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Last Updated- December 09, 2022 | 3:55 PM IST

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज और बंबई स्टॉक एक्सचेंज को एक्सचेंज कारोबार में जल्द ही कड़ी टक्कर मिलने वाली है।


दरअसल, अनिल धीरूभाई अंबानी समूह की कंपनी रिलायंस मनी और फाइनेंशियल टेक्नोलॉजिज इंडिया लिमिटेड (एफटीआईएल) भी अपना स्टॉक एक्सचेंज स्थापित करने की संभावनाएं तलाश रही हैं।

सूत्रों का कहना है कि दोनों कंपनियों को इस क्षेत्र में व्यापक संभावनाएं नजर आ रही हैं, क्योंकि मौजूदा समय में कुल निवेश का केवल 5 फीसदी ही इक्विटी बाजार में लगाया जा रहा है, जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में निवेश का औसत 50 फीसदी का है।

ऐसे में इन कंपनियों का मानना है कि भारत में इक्विटी में निवेश की व्यापक संभावनाएं हैं, जिसका फायदा उन्हें मिल सकता है। इक्विटी डेरिवेटिव सेगमेंट में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का एकाधिकार है।

हाजिर बाजार में एनएसई में रोजाना औसतन 10,000 करोड़ रुपये का कारोबार होता है, जबकि बीएसई में इस सेगमेंट में रोजाना करीब 4,000 करोड़ रुपये का ही कारोबार हो पाता है।

डेरिवेटिव कारोबार में तो एनएसई की 100 फीसदी की हिस्सेदारी है। यही वजह है कि नई कंपनियां इस क्षेत्र में उतरने की योजना बना रही है।

मौजूदा समय में रिलायंस मनी के पास नेशनल मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज की करीब 10 फीसदी हिस्सेदारी है, जिसे बढ़ाकर 26 फीसदी करने की योजना है। एनएमसीई में अगले माह से कृषि जिंसों का भी कारोबार शुरू होने की उम्मीद है।

इसके साथ ही कंपनी मुद्रा वायदा कारोबार शुरू करने के लिए भी सेबी के पास आवेदन किया है। सूत्रों का कहना है कि कंपनी की रणनीति के तहत इक्विटी एक्सचेंज उपयुक्त है।

इस बारे में पूछने पर रिलायंस मनी के सीईओ सुदीप बंद्योपाध्याय ने बताया कि फिलहाल इक्विटी सेंगमेंट में उतरने का इरादा नहीं है। लेकिन अवसर को देखते हुए छोटी और मझोली कंपनियों के लिए एक एक्सचेंज स्थापित करने की योजना जरूर है।

सूत्रों के मुताबिक, एफटीआईएल मुद्रा वायदा, जिंस वायदा, पावर एक्सचेंज, स्पॉट एक्सचेंज और एसएमई के लिए एक्सचेंज स्थापित करने की योजना बना रही है। कंपनी विदेशों में भी एक्सचेंज शुरू करने की तैयारी कर रही है।

इस बारे में पूछने पर कंपनी के एक प्रवक्ता ने कहा कि फिलहाल कंपनी करेंसी डेरिवेटिव सेगमेंट पर ध्यान रख रही है। लेकिन इस क्षेत्र में कंपनी तमाम जानकारी और अध्ययन करने के बाद ही कोई कदम उठाएगी। फिलहाल इस बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।

छोटे मियां खोलेंगे अपना शेयर बाजार

रिलायंस मनी और एफटीआईएल बना रही हैं इक्विटी एक्सचेंज शुरू करने की योजना

एनएसई और बीएसई को मिल सकती है कड़ी टक्कर

छोटी-मझोली कंपनियों के लिए भी शुरू हो सकता है एक्सचेंज

First Published - December 30, 2008 | 12:04 AM IST

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