facebookmetapixel
Gold-Silver Outlook: सोना और चांदी ने 2025 में तोड़े सारे रिकॉर्ड, 2026 में आ सकती है और उछालYear Ender: 2025 में आईपीओ और SME फंडिंग ने तोड़े रिकॉर्ड, 103 कंपनियों ने जुटाए ₹1.75 लाख करोड़; QIP रहा नरम2025 में डेट म्युचुअल फंड्स की चुनिंदा कैटेगरी की मजबूत कमाई, मीडियम ड्यूरेशन फंड्स रहे सबसे आगेYear Ender 2025: सोने-चांदी में चमक मगर शेयर बाजार ने किया निराश, अब निवेशकों की नजर 2026 पर2025 में भारत आए कम विदेशी पर्यटक, चीन और दक्षिण-पूर्व एशिया वीजा-मुक्त नीतियों से आगे निकलेकहीं 2026 में अल-नीनो बिगाड़ न दे मॉनसून का मिजाज? खेती और आर्थिक वृद्धि पर असर की आशंकानए साल की पूर्व संध्या पर डिलिवरी कंपनियों ने बढ़ाए इंसेंटिव, गिग वर्कर्स की हड़ताल से बढ़ी हलचलबिज़नेस स्टैंडर्ड सीईओ सर्वेक्षण: कॉरपोरेट जगत को नए साल में दमदार वृद्धि की उम्मीद, भू-राजनीतिक जोखिम की चिंताआरबीआई की चेतावनी: वैश्विक बाजारों के झटकों से अल्पकालिक जोखिम, लेकिन भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूतसरकार ने वोडाफोन आइडिया को बड़ी राहत दी, ₹87,695 करोड़ के AGR बकाये पर रोक

Stock Market : अदाणी के शेयरों में गिरावट के बीच शेयर बाजार के कारोबार में तेजी

Last Updated- February 14, 2023 | 9:19 PM IST
Capital Market Stocks

अदाणी के शेयरों में लगातार गिरावट के बीच इस महीने शेयर बाजार में निवेशकों की सक्रियता बढ़ने के साथ ही खरीद-फरोख्त की गतिविधियों में फिर से उछाल देखी जा रही है।

फरवरी महीने में अब तक नकद श्रेणी में (एनएसई और बीएसई के लिए सम्मिलित रूप से) रोजाना औसत कारोबार (एडीटीवी) करीब 59,346 करोड़ रुपये के स्तर पर चला गया और इसमें पिछले महीने के 51,844 करोड़ रुपये के एडीटीवी की तुलना में करीब 15 फीसदी की तेजी है।

वायदा एवं विकल्प खंड में रोजाना औसत कारोबार जनवरी के 20.2 लाख करोड़ रुपये के मुकाबले 20.4 लाख करोड़ रुपये के एक नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। जब बाजार में तेजी का रुख दिखता है या इसमें तेजी से उतार-चढ़ाव का दौर देखा जाता है तब खरीद-फरोख्त के स्तर में भी उछाल आती है।

अदाणी के शेयरों के गिरने की वजह से इसके समूह की दो कंपनियों अदाणी एंटरप्राइजेज और अदाणी पोर्ट्स और सेज की विकल्प कीमतें हाल के हफ्ते के दौरान अनियंत्रित तरीके से तय हुईं।

इसके अलावा बैंकिंग के शेयर और बैंक निफ्टी सूचकांक में भी सामान्य उतार-चढ़ाव के बजाय काफी तेजी देखी गई क्योंकि निवेशकों में अदाणी समूह को लेकर जोखिम की आशंका बढ़ी है।

हालांकि बाजार के विश्लेषक कहते हैं कि इसकी वजह से शेयर बाजार में दांव लगाने वालों का आकर्षण भी बढ़ा है। जेरोधा के संस्थापक नितिन कामथ कहते हैं, ‘बाजार की कुल अनिश्चितता काफी ज्यादा रही है खासतौर पर बैंकिंग के मोर्चे पर। इसमें नए निवेशकों की कोई भूमिका नहीं है बल्कि इसका संबंध अनिश्चितता से जुड़ा है।’

बाजार के खिलाड़ियों का कहना है कि केंद्रीय बजट की वजह से शेयर बाजार की गतिविधियों में तेजी आई है। 5पैसा कैपिटल के सीईओ प्रकाश गगडानी का कहना है कि बजट की वजह से महीने की शुरुआत में नकद कारोबार में काफी तेजी देखी गई।

गगडानी का कहना है, ‘बजट के दौरान भी नकदी और डेरिवेटिव के मोर्चे पर कारोबार में तेजी देखी गई थी। इस बार अदाणी समूह के शेयरों में गिरावट को देखते हुए अनिश्चतता की स्थिति बनती हुई दिखी। सरकारी बैंकों के शेयरों और अदाणी समूह के शेयरों में काफी तेजी देखी गई। बैंकिंग के शेयरों और अदाणी समूह के शेयरों में बड़े पैमाने पर उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रही।’

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के सीईओ धीरज रेली का कहना है कि घरेलू संस्थागत निवेशकों के पोर्टफोलियों को दोबारा संतुलित करने से भी कारोबार में तेजी आई है।

रेली ने कहा, ‘अदाणी समूह से जुड़ी खबरों के अलावा फेड की ब्याज सख्ती और केंद्रीय बजट की वजह से भी शेयर बाजार पर असर दिखा है। आगे की तेजी केवल कमाई में वृद्धि पर निर्भर होगी। बाजार में मंदी का आलम रहेगा। केवल विशेष शेयरों और सेक्टर संबंधित कारोबार होंगे।’

अमेरिका के हिंडनबर्ग रिसर्च की एक रिपोर्ट आने के बाद से ही अदाणी के शेयरों पर 24 जनवरी से ही दबाव बना हुआ है। अपने रिपोर्ट में हिंडनबर्ग रिसर्च ने अदाणी समूह पर शेयर कीमतों में फर्जीवाड़े के आरोप लगाए हैं।

First Published - February 14, 2023 | 9:19 PM IST

संबंधित पोस्ट