विदेशी ब्रोकरेज फर्म UBS की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, Bharti Airtel की रेटिंग को ‘Neutral’ से घटाकर ‘Sell’ कर दिया गया है, जबकि Vodafone Idea को ‘Buy’ से ‘Neutral’ किया गया है। यानी फिलहाल इस ब्रोकरेज की नजर में इस सेक्टर में कोई भी स्टॉक ‘Buy’ की कैटेगरी में नहीं है। बात करें टारगेट प्राइस की, तो एयरटेल के लिए ₹1,970 और वोडाफोन आइडिया के लिए ₹8.5 है।
इस घोषणा के बाद बाजार में इन कंपनियों के शेयरों में हल्की गिरावट देखी गई। Bharti Airtel 0.81 फीसदी गिरकर ₹1,949.25 पर और Vodafone Idea 0.82 फीसदी गिरकर ₹7.28 पर पहुंच गया। वहीं BSE Sensex भी 0.30 फीसदी नीचे चल रहा था।
UBS का कहना है कि टेलीकॉम कंपनियों के स्टॉक्स में अभी जो वैल्यूएशन है, वह पहले से ही यह मानकर चल रहा है कि वित्त वर्ष 2026 के आखिर तक 10-12% की टैरिफ बढ़ोतरी होगी। लेकिन ब्रोकरेज को आशंका है कि इस बढ़ोतरी में देरी हो सकती है, खासकर इसलिए क्योंकि भारत की मोबाइल सेवाओं के दाम अब अन्य उभरते बाजारों के बराबर या कुछ मामलों में उससे भी ज्यादा हो चुके हैं। ऐसे में कम कीमत वाले ग्राहकों पर अतिरिक्त बोझ डालना मुश्किल हो सकता है और इससे रेवेन्यू ग्रोथ पर भी असर पड़ सकता है।
Also read: Q1 Results के बाद 8% तक गिर गया Tata का शेयर, ब्रोकरेज ने कहा-बेच दें, अभी और गिर सकता है भाव
UBS को लगता है कि जून तिमाही (Q1FY26) में टेलीकॉम कंपनियां कोई बड़ी कीमत बढ़ाने वाली पहल नहीं करेंगी। Airtel की मोबाइल कमाई में सिर्फ 2% और Vodafone Idea की कमाई में सिर्फ 0.5% बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। TRAI के आंकड़ों से पता चलता है कि Airtel के नए ग्राहक जोड़ने की रफ्तार धीमी हो रही है, जबकि Reliance Jio लगातार अपना मार्केट शेयर बढ़ा रहा है। इस तिमाही में Airtel करीब 30 लाख नए ग्राहक जोड़ सकता है, लेकिन Vodafone Idea लगभग 10 लाख ग्राहक खो सकता है। Airtel के लिए थोड़ी राहत की बात यह है कि उसका होम ब्रॉडबैंड और एंटरप्राइज बिजनेस अच्छा कर सकता है, जिससे कंपनी के कुल प्रदर्शन को थोड़ा सहारा मिल सकता है।
Also read: UPI यूजर्स ध्यान दें! अब बैलेंस चेक और पेमेंट स्टेटस पर लगेगी लिमिट, 1 अगस्त से लागू होंगे नए नियम
Vodafone Idea के सामने सबसे बड़ी परेशानी उसकी पैसों की स्थिति है। कंपनी ने अगले तीन साल में ₹50,000 से ₹55,000 करोड़ खर्च करने का प्लान बनाया है। लेकिन यह तभी पूरा हो पाएगा, जब कंपनी जरूरी फंड जुटा पाएगी। UBS का कहना है कि जब तक फंडिंग को लेकर स्थिति साफ नहीं होती, तब तक कंपनी का कामकाज बेहतर होना मुश्किल है।
UBS ने अपनी रिपोर्ट में कुछ अनुमान बदले हैं। Bharti Airtel के लिए कंपनी ने आने वाले समय की कमाई (रेवेन्यू) का अनुमान 5-7% बढ़ाया है। इससे Airtel की प्रति शेयर कमाई (EPS) में भी 2-3% बढ़ोतरी हुई है। इसी वजह से इसका टारगेट प्राइस ₹1,705 से बढ़ाकर ₹1,970 कर दिया गया है। लेकिन UBS का मानना है कि Airtel का शेयर पहले से ही काफी महंगा हो गया है और फिलहाल इसमें कोई बड़ा फायदा दिख नहीं रहा, इसलिए इसे बेचने की सलाह दी गई है। दूसरी तरफ, Vodafone Idea के लिए UBS ने अपने अनुमान घटा दिए हैं।
Also read: Zee Ent के फंडिंग प्लान को बड़ा झटका, शेयर 6% लुढ़का, हिस्सेदारी बढ़ाने की कोशिश नाकाम!
कंपनी की मोबाइल सर्विस से होने वाली कमाई 3-4% कम आंकी गई है और मुनाफे (EBITDA) का अनुमान भी 2-3% घटाया गया है। चूंकि कंपनी फंड जुटाने में देर कर रही है, इसलिए उसके निवेश (कैपेक्स) की योजना भी कम करके आंकी गई है। इसी के चलते Vi का टारगेट प्राइस ₹12.1 से घटाकर ₹8.5 किया गया है। Indus Towers को लेकर UBS ने थोड़ा सकारात्मक रुख दिखाया है। कंपनी का टारगेट प्राइस ₹440 से थोड़ा बढ़ाकर ₹455 किया गया है, लेकिन रेटिंग पहले की तरह ‘Neutral’ ही रखी गई है।