facebookmetapixel
BFSI Summit: भारत का वित्तीय क्षेत्र सबसे मजबूत स्थिति में, सरकार और आरबीआई ने दी जिम्मेदार वृद्धि की नसीहत2025 बनेगा भारत के इतिहास का सबसे बड़ा आईपीओ वर्ष, BFSI समिट में बोले विदेशी बैंकरBFSI Summit: अधिग्रहण के लिए धन मुहैया कराने में नए अवसर देख रहा है बैंकिंग उद्योगBSFI Summit: ‘एमएफआई के दबाव से जल्द बाहर निकल आएंगे स्मॉल फाइनैंस बैंक’BFSI Summit: दुनिया के शीर्ष 20 में से भारत को कम से कम 2 देसी बैंकों की जरूरतBFSI Summit: तकनीक पर सबसे ज्यादा खर्च करने वालों में शुमार है स्टेट बैंक- शेट्टीBFSI Summit: वित्त वर्ष 2025-26 में वृद्धि दर 7 प्रतिशत से अधिक रहे तो मुझे आश्चर्य नहीं – सीईए अनंत नागेश्वरनBFSI Summit: बीएफएसआई की मजबूती के बीच MSMEs के लोन पर जोरBFSI Summit: कारगर रहा महंगाई का लक्ष्य तय करना, अहम बदलाव की जरूरत नहीं पड़ीBFSI Summit: बढ़ती मांग से कॉरपोरेट बॉन्ड बाजार सुस्त

बाजार में IPO की कतार, आएंगे 7,500 करोड़ रुपये के आईपीओ

Nifty पहुंचा 20,084 की नई चोटी पर, Sensex भी लगातार 9वें सत्र चढ़ा

Last Updated- September 13, 2023 | 10:32 PM IST
CIEL IPO

निफ्टी चढ़ते-चढ़ते 20,000 अंक के पार पहुंच गया है और बाजार में आरं​भिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) की होड़ लग गई है। इस हफ्ते 4 आईपीओ आने वाले हैं, जिनसे कंपनियां 4,673 करोड़ रुपये जुटाएंगी। अगले हफ्ते भी करीब 3,000 करोड़ रुपये के चार आईपीओ बाजार में दस्तक देंगे।

आरआर केबल, सैमी होटल्स, जैगल प्रीपेड ओशन सर्विसेज और यात्रा ऑनलाइन का निर्गम इस हफ्ते बाजार में आने के लिए तैयार है। इसी तरह सिग्नेचर ग्लोबल, अपडेटर सर्विसेज, साई ​स्किल्स (कलामंदिर) और वैभव ज्वैलर्स के निर्गम अगले हफ्ते आएंगे।

बाजार में आईपीओ की सरगर्मी बढ़ने के कई कारण हैं। बाजार में उछाल, आईपीओ की मांग बढ़ने और तिमाही नतीजों में खुलासे के लिए खास नियम से कंपनियां आईपीओ लाने में तेजी दिखा रही हैं। निफ्टी आज 20,084 पर पहुंच गया, जो आंकड़ा उसने पहले कभी नहीं छुआ था। सेंसेक्स भी लगातार 9वें कारोबारी सत्र में बढ़त पर बंद हुआ। दोनों सूचकांक पिछले 9 सत्र में करीब 4 फीसदी चढ़ चुके हैं।

विशेषज्ञों ने कहा कि शेयर बाजार में मजबूती से कंपनियों को निर्गम लाने का हौसला मिला है। आईपीओ बाजार में हालिया तेजी के तकनीकी कारण भी हैं। जो कंपनियां इस महीने अपना आईपीओ लाने से चूक जाएंगी, उन्हें अप्रैल-जून तिमाही का वित्तीय ब्योरा भी अपने आईपीओ मसौदे (डीआरएचपी) में शामिल करना होगा। नियामकीय दिशानिर्देश के मुताबिक अगर आईपीओ दस्तावेज में वित्तीय आंकड़े दो तिमाही से ज्यादा पुराने हैं तो कंपनियों को निर्गम लाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

बैंकरों का कहना है कि ऑडिट किए गए तिमाही आंकड़ों को अपडेट करने में कम से कम चार हफ्ते का वक्त लग सकता है जिससे कंपनियों के सामने बाजार में उतारचढ़ाव का जोखिम आ सकता है।

Also read: नकदी पर बैठे Mutual Fund दे सकते हैं बाजार को सहारा

ऐ​क्सिस कैपिटल के संयुक्त प्रबंध निदेशक और सह-मुख्य कार्या​धिकारी चिराग नेगंधी ने कहा, ‘वर्तमान में जून तिमाही के वित्तीय नतीजों के साथ ही मांग किस तरह रहती है, उसकी भी भूमिका होगी। पर्याप्त मांग नहीं होने से निर्गम सफल नहीं हो सकता।’

उन्होंने कहा कि माहौल अनुकूल रहा तब भी मजबूत आधार और वाजिब मूल्यांकन वाली कंपनियों का निर्गम ही सफल रह सकता है। कुछ कंपनियां अपना निर्गम लाने के लिए सही मौके का इंतजार कर रही हैं। एक बैंकर ने कहा, ‘कंपनियां जल्द से जल्द अपना आईपीओ लाना चाह रही हैं क्योंकि बाजार की धारणा अभी मजबूत है।’

इस महीने अभी तक नैशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 4.2 फीसदी चढ़ चुका है और नई ऊंचाई पर पहुंच गया है। निफ्टी स्मॉलकैप 100 में 2.7 फीसदी और निफ्टी मिडकैप 100 में 2.9 फीसदी की तेजी दर्ज की गई है।

First Published - September 13, 2023 | 10:32 PM IST

संबंधित पोस्ट