Tata Elxsi (TELX) ने FY25 की तीसरी तिमाही में ऐसा प्रदर्शन दिया, जिसने न केवल बाजार की उम्मीदों को तोड़ा, बल्कि निवेशकों को निराश कर दिया। कमजोर नतीजों के बीच ब्रोकरेज फर्म टाटा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने स्टॉक पर अपनी ‘SELL’ रेटिंग बरकरार रखते हुए इसकी फेयर वैल्यू ₹5,600 से घटाकर ₹5,400 कर दी। 10 जनवरी को Tata Elxsi का शेयर ₹6,004 पर बंद हुआ। कमजोर परफॉर्मेंस के साथ कंपनी के प्रमुख वर्टिकल्स में सुस्ती, मार्जिन में गिरावट और ऑटोमोटिव क्षेत्र में चुनौतियों ने निवेशकों के लिए चिंता बढ़ा दी है।
Tata Elxsi की तीसरी तिमाही का प्रदर्शन उम्मीदों से काफी कमजोर रहा। स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में थोड़ी सी बढ़त के अलावा, ऑटोमोटिव और मीडिया जैसे मुख्य वर्टिकल्स में गिरावट देखने को मिली। EBIT मार्जिन में 160 बेसिस पॉइंट की गिरावट आई, जो तिमाही दर तिमाही घटकर 23.5% रह गया। इस गिरावट का मुख्य कारण वरिष्ठ कर्मचारियों की वेतन वृद्धि और विदेशी मुद्रा के उतार-चढ़ाव रहे। कंपनी का कहना है कि ऑटोमोटिव वर्टिकल में चुनौतियों की वजह से निकट भविष्य में परफॉर्मेंस में सुधार की संभावना कम है। हालांकि, बाकी क्षेत्रों में कुछ सुधार की उम्मीद दिख रही है।
कंपनी का राजस्व इस तिमाही में लगभग स्थिर रहा। सालाना आधार पर इसमें केवल 2% की मामूली वृद्धि दर्ज हुई। रिपोर्ट किए गए राजस्व $110.7 मिलियन रहे, जो पिछली तिमाही से 2.9% कम हैं। EBIT मार्जिन में गिरावट के चलते कंपनी का मुनाफा प्रभावित हुआ। शुद्ध लाभ ₹1.99 बिलियन रहा, जो सालाना आधार पर 13.3% की गिरावट है।
ऑटोमोटिव वर्टिकल, जो Tata Elxsi के लिए एक महत्वपूर्ण सेक्टर है, तिमाही दर तिमाही केवल 0.5% बढ़ पाया। इसकी मुख्य वजह R&D खर्च में कटौती और बाजार में बढ़ती प्रतिस्पर्धा है। कुछ क्लाइंट्स ने अपनी रणनीति बदलते हुए EV की जगह ICE और हाइब्रिड वाहनों में निवेश बढ़ाया है।
मीडिया और कम्युनिकेशन वर्टिकल लगातार 10 तिमाहियों से कमजोर प्रदर्शन कर रहा है। हालांकि, नए बड़े सौदों के चलते इसमें सुधार की उम्मीद है। कंपनी ने अमेरिका के एक बड़े MSO क्लाइंट के साथ एक मल्टी-ईयर डील साइन की है, जिसका प्रभाव अगले कुछ महीनों में दिख सकता है।
Tata Elxsi के टॉप-5 और टॉप-10 क्लाइंट्स से रेवेन्यू में क्रमशः 3.6% और 5.4% की गिरावट आई है। खासतौर पर यूरोप और अमेरिका के बाजारों में यह गिरावट अधिक रही। कंपनी ने इस निर्भरता को कम करने के लिए एशियाई बाजारों और नए ग्राहकों पर फोकस किया है।
EBIT मार्जिन में 160 बेसिस पॉइंट की गिरावट दर्ज हुई, जिससे यह 23.5% पर आ गया। मुख्य वजह वरिष्ठ कर्मचारियों की वेतन वृद्धि, करेंसी का गिरना और यात्रा व वीजा खर्चों में बढ़ोतरी रही। हालांकि, ऑपरेशनल एफिसिएंसी और कम डिप्रिशिएशन ने इस गिरावट को कुछ हद तक संभाला।
इस तिमाही में Tata Elxsi ने 85 नए कर्मचारियों की नियुक्ति की, जिससे कुल हेडकाउंट 12,900 तक पहुंच गया। हालांकि, सालाना आधार पर इसमें 2.6% की कमी आई। एट्रिशन रेट 12.4% पर स्थिर रहा।
कंपनी के कमजोर नतीजों और ऑटोमोटिव क्षेत्र में जारी चुनौतियों को देखते हुए टाटा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने निवेशकों को स्टॉक बेचने की सलाह दी है। ब्रोकरेज का मानना है कि अगले कुछ तिमाहियों में स्थिति में सुधार के संकेत दिख सकते हैं, लेकिन फिलहाल यह स्टॉक निवेश के लिए जोखिम भरा है।