शेयर बाजार

शेयर बाजारों में जून के बाद की अच्छी साप्ताहिक बढ़त, G-20 की मेजबानी के चलते सेंटिमेंट उल्लासपूर्ण

लगातार पांचवें दिन बढ़ोतरी दर्ज करते हुए Sensex 333 अंकों के इजाफे के साथ 66,599 पर बंद हुआ। Nifty ने 83 अंकों की बढ़त दर्ज की

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सुन्दर सेतुरामन   
Last Updated- September 08, 2023 | 10:03 PM IST

फेडरल रिजर्व के अधिकारियों की टिप्पणी और भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से नकदी को लेकर उठाए गए कदम से देसी सूचकांकों को दो महीने की सबसे अच्छी बढ़ोतरी दर्ज करने में मदद मिली।

लगातार पांचवें दिन बढ़ोतरी दर्ज करते हुए सेंसेक्स 333 अंकों के इजाफे के साथ 66,599 पर बंद हुआ। निफ्टी ने 83 अंकों की बढ़त के साथ 19,820 पर कारोबार की समाप्ति की। हफ्ते में सेंसेक्स और निफ्टी करीब 2-2 फीसदी चढ़े, जो जून के आखिर के बाद की सबसे अच्छी साप्ताहिक बढ़त है।

बैंकिंग शेयरों में बढ़ोतरी दर्ज हुई जब आरबीआई ने ऐलान किया कि वह नकद आरक्षी अनुपात में की गई बढ़ोतरी को चरणबद्ध तरीके से घटाएगा। केंद्रीय बैंक नकदी जारी करेगा, जिसे बैंकों ने आई-सीआरआर के तहत बनाए रखा है। विभिन्न वजहों से सृजित अतिरिक्त नकदी को खींचने के लिए आई-सीआरआर लागू किया गया था।

मोतीलाल ओसवाल के खुदरा शोध प्रमुख सिद्ध‍ार्थ खेमका ने कहा, निफ्टी में मजबूती आ रही है और वह अब तक के सर्वोच्च स्तर 19,992 की ओर बढ़ रहा है। मॉनसून में धीरे-धीरे हो रहा सुधार और सप्ताहांत पर भारत की ओर से जी-20 की मेजबानी के चलते सेंटिमेंट उल्लासपूर्ण है और यह बाजार को अगले कुछ दिनों में अब तक के सर्वोच्च स्तर पर और फिर 20,000 के पार ले जा सकता है।

20 जुलाई को सर्वोच्च स्तर पर पहुंचने वाला निफ्टी अब अपनी नई ऊंचाई से महज एक फीसदी दूर है। मिड व स्मॉलकैप सूचकांक पहले ही नए उच्चस्तर पर पहुंच चुके हैं। बीएसई में सूचीबद्ध‍ कंपनियों का बाजार पूंजीकरण शुक्रवार को 321 लाख करोड़ रुपये की नई ऊंचाई पर पहुंच गया।

फेडरल रिजर्व के अधिकारियों की टिप्पणी से इस कयास को बल मिला कि केंद्रीय बैंक ब्याज दरों को मौजूदा स्तर पर बनाए रख सकता है। गुरुवार को फेडरल बैंक के न्यू यॉर्क प्रेजिडेंट जॉन विलियम्स ने कहा था कि अमेरिकी मौद्रिक नीति अच्छी स्थिति में है और मांग-आपूर्ति में संतुलन और महंगाई में नरमी को लेकर इसके इच्छित नतीजे मिल रहे हैं।

विलियम्स ने कहा कि फेड ने ब्याज दरों में काफी बढ़ोतरी कर अपना काम कर दिया है और अधिकारियों को जरूरत के मुताबिक नीतियां यह सुनिश्चित करने के लिए जांचनी चाहिए कि ये महंगाई को 2 फीसदी के लक्ष्य पर लाने के लिहाज से कारगर रहे हैं या नहीं।

फेडरल रिजर्व के डलास प्रेजिडेंट लॉरी लोगन ने कहा कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक की तरफ से आगामी नीतिगत बैठक में उपयुक्त ब्याज बढ़ोतरी हो सकती है।

शुक्रवार को शिकागो फेड प्रेजिडेंट ऑस्टन गूल्सबी ने कहा कि हम ऐसे समय की ओर बढ़ रहे हैं जब तर्क यह नहीं रह जाएगा कि दरें कितनी ऊंची होनी चाहिए बल्कि इस पर बात होगी कि कितने लंबे समय तक इस स्तर को बनाए रखने की दरकार है ताकि सुनिश्चित हो कि हम महंगाई के लक्ष्य को लेकर सही राह पर हैं। इस साल दरों में और बढ़ोतरी की संभावना को फेड ने खारिज नहीं किया है, लेकिन वे दरों में बढ़ोतरी की रफ्तार धीमी कर रहे हैं। फेड 19-20 सितंबर को होने वाली बैठक में ब्याज दरें नहीं बढ़ा सकता है।

सेंसेक्स के दो तिहाई शेयर चढ़े। एचडीएफसी बैंक में 0.8 फीसदी की बढ़ोतरी हुई और सेंसेक्स की बढ़त में उसका योगदान सबसे ज्यादा रहा। बैंक निफ्टी इंडेक्स 0.6 फीसदी चढ़ा और इंडिया बीआईएक्स इंडेक्स फिसलकर 10.78 पर आ गया। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक शुक्रवार को 758 करोड़ रुपये के शुद्ध बिकवाल रहे।

First Published : September 8, 2023 | 10:03 PM IST