाने वाली रकम बढ़ी है। इससे साफ है कि छोटे लेनदेन UPI जैसे प्लेटफॉर्म्स पर शिफ्ट हो गए हैं, जबकि बड़ी रकम की जरूरत के लिए लोग अभी भी ATM का इस्तेमाल कर रहे हैं।”

उन्होंने बताया कि 2020 में औसतन ₹5,000 की निकासी होती थी, जो 2024 में बढ़कर ₹5,500 हो गई है। इसका मतलब है कि चार्ज बढ़ने के बावजूद लोगों के व्यवहार में ज्यादा बदलाव नहीं आया है। उन्होंने यह भी कहा कि, “ग्रामीण क्षेत्रों में जहां बैंकिंग सुविधाएं सीमित हैं, वहां अभी भी छोटे ट्रांजैक्शन के लिए ATM पर निर्भरता है। लेकिन कुल मिलाकर इसका ग्राहकों की संतुष्टि या पारंपरिक बैंकिंग सिस्टम पर ज्यादा नकारात्मक असर नहीं दिखेगा।”

First Published - April 21, 2025 | 9:38 AM IST

संबंधित पोस्ट