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बढ़ती गर्मी के साथ होगी तगड़ी कमाई! ये Power PSU Stocks दौड़ने को तैयार, ग्लोबल ब्रोकरेज का बड़ा दांव

भारत में बढ़ती बिजली की मांग से NTPC और पावर ग्रिड जैसे PSU स्टॉक्स को मिलेगा फायदा, ग्लोबल ब्रोकरेज ने दी 'ओवरवेट' रेटिंग!

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साई अरविंद   
Last Updated- March 26, 2025 | 4:54 PM IST

भारत में बिजली की मांग लगातार बढ़ रही है। गर्मी बढ़ने के साथ ही देश में पावर की जरूरत और भी ज्यादा हो रही है। ऐसे में बड़ी बिजली कंपनियों के लिए नए अवसर बन रहे हैं। इसी बीच, ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म JPMorgan ने अपनी एक ताजा रिपोर्ट में NTPC और पावर ग्रिड कॉरपोरेशन को लेकर सकारात्मक रुख दिखाया है और ‘overweight’ रेटिंग दी है। उनका मानना है कि ये कंपनियां आने वाले समय में निवेशकों को अच्छा मुनाफा दे सकती हैं।

हालांकि, दूसरी प्राइवेट बिजली कंपनियों के बारे में उनका नजरिया थोड़ा सतर्क है। ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि टाटा पावर और टॉरेंट पावर को लेकर उनकी राय ‘न्यूट्रल’ है, जबकि JSW एनर्जी पर उन्होंने ‘अंडरवेट’ रेटिंग दी है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि पावर सेक्टर में कई चुनौतियां बनी हुई हैं, लेकिन NTPC और पावर ग्रिड को बढ़ती मांग और सरकारी नीतियों से फायदा मिलने की उम्मीद है।

अब जानते हैं इस रिपोर्ट का पूरा विश्लेषण

NTPC और पावर ग्रिड को JPMorgan का भरोसा

JPMorgan ने NTPC और पावर ग्रिड पर ‘ओवरवेट’ रेटिंग दी है, जिसका मतलब है कि वे इन शेयरों में तेजी की उम्मीद कर रहे हैं। इसके पीछे बड़ी वजह है भारत में बिजली की बढ़ती मांग। जैसे-जैसे बिजली की जरूरत बढ़ रही है, सरकार थर्मल पावर और ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट्स पर ज्यादा ध्यान दे रही है, जिससे इन कंपनियों को फायदा होगा।

वहीं, टाटा पावर और टॉरेंट पावर को उन्होंने ‘न्यूट्रल’ रेटिंग दी है। इसका मतलब यह है कि इन कंपनियों में निवेश को लेकर वे न तो बहुत ज्यादा उत्साहित हैं और न ही इन्हें पूरी तरह से नकार रहे हैं। दूसरी ओर, JSW एनर्जी को लेकर उनका नजरिया कमजोर है और उन्होंने इसे ‘अंडरवेट’ रेटिंग दी है।

बिजली सेक्टर में बनी हुई हैं चुनौतियां

JPMorgan की रिपोर्ट के मुताबिक, बिजली सेक्टर में अभी भी कई चुनौतियां बनी हुई हैं

  • डिस्कॉम कंपनियों की कमजोर वित्तीय हालत – सरकारी बिजली वितरण कंपनियां (DISCOMs) अभी भी घाटे में चल रही हैं, जिससे पावर कंपनियों को भुगतान मिलने में देरी होती है।
  • नवीकरणीय ऊर्जा (Renewable Energy) समझौतों में देरी – सोलर और विंड एनर्जी प्रोजेक्ट्स के लिए नए PPA (Power Purchase Agreements) साइन करने में देरी हो रही है।
  • प्रोजेक्ट्स में देरी और सरकारी दखल – कई बार बड़े बिजली प्रोजेक्ट समय पर पूरे नहीं हो पाते और सरकार के नए नियमों के कारण दिक्कतें आती हैं।

बिजली की बढ़ती मांग और बाजार का हाल

HSBC की रिपोर्ट के अनुसार, मार्च 2025 के पहले 18 दिनों में भारत की बिजली मांग में 7% और पीक डिमांड में 6% की बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान पीक डिमांड 235 गीगावाट (GW) तक पहुंच गई। हालांकि, अभी तक कोई बड़ी बिजली कमी देखने को नहीं मिली है, क्योंकि सोलर एनर्जी ने डिमांड को काफी हद तक पूरा कर दिया।

NTPC और पावर ग्रिड के शेयरों में तेजी

NTPC का प्रदर्शन

NTPC का शेयर 0.56% बढ़कर ₹369 तक पहुंच गया। इस साल अब तक यह निफ्टी 50 से 10% ज्यादा रिटर्न दे चुका है। फरवरी 2025 में इसका दाम ₹292 था, वहां से अब तक यह 25% ऊपर जा चुका है।

पावर ग्रिड का प्रदर्शन

पावर ग्रिड का शेयर 1.98% बढ़कर ₹296.75 तक पहुंच गया। हालांकि, 2025 में अब तक यह 5% गिर चुका है, लेकिन फरवरी के मुकाबले 8% की रिकवरी कर चुका है।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल जानकारी के लिए है, निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें। निवेश जोखिमों के अधीन है।

First Published : March 26, 2025 | 4:48 PM IST