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यूटीआई वेंचर्स 45 करोड़ डॉलर का फंड लाएगा

Last Updated- December 07, 2022 | 3:01 AM IST

यूटीआई असेट मैनेजमेंट की वेंचर कैपिटल कंपनी यूटीआई वेंचर्स बाजार में चल रहे मंदी के माहौल के बावजूद 40-45 करोड़ डॉलर का नया फंड लाने की सोच रही है।


बैंगलोर के इस वेंचर कैपिटल फंड का यह तीसरी फंड होगा और इसका नाम असेंट इंडिया फंड हो सकता है जो अपने पिछले फंड जैसा ही होगा। इसके लिए कंपनी अमेरिका, यूरोप और एशिया के संस्थागत निवेशकों से पैसा जुटाएगी।

सूत्रों के मुताबिक एनडाउमेंट फंड, पेंशन फंड और हाई एंड सॉवरिन वेल्थ फंड भी इस फंड जुटाने की तैयारी का हिस्सा होंगे। यूटीआई वेंचर्स इस फंड के लिए इस साल जुलाई से पैसा जुटाना शुरू कर देगी और यह फंड 3-6 महीनों में बंद कर दिया जाएगा। इस फंड का औसत डील साइज 150-200 लाख डॉलर का होगा और कंपनी खासकर ग्रोथ कैपिटल पर जोर दे रही है।

फंड सभी सेक्टरों में निवेश करेगा हालांकि फंड का बड़ा हिस्सा इंफ्रास्ट्रक्चर, रीटेल और मीडिया में लगाया जाएगा। कंपनी ने 2001 में करीब 2.5 करोड़ रुपया मैसूर की एक कंपनी में लगाया था। भारत की तीसरी सबसे बड़ी एएमसी की इस वेंचर कैपिटल कंपनी ने निवेश के लिए कंपनियों से बातचीत शुरू कर दी है।

हाल में यूटीआई वेंचर्स ने अपने निवेश का पचास गुना रकम एक्सेलसॉफ्ट टेक्नोलॉजीस में अपनी 35.5 फीसदी हिस्सेदारी बेच कर जुटाई थी। कंपनी ने यह हिस्सेदारी 125 करोड़ में हेज फंड डीई शॉ को बेचा था। फिलहाल कंपनी का निवेश अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विसेस, अपेरल रिटेल और ऑल्टरनेटिव एनर्जी इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे सेक्टरों में भी है। इसकी पोर्टफोलियो कंपनियों में कुटॉन्स रिटेल, लक्ष्य मीडिया, प्राइमस रिटेल, श्रीराम ईपीसी और सूबेक्स एज्यूर शामिल हैं।

उद्योग के जानकारों के मुताबिक पीई फर्में इस साल करीब 12 अरब डॉलर जुटाएंगीं। इसमें रियल एस्टेट फंड की रकम शामिल नहीं है। वेंचर कैपिटल फर्म ने कई कंपनियों को अतिरिक्त कैपिटल जुटाने, वरिष्ठ मैनेजमेंट टैलेंट, कार्पोरेट गवर्नेंस मानकों को पूरा करने, आईपीओ की तैयारी कराने और कंपनी के इनऑर्गैनिक ग्रोथ में मदद करने का भी किया है। फर्म ने इससे पहले पेस्को बीम एनवायर-मेंटल सोल्यूशंस में भी 80 लाख डॉलर का निवेश किया है।

First Published - June 2, 2008 | 11:05 PM IST

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